Banking Rule : 1 अप्रैल से बदलेंगे बैंकों के नियम, इन चार्जेस में होगा बदलाव

HR Breaking News (ATM Charges Hike)। हमारे देश में भारतीय रिजर्व बैंक (reserve bank of India) देश के सभी लोगों और बैंकों के लिए नियमों का प्रावधान करता है। आरबीआई लोगों और बैंकों की जरुरतों के अनुसार अपने नियमों में समय-समय (RBI rule Change) पर बदलाव करता रहता है। मुख्य तौर पर आरबीआई नए वित्त वर्ष की शुरुआत में अपने नियमों में जरुरी बदलाव हर बार करता है।
इस बार भी 1 अप्रैल को नए वित्त वर्ष (RBI Rule in New Financial year) की शुरुआत में आरबीआई अपने नियमों में बदलाव करने जा रहा है। आरबीआई के नियमों में बदलाव होने के कारण ग्राहकों की जेब पर ज्यादा असर पड़ेगा।
एटीएम चार्ज में होगी बढ़ौतरी
भारतीय रिजर्व बैंक नए वित्त वर्ष की शुरुआत में बैंक ग्राहकों को तगड़ा झटका देने जा रहा है। आरबीआई 1 अप्रैल के बाद से सभी बैंकों के एटीएम से मुफ्त निकासी (ATM withdrawal limit) की सीमा को कम करने का ऐलान करने जा रहा है। अब ग्राहक को दूसरे बैंकों के एटीएम से महीने में सिर्फ तीन बार ही मुफ्त में पैसे निकालने की अनुमति होगी। इसके बाद आपको हर ट्रांजैक्शन पर 20 से 25 रुपए (ATM Transaction) की फीस देनी होगी। इसका मतलब यह है कि अगर आप महीने में तीन से ज्यादा बार दूसरे बैंक के एटीएम से पैसे निकालते हैं तो आपको हर बार फीस देना होगा।
19 रुपए देना पड़ेगा एटीएम चार्ज
आरबीआई 1 अप्रैल से लोगों को एटीएम (ATM withdrawal Charges) से कैश निकालने पर 17 रुपए चार्ज देना होता है, जिसे बढ़ाकर 19 रुपए कर दिया जाएगा। इसके अलावा गैर वित्तीय ट्रांजेक्शन जैसे मिनी स्टेटमेंट, बैलेंस चेक (Balance Check) के लिए भी अभी 6 रुपए चार्ज लगता है, जिसे बढ़ाकर 7 रुपए प्रति ट्रांजेक्शन कर दिया जाएगा
डिजिटल बैंकिंग को मिलेगा बढ़ावा
सभी सरकारी एवं निजी बैंक डिजिटल बैंकिंग (Digital banking) को बढ़ावा देने के लिए ग्राहकों के लिए कई फीचर्स जोड़ रहे हैं। अब ग्राहक ऑनलाइन बैंकिंग (Offline banking) के जरिए पहले से बेहतर सेवाएं ले सकेंगे। इसके लिए बैंक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI in Banking sector) से चलने वाले चैटबॉट भी ला रहे हैं, जो ग्राहकों की मदद करेंगे। बैंक ग्राहकों को ऑनलाइन लेनदेन और पैसे की जांच ऐसे कई फिचर ऑनलाइन प्रदान कर रहे है। इसके साथ ही, डिजिटल लेन -देन को भी सेफ बनाने के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन जैसी सेफ्टी फीचर्स (Safety feature in Banking) को लेकर आया गया है।
शहरी और ग्रामीण इलाकों में अलग-अलग कटेंगे चार्ज
नए वित्त वर्ष की शुरुआत से ही देश के कई सरकारी एवं प्राइवेट बैंक जैसे SBI, पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank), केनरा बैंक और कुछ अन्य बैंकों ने मिनिमम बैलेंस (Minimum Balance) से जुड़े कई नियम में बदलाव किया है। अब यह बैलेंस इस बात पर निर्भर करता है कि आपका खाता शहरी, अर्ध-शहरी या ग्रामीण इलाके में है। आपको तय राशि से कम बैलेंस पर जुर्माना भी देना पड़ सकता है।