Credit Card यूजर्स के लिए बड़ा अपडेट, लगेगा 40 हजार का झटका
Credit Card - क्रेडिट कार्ड यूजर्स के लिए बड़ा अपडेट। हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक ये कहा जा रहा है कि क्रेडिट कार्ड यूजर्स को 40 हजार का बड़ा झटका लगने वाला है...

HR Breaking News, Digital Desk- फॉरेन टूर की इच्छा रखने वालों को सरकार ने बड़ा झटका दे दिया है. सरकार ने बजट 2023 में लिबराइज्ड रेमिटेंस स्कीम के तहत विदेश में भेजी गई मनी पर सोर्स पर कलेक्टिड टैक्स यानी टीसीएस को 5 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया है. इसका मतलब है कि फॉरेन टूर पैकेज बुक करने के लिए भेजे गए पैसों पर टीसीएस मौजूदा 5 फीसदी से बढ़कर 20 फीसदी हो जाएगा.
इसे 1 जुलाई 2023 से लागू कर दिया जाएगा. वित्त मंत्रालय ने हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से विदेशी दौरों के दौरान क्रेडिट कार्ड पेमेंट को एलआरएस के तहत लाने पर विचार करने को कहा है. ताकि कोई भी ऐसा व्यक्ति जोकि इस तरह के खर्च कर रहा है उस पर टीसीएस वसूला जा सके.
आखिर क्रेडिट कार्ड को दायरे में लाना चाहती है सरकार?
पिछले महीने लोकसभा में फाइनेंस बिल पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि यह लगातार देखने को मिल रहा है कि क्रेडिट कार्ड के माध्यम से फॉरेन टूर के पेमेंट को एलआरएस के तहत नहीं लिया जाता और वह लोग इस तरह के पेमेंट के लिए टीसीएस से से बच जाते हैं. उन्होंने कहा था कि आरबीआई से कहा जा रहा है कि फॉरेन टूर के लिए क्रेडिट कार्ड पेमेंट को एलआरएस के दायरे में लाने और टीसीएस लगाने पर गौर किया जाए.
फॉरेक्स ट्रांजेक्शन को एलआरएस के अंडर लाने से क्या होगा?
अगर आरबीआई एलआरएस के तहत विदेशी टूर पैकेज के लिए क्रेडिट कार्ड पेमेंट को लेकर आता है, तो क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किए गए सभी ट्रांजेक्शन पर 20 फीसदी टीसीएस लगने की संभावना है. आइए इसे एक उदाहरण से समझने की कोशिश करते हैं. मान लीजिए कि आप थाईलैंड के लिए एक फैमिली टूर पैकेज बुक करते हैं, जिसकी कीमत 2 लाख रुपये है.
अब अगर आप पैकेज खरीदने के लिए अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो आपको 40,000 रुपये अतिरिक्त खर्च करने होंगे. याद रखें, अन्य सभी भुगतान विधियां जैसे एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करना या डेबिट कार्ड के माध्यम से विदेशी यात्रा के लिए भुगतान पहले से ही एलआरएस के अंडर हैं और यह 40,000 रुपये का टीसीएस वहां भी लागू होगा. इससे पहले यह 5 फीसदी था.
आखिर क्या हैं चुनौतियां-
एक्सपर्ट के अनुसार क्रेडिट कार्ड से ट्रांजेक्शन को एलआरएस के दायरे में लाना आसान काम नहीं होगा. एजुकेशन और मेडिकल एक्सपेंडिचर जैसे कामों के लिए कुछ ट्रांजेक्शन इसके दायरे से बाहर रहेंगे. बैंकों के सामने सबसे अहम सवाल यही रहने वाला है कि कौन सा ट्रांजेक्शन टीसीएस के दायरे में आएगा और कौन सा नहीं. हरेक ट्रांजेक्शन पर नजर रखना बैंकों के लिए आसान काम नहीं होगा. ऐसे में बैंकों को ऐसा डेटा डिटेक्ट करने का सिस्टम तैयार करना होगा. वहीं बैंकों को पूरी तरह से क्रेडिट कार्ड यूजर्स की डिक्लेरेशंस पर डिपेंड रहना पड़ सकता है.
उदाहरण के लिए, यदि 1.5 लाख रुपये की क्रेडिट लिमिट वाले व्यक्ति उसी राशि के विदेश दौरे के लिए ऑनलाइन भुगतान करता है, तो क्या बैंक शेष 80 फीसदी का भुगतान करते हुए ट्रांजेक्शन का एक हिस्सा रोक देगा? क्या कंज्यूमर को अतिरिक्त क्रेडिट की परमीशन देगा या पूरी ट्रांजेक्शन को ही रोक देगा? अभी तक यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है. अब तक क्रेडिट कार्ड से होने वाले ट्रांजेक्शन एलआरएस के दायरे में नहीं आते थे. अभी तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि क्रेडिट कार्ड ट्रांजेक्शन लिमिट के अंडर में आएंगे या उनकी अपर लिमिट होगी.
एलआरएस के तहत क्रेडिट कार्ड से भुगतान पर किन बातों का रखना होगा ध्यान-
क्रेडिट कार्ड यूजर्स को चालान, रसीदें और बैंक डिटेल जैसे सभी जरूरी डॉक्युमेंट अपने पास रखने होंगे. ताकि यह साबित हो सके कि उनके विदेशी दौरे के भुगतान एलआरएस दायरे में थे.
यूजर्स के पास बैंक का दिया टीसीएस का प्रमाण पत्र होना जरूरी है, ताकि टैक्स लायबिलिटी के खिलाफ टैक्स पर क्लेम किया जा सके.
टैक्स रिटर्न के ऑडिट के मामले में, क्रेडिट कार्ड यूजर्स को इनकम के उन सभी सोर्स को सही ठहराना होगा जिनका यूज कार्ड के माध्यम से विदेशी दौरों के भुगतान के लिए किया गया है.
डिपॉजिट किए गए टीसीएस की जानकारी फॉर्म 26एएस में उपलब्ध होगी. एक्सपर्ट के अनुसार क्रेडिट कार्ड यूजर्स को यह देखना होगा कि फॉर्म 26AS की राशि क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट के साथ मेल खा रही है या नहीं. क्रेडिट कार्ड यूजर्स को बैंक के रिकॉर्ड में अपडेट किए गए पैन को भी वेरिफाई करना होगा ताकि वे उसी के लिए क्रेडिट खो न दें.
कार्ड यूजर्स को अपनी क्रेडिट कार्ड लिमिट के बारे में अवेयर रहने की जरूरत है क्योंकि टीसीएस के लिए 20 फीसदी का बफर रख सकें. वर्ना क्रेडिट कार्ड यूजर्स को अपने क्रेडिट कार्ड पर ज्यादा खर्च करने के लिए अतिरिक्त भुगतान करना पड़ सकता है.
फॉरेक्स कार्ड भी आएंगे टीसीएस के दायरे में-
1 अक्टूबर, 2020 से डेबिट कार्ड के माध्यम से इंटरनेशनल ट्रांजेक्शन और बैंकों द्वारा विदेश यात्रा कार्ड पर लोड/रीलोड लेनदेन को LRS के दायरे में लाया गया है. इसलिए, यदि आप विदेशी दौरों की बुकिंग के लिए अपने फॉरेक्स कार्ड का यूज करते हैं, तो उस पर भी 20 प्रतिशत का टीसीएस लगेगा.