CIBIL Score : एक बार खराब हुआ सिबिल स्कोर तो इतने साल में होगा ठीक
Cibil score Update : लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर बहुत महत्वपूर्ण होता है, खासकर तब जब कोई व्यक्ति आर्थिक संकट का सामना कर रहा हो। कई बार खराब सिबिल स्कोर के कारण लोग बैंक से लोन नहीं ले पाते। हालांकि आपके पास सिबिल स्कोर सुधारने का मौका होता है, लेकिन अनेक लोग इस बात से भी अनजान हैं कि सिबिल स्कोर (how to improve cibil score) एक बार खराब हो जाए तो यह कितने समय में ठीक होगा। आइये बताते हैं इस खबर में कि सिबिल स्कोर ठीक होने में कितने समय में सुधरेगा।

HR Breaking News - (Cibil score news)। सिबिल स्कोर के खराब होने पर लोन मिलने (cibil score rules) में कई तरह की समस्याएं आ जाती हैं। अच्छे सिबिल स्कोर होने पर ही किसी ग्राहक को कम ब्याज दरों पर लोन आसानी से मिल पाता है। सिबिल स्कोर के सुधार के लिए आपको कुछ कदम उठाने होंगे। इसके लिए समय पर क्रेडिट कार्ड (credit card rules) के बिल का भुगतान और लोन की ईएमआई का समय पर भुगतान करना होगा। अब सवाल यह है कि यह सब करने पर सिबिल स्कोर कितने समय में ठीक होगा, जानिये इससे जुड़ी हर डिटेल।
सिबिल स्कोर सुधारने के लिए उठाने होंगे ये कदम -
क्रेडिट कार्ड (cibil score check) का जिम्मेदारी से उपयोग करके व लोन की ईएमआई व लोन का समय पर भुगतान (loan repayment rules) करके आप अपने सिबिल स्कोर को सुधार सकते हैं। हालांकि इसे जल्दी भी सुधारा जा सकता है, लेकिन आमतौर पर छह से 12 महीने सिबिल स्कोर ठीक होने में लग जाते हैं। कई बार इससे भी अधिक वक्त लग सकता है। यह आपकी वित्तीय लेन-देने की हिस्ट्री पर ही निर्भर करता है। सही निर्णय व उचित वित्तीय प्रबंधन से आप अपने सिबिल स्कोर (cibil score kasie sudhare) की स्थिति को सुधार सकते हैं और लोन प्राप्त करने में आसानी पा सकते हैं, जिससे आपको जीवन में बड़ी सहूलियत हो सकती है।
कब होता है सिबिल स्कोर खराब -
कभी-कभी हमें कर्ज लेना पड़ता है, लेकिन कुछ कारणों से हम उसे चुकता नहीं कर पाते और लोन डिफाल्टर (loan defaulter) की श्रेणी में आ जाते हैं। कई बार व्यवसाय प्रभावित होने, नौकरी चली जाने के अलावा अन्य आय के स्रोस रुकने पर भी ऐसा हो सकता है कि लोन की ईएमआई या लोन चुकता न किया जा सके।
ऐसे में सिबिल स्कोर (cibil score khrab hone ke karn) गिर जाता है और फिर इसे ठीक होने में समय लगता है, साथ ही अतिरिक्त प्रयास करके फिर से बैंकिंग लेन-देन की हिस्ट्री को आपको सही करना होगा। इसके अलावा क्रेडिट कार्ड लेकर उसका सही उपयोग न करने, समय पर बिल न भरने और किसी ऐसे व्यक्ति का लोन गारंटर (loan guarantor rules) बनने भी सिबिल स्कोर खराब होता है, जो लोन लेकर बाद में चुकता न करे।
क्या होता है लोन न चुकाने पर -
कभी-कभी लोन लेने वाला किसी वजह से अपनी मासिक किस्तें (loan EMI) समय पर नहीं चुका पाता, जिससे क्रेडिट रेटिंग में गिरावट आती है। इससे ऐसा महसूस होता है कि अब कभी भी कर्ज नहीं ले पाएंगे। हालांकि, यह सोच सही नहीं है। यदि कोई व्यक्ति अपनी पिछली गलतियों को सुधारता है और समय पर भुगतान करने की आदत डालता है, तो उसकी रेटिंग को फिर से सुधारा (how to maintain cibil score) जा सकता है। यह प्रक्रिया समय ले सकती है, लेकिन सही कदम और प्रयास से क्रेडिट स्कोर को बेहतर किया जा सकता है।
समय के बाद लोन भुगतान करने पर क्या होगा -
जब हम कर्ज चुकता नहीं कर पाते, तो बैंक बार-बार लोन भुगतान की मांग करता है। कुछ समय बाद, जब स्थिति सुधरती है, तो हम पूरी राशि ब्याज सहित चुकता कर देते हैं। इसके बाद हमें लगता है कि हमारा सिबिल स्कोर (good cibil score) ठीक हो गया होगा, लेकिन ऐसा तुरंत नहीं होता। जानकारी के लिए बता दें कि कर्ज चुकाने के बाद भी क्रेडिट रेटिंग सुधारने में एक साल (cibil score kab thik hoga) का तक का समय लगता है। कई बार इससे भी ज्यादा समय लग जाता है। इस अवधि में, क्रेडिट हिस्ट्री को सुधारना जरूरी है। इसके बाद ही क्रेडिट रिपोर्ट बेहतर हो सकती है।
क्या एक बैंक में डिफॉल्ट के बाद दूसरे बैंक से मिलेगा लोन -
कई लोग सोचते हैं कि एक बैंक से कर्ज चुकता न कर पाने के बाद, दूसरा बैंक मदद करेगा, क्योंकि उन्हें पहली बार की जानकारी नहीं मिलेगी, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं होता। क्रेडिट रिपोर्ट एक ऐसी प्रणाली (Cibil score range) है, जिसे सभी बैंक और वित्तीय संस्थाएं देख सकती हैं। इसका मतलब है कि कोई भी बैंक आपके वित्तीय इतिहास को देख सकता है, चाहे आप किसी दूसरे से कर्ज क्यों न ले चुके हों। सबसे अच्छा तरीका कर्ज को सही तरीके से चुकाना है, ताकि आपकी वित्तीय स्थिति सही हो सके और भविष्य में कोई परेशानी न हो।
यह है सिबिल स्कोर को सुधारने का आसान तरीका -
क्रेडिट स्कोर को बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है। लोन लेते समय यह ध्यान रखें कि जरूरत के अनुसार ही रकम लें और यह सुनिश्चित करें कि आप समय पर उसे चुका सकते हैं। इसके अलावा, समय पर क्रेडिट कार्ड (credit card) और अन्य बिलों का भुगतान करना बहुत जरूरी है। यदि हम देर से भुगतान करते हैं, तो यह हमारे स्कोर को प्रभावित कर सकता है। हमेशा बिल को पूरी तरह से भरें, न कि केवल न्यूनतम राशि। इस तरह की आदतें हमारे वित्तीय रिकॉर्ड (ache cibil score ke fayde) को सुधारती हैं और समय के साथ स्थिति में सुधार होता है। ऐसे में एक साल में आपका सिबिल स्कोर ग्रो कर सकता है।
सिबिल स्कोर को प्रभावित करते हैं ये फेक्टर -
कभी-कभी लोग लोन चुकता कर देते हैं, लेकिन बैंक से क्लीयरेंस प्रमाण पत्र (NOC) नहीं लेते, जिससे क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यही स्थिति क्रेडिट कार्ड के साथ भी होती है। जब हम क्रेडिट कार्ड को बंद करते हैं, तो जरूरी है कि सभी कागजात (Loan document) पूरे करें और प्रमाण पत्र प्राप्त करें। इससे हमारी वित्तीय स्थिति पर कोई गलत असर नहीं पड़ता और सिबिल स्कोर सुधरता है। इस प्रक्रिया को सही तरीके से पूरा करके अपने सिबिल स्कोर को सही कर सकते हैं।