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CIBIL Score : इस आधार पर तय होता है सिबिल स्कोर, जानिये बैंक कब नहीं देता लोन

CIBIL Score : जब भी हम लोन लेने के लिए बैंक में जाते हैं तो सबसे पहले हमारे सिबिल स्कोर को चेक किया जाता है। सिबिल स्कोर के बेस पर ही लोन की फाइल को अप्रूव किया जाता है। आइए खबर में जानते हैं कि किस आधार पर तय किया जाता है सिबिल स्कोर, जानिए खबर में सिबिल स्कोर और बैंक लोन से जुड़े इस तथ्य के बारे में विस्तार से।
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CIBIL Score : इस आधार पर तय होता है सिबिल स्कोर, जानिये बैंक कब नहीं देता लोन

HR Breaking News, Digital Desk - सिबिल स्कोर का अच्छा होना हमारे लिए बेहद जरूरी है क्योंकि जब भी हम लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो सबसे पहले हमारे सिविल स्कोर को चेक किया जाता है। अगर सिबिल स्कोर अच्छा है तो ही हमें लोन मिल पाएगा नहीं तो लोन की फाइल रिजेक्ट भी कर दी जाती है। सिबिल स्कोर से जुड़े नियमों की बेहद तुम लोगों को जानकारी होती है।


हालांकि, सिबिल स्कोर को लेकर अभी भी लोगों में मन में काफी भ्रम है और बहुत-सी ऐसी बातें हैं जिसे लोग सच मानते आए हैं। तो चलिए जानते हैं कि सिबिल स्कोर से जुड़ी ऐसी कौन-सी बातें हैं जो सच नहीं है, लेकिन लोग उनको सही समझते हैं।


कम सिबिल स्कोर होने पर नहीं मिलेगा लोन (low cibil score)


अक्सर लोग ऐसा मानते हैं कि कम Cibil Score होने पर बैंक या लोन देने वाली संस्थान इसे देने से मना कर देती हैं, यानी कि कम स्कोर होने पर लोन नहीं मिलेगा। पर यह पूरी तरह से सच नहीं है। बहुत से ऐसे बैंक हैं जो लो सिबिल स्कोर वाले लेनदार को भी लोन देते हैं। हालांकि, इसके लिए वे ज्यादा ब्याज दर वसूलते हैं। वहीं, कुछ बैंक केवल अच्छे स्कोर वालों को ही लोन देते हैं। इसलिए कम सिबिल स्कोर के होने पर चिंता करने के बजाए उन बैंकों को खोजना चाहिए जो कम स्कोर पर भी लोन देते हैं।
 

 

check bounce होने सिबिल स्कोर पर होता है ये असर  


चेक बाउंस होने के बहुत-से कारण हो सकते हैं। कई बार व्यक्ति की गलती की वजह से चेक बाउंस होते हैं, तो बहुत बार बैंक की गलती या तकनीकी वजह से भी इसके बाउंस होने के किस्से सामने आते हैं। इसके साथ Cibil Score का कोई लेना-देना नहीं होता है और न ही इसका असर आपके स्कोर पर पड़ता है। सिबिल स्कोर EMI के नहीं देने या लोन की किस्त भरने से चूक जाने की वजह से अधिक खराब होता है।

 

 

 

क्रेडिट कार्ड का कम इस्तेमाल यानी अच्छा सिबिल स्कोर (credit card use)


अगर आप यह सोचते हैं कि क्रेडिट कार्ड होने के बावजूद इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, तो आपको बता दें कि इसका का भी सिबिल स्कोर से कोई नाता नहीं है। इसके उलट, अगर क्रेडिट कार्ड से कोई भी राशि नहीं निकाली गई है तो कोई क्रेडिट इतिहास भी नहीं होगा। इससे बैंक को यह समझने में मुश्किल हो सकती है कि आप अच्छे लेनदार हैं या नहीं और इस आधार पर लोन का आवेदन रिजेक्ट हो सकता है।

 


Cibil डिफॉल्टर्स का नाम सेव करता है


सिबिल एक तरह का डॉक्युमेंट है, जिसमें आपके लेन-देन से जुड़े सारे डिटेल्स रहते हैं। इसलिए अगर आप यह सोच रहे हैं कि लोन की कोई किस्त नहीं चुकाने में आपका नाम डिफॉल्टर की लिस्ट में होगा तो ऐसा नहीं है। इसमें सारा डाटा इकट्ठा रहता है। अगर कोई व्यक्ति किश्तों का भुगतान नियमित करता है तो भी उसका नाम सिबिल के साथ होगा।
 

बार-बार सिबिल चेक करना खराब करता है स्कोर


बहुत-से लोगों को ऐसा लगता है कि बार-बार सिबिल स्कोर चेक करने से यह स्कोर को खराब कर सकता है, लेकिन CIBIL रिपोर्ट आवेदक द्वारा की गई CIBIL पूछताछ को नहीं दर्शाती है। इस कारण यह जानना संभव नहीं है कि किसी व्यक्ति ने कितनी बार सिबिल रिपोर्ट के लिए अनुरोध किया है।