EPFO: 12 हजार बेसिक सैलरी वाले PF खाताधारकों को रिटायरमेंट पर मिलेंगे 86,90,310 रुपये, समझ लें कैलकुलेशन
EPFO: कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) निजी क्षेत्र के संगठित वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण सेवानिवृत्ति बचत योजना है, जिसे कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा प्रबंधित किया जाता है... इसी कड़ी में आपको बता दें कि 12 हजार बेसिक सैलरी वाले PF खाताधारकों को रिटायरमेंट पर 86,90,310 रुपये मिलेंगे-

HR Breaking News, Digital Desk- (EPF Calculation) कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) निजी क्षेत्र के संगठित वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण सेवानिवृत्ति बचत योजना है, जिसे कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा प्रबंधित किया जाता है. इस योजना के तहत, कर्मचारी और नियोक्ता (employer) दोनों ही कर्मचारी के मूल वेतन और महंगाई भत्ते (डीए) का 12-12 प्रतिशत योगदान करते हैं. सरकार वार्षिक आधार पर EPF की ब्याज दरें निर्धारित करती है, और वित्त वर्ष 2023-24 के लिए यह दर 8.25 प्रतिशत प्रति वर्ष है.
12 हजार रुपये सैलरी पर रिटायरमेंट फंड -
EPF एक ऐसा अकाउंट है, जिसमें रिटायरमेंट तक धीरे-धीरे बड़ा कॉपर्स बन जाता है. मान लीजिए आपकी बेसिक सैलरी (+DA) मिलाकर 12,000 रुपये है. आपकी उम्र 25 साल है, तो रिटायरमेंट तक यानी 60 साल की उम्र तक आपके पास करीब 87 करोड़ रुपये रिटायरमेंट फंड (retirement fund) तैयार हो सकता है. इस फंड का कैलकुलेशन 8.25 प्रतिशत सालाना ब्याज दर और औसत पांच प्रतिशत सालाना सैलरी इंक्रीमेंट (salary increment) पर है. ब्याज दरें और सैलरी इंक्रीमेंट बदलने पर आंकड़े बदल सकते हैं.
EPF कैलकुलेशन समझिए -
बेसिक सैलरी+DA= 12,000 रुपये
मौजूदा उम्र= 25 साल
रिटारमेंट उम्र= 60 साल
इम्प्लॉई मंथली कंट्रीब्यूशन= 12 फीसदी
एम्प्लॉयर मंथली कंट्रीब्यूशन= 3.67 फीसदी
EPF पर ब्याज दर= 8.25 फीसदी सालाना
सालाना औसत सैलरी ग्रोथ= 5 फीसदी
इस तरह रिटायरमेंट पर मैच्योरिटी फंड= 86,90,310 रुपये (इसमें कुल कंट्रीब्यूशन 21,62,568 है. जबकि ब्याज से 65,27,742 रुपये है.)
EPF में एम्प्लॉयर का 3.67% कंट्रीब्यूशन-
कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) खाते में कर्मचारी के मूल वेतन और महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) का 12 प्रतिशत जमा होता है। नियोक्ता का 12% योगदान दो भागों में विभाजित होता है: 8.33 प्रतिशत कर्मचारी पेंशन (employees pension) खाते में जाता है, और शेष 3.67% ईपीएफ खाते में जमा होता है. यह योजना उन कर्मचारियों के लिए अनिवार्य है जिनकी मूल वेतन ₹15,000 से कम है.