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CIBIL Score : लाखों में कमाई वालों को भी बैंक से नहीं देगा लोन, जानिये सिबिल स्कोर से जुड़े नियम

Cibil Score News : जब भी आप बैंक से लोन लेने के लिए जाते हैं तो बैंक सबसे पहले आपके क्रेडिट स्कोर यानी सिबिल स्कोर (cibil score rules) को ही चेक करता है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर सही है तो बैंक आपको कम ब्याज दरों पर ही चुटकियों में सस्ता लोन दे देता है। वहीं कई बार ऐसा भी होता है कि लाखों की कमाई करने वाले लोगों को भी बैंक लोन की सुविधा उपलब्ध नहीं कराता है। ऐसा सिबिल स्कोर (cibil score kaise sudhare) के कारण ही होता है, क्योंकि अब सिबिल स्कोर के नियम भी बदल गए हैं। आइए विस्तार से जानते हैं सिबिल स्कोर से जुड़े नए नियमों के बारे में।

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CIBIL Score : लाखों में कमाई वालों को भी बैंक से नहीं देगा लोन, जानिये सिबिल स्कोर से जुड़े नियम

HR Breaking News  - (Cibil Score update) सिबिल स्कोर किसी भी लोन के लिए जांचे जाने वाली सबसे पहली चीज होती है। सिबिल स्कोर से सुधारने के कई तरीके होते हैं, जिसकी मदद से आप लोन (Cibil Score kitna hona chaiye) की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। अक्सर जो लोग पहली बार लोन लेते हैं उन्हें इस बात की जानकारी नहीं होती कि उनका सिबिल स्कोर कितना है और क्या बैंक उनको लोन उपलब्ध कराएगा।

यह भी जान लें कि जब तक आप सिबिल स्कोर के नियमों पर खरे नहीं हैं और सिबिल स्कोर (cibil score kaise dbhega) सही नहीं तो आपको लोन नहीं मिलेगा, चाहे आपकी कमाई लाखों में भी क्यों न हो। ऐसे में आज हम आपको सिबिल स्कोर से जुड़े कुछ नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं। 

पहली बार लोन लेने वालों को मुश्किलें-


जो लोग पहली बार लोन लेते हैं उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सबसे ज्‍यादा मुश्किल क्रेडिट स्कोर (Credit score update) को लेकर ही होती है। बैंकों में अब बिना अच्‍छे क्रेडिट स्‍कोर के लोन नहीं दिया जाता है। ज्यादातर अच्छी कमाई करने वाले लोगों को यही लगता है कि बैंक उनकी आमदनी को देखकर की लोन दे देगा, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता है। बैंकिंग सिस्‍टम में जब तक आपका क्रेडिट स्‍कोर (cibil score kaise thik kre) अपडेट नहीं दिखाता तक आपको लोन मिलने लेने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। 

क्रेडिट लेन-देन की हिस्ट्री होनी जरूरी-


अगर आपने पहले कभी लोन नहीं लिया है तो ऐसे में आपका क्रेडिट स्‍कोर शून्‍य ही दिखाता है। ऐसे में बैंक आपको ज्‍यादा ब्‍याज दर पर लोन देने की बात कहते हैं। इसके अलावा बैंक आपको लोन (loan application rules) के रूप में कम रकम भी देते हैं। ऐसे में पहली बार लोन लेने वालों के पास क्रेडिट स्‍कोर होना काफी ज्यादा जरूरी है। यह कमाई से नहीं जुड़ा बल्कि बैंकिंग से आपके क्रेडिट लेन-देन की हिस्ट्री से जुड़ा होता है। इस क्रेडिट हिस्ट्री का होना जरूरी है, तभी आपका सिबिल स्कोर (how to increase cibil score) बनेगा।

लोन के लिए इतना होना चाहिए सिबिल स्कोर-


बैंक द्वारा लोन देने से पहले क्रेडिट स्‍कोर या सिबिल स्‍कोर (CIBIL score news) को ही चेक किया जाता है। इसके माध्यम से बैंक आपकी लोन हिस्‍ट्री को चेक करता है। ऐसे में अगर आपने पहले से ही कोई लोन लिया है तो बैंक आपको उस लोन की रिपेमेंट हिस्ट्री (Repayment History kya h) के आधार पर लोन उपलब्ध करा देगा। वहीं अगर आपने पहले से कोई लोन ही नहीं लिया है तो आपका सिबिल स्‍कोर (CIBIL score kam home ke karn) आगे ही नहीं बढ़ेगा। यानी आपका सिबिल स्‍कोर शून्‍य ही दिखेगा। ऐसे में बैंकिंग सिस्‍टम में आपको महंगा लोन ही ऑफर किया जाएगा। बैंकिंग मामलों में जानकार का कहना है कि सस्‍ता लोन पाने के लिए कम से कम 750 का सिबिल स्‍कोर (good cibil score range) होना चाहिए।

पर्सनल लोन लेने से बढ़ जाती हैं मुश्किलें-


अगर आपका सिबिल स्‍कोर (CIBIL score range) शून्‍य है तो ऐसे में आपकी कमाई भले ही कितनी हो बैंक की ओर से आपको लोन पाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसमें भी सबसे ज्‍यादा परेशानी पर्सनल लोन को लेकर आती है, क्‍योंकि बैंक इसे ज्‍यादा असुरक्षित मानते हैं। होम और ऑटो लोन (Auto loan) की ब्‍याज दरें भी कम होती हैं, क्‍योंकि यह लोन किसी संपत्ति के लिए लिया जाता है जो बैंक के लिए कोलैटरल (Loan Collateral kya hota h) की तरह काम करते हैं। वहीं, पर्सनल लोन पूरी तरह क्रेडिट स्‍कोर और आमदनी के ऊपर ही निर्भर करती है। ऐसे में खराब सिबिल पर बैंक या तो आपको लोन नहीं देंगे या फिर मोटा ब्‍याज वसूल कर लेते हैं।


सिबिल स्‍कोर में ऐसे करें सुधार-


ऐसे मामले में जहां ग्राहक ने पहले से कोई कर्ज नहीं लिया है और न ही क्रेडिट कार्ड (Credit card uses) का यूज किया है और उसका सिबिल स्कोर शून्‍य दिखा रहा है तो वह किसी भी बैंक में छोटी-मोटी एफडी (FD investment) करा सकता है। यह काम ऑनलाइन ही हो जाएगा, क्‍योंकि ज्‍यादातर बैंक अब ऑनलाइन एफडी (online FD benefits) खोलने का ऑप्शन देती हैं। ऐसा करके आप अपने सिबिल स्कोर को सुधार सकते हैं। इसके अलावा छोटा-मोटा लोन या क्रेडिट कार्ड लेकर और उसका समय पर बिल व ईएमआई भुगतान करके भी सिबिल स्कोर को सुधार (how to improve cibil score)सकते हैं।


एफडी के बाद ले सकते हैं लोन-


जब आप एक बार एफडी (FD par loan kaise le) को ऑपन कराते हैं तो इसके बाद ग्राहक उसके एवज में ओवरड्राफ्ट सुविधा के तहत लोन का लुप्त उठा सकते हैं। जैसे ही आप अपनी एफडी पर ओवरड्रॉफ्ट के तहत पैसों को विड्रॉ करेंगे वैसे ही बैंकिंग सिस्टम में आपका कर्ज इतिहास यानी क्रेडिट हिस्ट्री भी शुरू हो जाएगी। इसके बाद दो या तीन हफ्ते में आपका सिबिल स्‍कोर को अपडेट कर दिया जाएगा। आपका ये सिबिल स्कोर 750 अंक (CIBIL score ranges) या उससे ऊपर हो सकता है। इस तरह बेहतर सिबिल स्‍कोर के जरिये आप कम ब्‍याज पर ही पर्सनल लोन ही सुविधा ले सकते हैं।

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