Bank Cheque Bounce : चेक बाउंस होने पर अब कितना लगेगा जुर्माना और सजा, चेक से लेनदेन करने वाले जान लें नियम
Bank Cheque Bounce : अगर आप चेक का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान देना चाहिए जिसमें से एक है चेक का बाउंस होना। अब सवाल है कि क्या चेक बाउंस होने पर जेल हो सकती है? ऐसे सवालों के जवाब जानने के लिए इस खबर के साथ अंत तक बने रहे-

HR Breaking News, Digital Desk- (Cheque Rules) आजकल लगभग सभी के पास बैंक खाता होता है, चाहे वह जीरो बैलेंस, सैलरी, सेविंग या करंट अकाउंट हो। बैंक खाता खोलने पर आपको एटीएम कार्ड मिलता है, जिससे आप जरूरत के अनुसार पैसे निकाल सकते हैं। बैंक खाता न केवल वित्तीय लेनदेन को आसान बनाता है, बल्कि सुरक्षा और बचत के लिए भी महत्वपूर्ण है। (Cheque Bounce rules)
इसके अलावा खाता धारक को चेक बुक भी मिलती है, जिसकी मदद से वो किसी को भी पेमेंट (payment) कर सकता है, लेकिन अगर आप चेक का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान देना चाहिए जिसमें से एक है चेक का बाउंस होना। क्या चेक बाउंस होने पर जेल हो सकती है? जैसे सवालों के जवाब आप आगे जान सकते हैं। तो चलिए जानते हैं चेक बाउंस के क्या नियम हैं।
क्या है चेक बाउंस का नियम?
दरअसल, चेक बाउंस होने पर आपको इसकी सूचना पैसे देने वाले व्यक्ति या देनदार को देनी होती है। ऐसे में उस व्यक्ति को आपको एक महीने के अंदर भुगतान करना होता है। साथ ही चेक बाउंस होने का चार्ज भी चेक देने वाले व्यक्ति के बैंक खाते से काटा जाता है।
चेक बाउंस (cheque bounce update) होने पर इसकी सूचना पैसे देने वाले व्यक्ति को एक महीने के भीतर देनी आवश्यक है। इस अवधि में वह व्यक्ति चेक के लिए भुगतान करने का जिम्मेदार होता है। इसके अलावा, चेक बाउंस (cheque bounce) का चार्ज चेक देने वाले व्यक्ति के बैंक खाते से काटा जाता है। यह प्रक्रिया सही समय पर जानकारी और भुगतान सुनिश्चित करती है।
किसी कारण अगर एक महीने के अंदर देनदार को आप पैसे नहीं देते हैं, तो आपको लीगल लोटिस दिया जा सकता है जिसका जवाब आपको 15 दिनों के भीतर देना होता है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आपके खिलाफ Negotiable Instrument Act 1881 के सेक्शन 138 के अंतर्गत केस तक किया जा सकता है।
सजा का भी है प्रावधान-
यदि आपका चेक बाउंस (cheque bounce) हो जाता है और इस पर आपके खिलाफ केस दर्ज होता है, तो आपको जुर्माना (fine) और 2 साल तक की जेल का सामना करना पड़ सकता है। यह दोनों सजाएं हो सकती हैं। इसके अलावा, आपको बाउंस (bounce) हुए चेक की राशि पर ब्याज भी चुकाना पड़ता है। इसलिए, चेक का सही प्रबंध करना आवश्यक है।
इन बातों को न भूलें-
अगर आपको किसी ने पेमेंट (payment) के लिए कोई चेक दिया है, तो उसे तीन महीने के अंदर ही कैश करवा लेना चाहिए। दरअसल, चेक की वैधता तीन महीने तक ही रहती है।