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NCR के इन 4 गांवों के किसानों की हुई मौज, मकान के साथ मिलेगा रोजगार

एनसीआर के किसानों के लिए गुड न्यूज है। दरअसल बुलंदशहर विकास प्राधिकरण दादरी के चार गांवों की 250 एकड़ जमीन पर नई टाउनशिप विकसित करने का मास्टर प्लान तैयार कर लिया है। BDA किसानों को 90 प्रतिशत जमीन का मुआवजा देगा। आइए नीचे खबर में विस्तार से जानते हैं टाउनशिप विकसित होने से किन किन गांवों और शहरों को फायदा मिलेगा। 

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HR Breaking News (ब्यूरो)। दादरी के चार गांवों की 250 एकड़ जमीन पर बुलंदशहर विकास प्राधिकरण (Bulandshahr Development Authority) टाउनशिप विकसित करने जा रहा है। इसके लिए अधिग्रहण की नीति तय हो गई है। बीडीए पहली बार किसानों को अधिग्रहीत जमीन के बदले छह प्रतिशत विकसित भूखंड देने जा रहा है।

किसानों से विकास शुल्क लिया जाएगा और उन्हें सिर्फ 90 प्रतिशत जमीन का ही मुआवजा प्राधिकरण देगा। BDA का दावा है कि इस टाउनशिप में आवासीय, कमर्शियल और इंडस्ट्रियल भूखंड होंगे, जहां पर लोगों को रोजगार के साथ ही आवासीय सुविधा भी दी जाएगी।

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बुलंदशहर प्राधिकरण के विकास (BDA) क्षेत्र में गौतमबुद्ध नगर की दादरी तहसील के भी कुछ गांव आते हैं। बीडीए की सचिव ज्योत्सना यादव ने बताया कि 225 हेक्टेयर में विकसित होने वाली इस टाउनशिप के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। टाउनशिप का निर्माण दादरी के गांव कैमराला, चक्रसैनपुर तथा घोड़ीबछैड़ा और चमरावली रामगढ़ की जमीन पर होगा। इसके लिए किसानों से आपसी समझौते के आधार पर जमीनें ली जा रही हैं। 

प्राधिकरण पहली बार छह प्रतिशत के भूखंड दादरी के इन गांवों के किसानों को देगा। छह प्रतिशत का जो भूखंड मिलेगा, उसके लिए विकास शुल्क देना होगा। यह 7300 रुपये प्रति वर्ग मीटर होगा, जो आवंटन पत्र जारी होने के बाद तीन माह में जमा करना होगा। यदि किसी किसान का 6 प्रतिशत का भूखंड 15 मीटर या उससे कम का बनता है तो उसे भूखंड नहीं मिलेगा और 15 मीटर से अधिक बनने पर न्यूनतम 40 मीटर तथा अधिकतम 2500 मीटर का भूखंड प्राधिकरण द्वारा दिया जाएगा।

किसानों से लिए जाएंगे शुल्क

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बीडीए के मुख्य कोषाधिकारी संतोष कुमार के अनुसार विकसित भूखंड का स्टांप शुल्क और रजिस्ट्री शुल्क किसानों को ही देना होगा, इसके अलावा फ्री होल्ड चार्ज, कार्नर चार्ज आदि का भुगतान भी किसानों को ही करना होगा।