CIBIL Score : सिबिल स्कोर से जुड़ी ये 10 जरूरी बातें होनी चाहिए पता, फिर बैंकों के नहीं काटने पड़ेंगे चक्कर
CIBIL Score News : सिबिल स्कोर आजकल कई कार्यों के लिए जरूरी हो गया है। लोन लेने के अलावा बैंक जॉब व बीमा पॉलिसियों के लिए भी इसे आधार बनाया जाता है। अधिकतर लोगों को सिबिल स्कोर (cibil score) से जुड़ी पूरी जानकारी ही नहीं है, इसलिए वे बार बार बैंकों के चक्कर काटते रहते हैं। अगर आप सिबिल स्कोर से जुड़ी ये 10 बातें जान लेंगे तो आपको परेशान नहीं होना पड़ेगा और बैंक (bank news) जाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।

HR Breaking News - (Cibil score update)। जब भी सिबिल स्कोर का जिक्र आता है तो सबसे पहले लोन (cibil score for loan) की बात याद आती है। लोन या क्रेडिट कार्ड देने से पहले हर बैंक इसे चेक करता है, उसके बाद ही किसी को कोई ऋण दिया जाता है।
सिबिल स्कोर (how to check cibil score) के बारे में अधूरी जानकारी होने के कारण लोग बैंकों के चक्कर काटने पर मजबूर रहते हैं। ऐसे में अगर इन 10 बातों को जान लेंगे तो आपकी यह टेंशन भी दूर हो जाएगी। CIBIL Score के बारे में यह सब जानना इसलिए भी जरूरी है, ताकि भविष्य में लोन की जरूरत पड़े तो परेशान न होना पड़े।
1. सिबिल स्कोर की रेंज-
सिबिल स्कोर (cibil score update) 3 अंकों की संख्या होती है, जो लोन व क्रेडिट आदि चुकाने की हिस्ट्री के आधार पर तय होता है। इसे सिबिल कंपनी तय करती है। इसकी रेंज 300 से लेकर 900 (cibil score range) तक होती है। आमतौर प 750 या इससे ऊपर का सिबिल स्कोर सस्ता लोन लेने के लिए उपयुक्त माना जाता है।
2. बैंकों के लिए भी जरूरी है सिबिल स्कोर-
सिबिल स्कोर आजकल लोन के लिए ही नहीं बैंक (bank loan news) की अच्छी नौकरी के लिए भी देखा जाने लगा है। वैसे भी बैंकों के लिए यह जरूरी होता है, क्योंकि इसी आधार पर बैंक या वित्तीय संस्थान किसी को लोन देने का निर्णय लेते हैं। इसी से पता चलता है कि किसी ने पूर्व में लोन आदि की रिपेमेंट (loan repayment rules) अच्छी तरह की है या नहीं।
3. लोन के लिए कितना हो सिबिल स्कोर-
सिबिल स्कोर 900 के जितने करीब होगा, लोन उतना ही आसानी से मिलने की संभावना बनी रहती है। 750 और उससे ऊपर के CIBIL Score को अच्छा माना जाता है। वहीं 600 से नीचे का सिबिल स्कोर खराब (bad cibil score range) कहा जाता है।
4. लोन डिफॉल्ट का सिबिल पर असर -
वैसे तो सिबिल स्कोर खराब होने के कई कारण हैं लेकिन लोन डिफॉल्ट (loan default) होना सबसे मुख्य कारणों में से एक है। लोन डिफॉल्ट होने पर सिबिल स्कोर कई अंकों तक गिरता है। आप किसी ऐसे व्यक्ति के लोन गारंटर (loan guarantor) बने हैं जिसने लोन डिफॉल्ट कर दिया तो भी आपका सिबिल स्कोर खराब होगा।
5. सिबिल स्कोर कैसे होगा ठीक-
लोन की ईएमआई (loan EMI) समय पर चुकाने से सिबिल स्कोर ठीक होता है। क्रेडिट कार्ड के बिल समय पर भरने और अधिक लोन न लेने से भी सिबिल स्कोर ठीक रहता है। क्रेडिट कार्ड की 30 प्रतिशत तक की लिमिट (credit card limit) का उपयोग करते हैं और समय पर बिल पे करते हैं तो सिबिल स्कोर बेहतर होता है।
6. कितनी बार चेक कर सकते हैं सिबिल स्कोर-
सिबिल स्कोर को चेक (how to check cibil score) करने को लेकर कोई विशेष नियम नहीं है। इसे समय समय पर चेक किया जा सकता है। जब लगे कि आपने कोई बिल भुगतान (loan and bill payments) किया है या चूक गए हैं तो इसका असर सिबिल पर देख सकते हैं।
7. ठीक या खराब ऐसे होता है सिबिल स्कोर-
लोन या क्रेडिट कार्ड लेने के बाद ईएमआई (EMI repayment) व बिल समय पर चुकाने से सिबिल स्कोर ठीक होता है। वहीं, समय पर बिलों का भुगतान न करने व लोन की ईएमआई न भरने से यह खराब (bad cibil score reasons) हो जाता है। इसके खराब होने के कई कारण होते हैं।
8. सिबिल स्कोर कब होता है अपडेट-
आमतौर पर सिबिल स्कोर महीने में दो बार अपडेट (cibil score update kab hota h) किया जाता है। यह हर 15 दिन में अपडेट होता है। इसलिए समय समय पर इसकी जानकारी जुटा लेनी चाहिए। कई बार बैंक या अन्य वित्तीय संस्थान की ओर से भी सिबिल (cibil score knowledge) की जानकारी गलत अपडेट हो जाती है। इस कारण सिबिल स्कोर प्रभावित हो जाता है। इसकी शिकायत कर आप इसे सुधरवा सकते हैं।
9. ब्याज दरों में सिबिल की भूमिका-
लोन की मंजूरी बैंकों या एनबीएफसी (NBFC) की ओर से तभी दी जाती है जब सिबिल स्कोर का आंकड़ा जान लिया जाता है। इसके बाद ही ब्याज दरें निर्धारित की जाती हैं। सिबिल स्कोर का आंकड़ा (cibil score) कम होता है तो ब्याज दरें महंगी होंगी और यह आंकड़ा 750 या इससे ऊपर होता है तो कम ब्याज दर पर सस्ता लोन मिल जाता है।
10. CIBIL Score की यहां मिलेगी रिपोर्ट-
कोई भी ग्राहक अपने सिबिल स्कोर से जुड़ी पूरी रिपोर्ट CIBIL की वेबसाइट से ले सकता है। आजकल कई बैंक और लोन (bank loan news) देने वाली ऐप्स भी मुफ्त में सिबिल स्कोर चेक (cibil kaise check kre) करने की सुविधा प्रदान करती हैं। एप्स से लोन लेते समय अतिरिक्त सावधानी की जरूरत होती है।