Delhi-NCR Property Rates : अब नोएडा और ग्रेटर नोएडा में प्रोपर्टी खरीदना हो जाएगा और महंगा, सर्किल रेट में इतनी बढ़ोतरी
Delhi-NCR Property Rates : हाल ही में आई एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा के जेवर एयरपोर्ट और न्यू नोएडा में प्रॉपर्टी की बढ़ती कीमतों के कारण प्रशासन ने सर्किल रेट बढ़ाने का फैसला लिया है... जारी इस रिपोर्ट से जुड़ी पूरी जानकारी जानने के लिए इस खबर को पूरा पढ़ लें-

HR Breaking News, Digital Desk- (UP News) ग्रेटर नोएडा के जेवर एयरपोर्ट और न्यू नोएडा में प्रॉपर्टी की बढ़ती कीमतों के कारण प्रशासन ने सर्किल रेट बढ़ाने का फैसला लिया है. लगभग एक दशक बाद यह बढ़ोतरी प्रस्तावित है. जेवर एयरपोर्ट क्षेत्र में सर्किल रेट 70% तक और न्यू नोएडा में 40% तक बढ़ाने का प्रस्ताव जिलाधिकारी को भेजा गया है. यह कदम इन क्षेत्रों में रियल एस्टेट बाजार की तेजी को दर्शाता है.
प्रॉपर्टी की बढ़ती मांग और आगामी विकास योजनाओं, खासकर जेवर एयरपोर्ट और न्यू नोएडा के आसपास, को देखते हुए सर्किल रेट में उल्लेखनीय वृद्धि की जा रही है. इन प्रस्तावित दरों के लागू होने के बाद, जमीन की रजिस्ट्री पर अधिक स्टांप ड्यूटी का भुगतान करना होगा, जिससे इन क्षेत्रों में प्रॉपर्टी खरीदना महंगा हो जाएगा.
40 से 50 प्रतिशत तक होगी बढ़ोत्तरी-
दादरी और ग्रामीण इलाकों में प्रॉपर्टी के सर्किल रेट में 40-50 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी का प्रस्ताव है, जबकि विकसित सेक्टरों में यह वृद्धि कम होगी. नोएडा और ग्रेटर नोएडा (greater noida) के कई गांवों में भी सर्किल रेट में 50 प्रतिशत तक की संभावित बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है.
प्रशासन द्वारा इस प्रस्ताव पर स्थानीय नागरिकों से आपत्तियां भी मांगी गई थीं, जिन पर निबंधन विभाग ने विचार कर अंतिम रिपोर्ट तैयार की है. जल्द ही उस पर अंतिम मुहर लगायी जा सकती है.
2015 में बढ़े थे दाम-
2015 के बाद पहली बार, जेवर में कृषि भूमि के सर्किल रेट में 15-20 प्रतिशत की बढ़ोतरी का प्रस्ताव है, जो 900/वर्ग रुपये मीटर से बढ़कर 1550/वर्ग रुपये मीटर हो जाएगा. यह बढ़ोतरी जेवर एयरपोर्ट (jewar airport) के तीसरे चरण के भूमि अधिग्रहण से प्रभावित किसानों (farmers) के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगी, क्योंकि उन्हें बढ़े हुए रेट पर अधिक मुआवजा और ब्याज मिलेगा, जिससे उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार होगा.
यहां बता दें कि दस साल बाद सर्किल रेट (circle rate) बढ़ाने से प्राधिकरण के राजस्व में वृद्धि होगी, जिससे लोगों के लिए योजनाओं में विकास के कार्य हो सकेंगे. उधर अभी लोगों ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.