Fixed Deposit : एफडी में पैसे लगाने वाले हो जाएं सावधान, निवेश करने से पहले जान लें ये जरूरी बात
Fixed Deposit : अगर आप भी एफडी में निवेश करने की प्लानिग कर रहे है तो इस खबर को एक बार जरूर पढ़ लें। दरअसल आपको बता दें कि एफडी में पैसा लगाने पर आपको जहां एक तरफ कई सारे फायदे होते हैं तो वहीं आपको कुछ नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि एफडी में पैसा लगाने पर आपको क्या नुकसान उठाने पड़ सकते हैं-

HR Breaking News, Digital Desk- (Fixed Deposit) अपने पैसों को सही जगह इनवेस्ट करने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) आज भी सबसे ज्यादा लोकप्रिय योजनाओं में से एक है। कई सारे लोग अपने पैसों को सुरक्षित तरीके से इनवेस्ट करने के लिए एफडी पर ही भरोसा करते हैं। हाल के महीनों में, लगभग सभी निजी और सरकारी बैंकों (government Bank) ने FD पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है, जिससे यह और भी आकर्षक हो गया है।
हालांकि फिर भी एफडी में पैसा लगाने पर आपको जहां एक तरफ कई सारे फायदे होते हैं तो वहीं आपको कुछ नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। ऐसे में आइये जानते हैं कि एफडी में पैसा लगाने पर आपको क्या नुकसान उठाने पड़ सकते हैं।
फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट-
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) का एक मुख्य नुकसान इसकी निश्चित ब्याज दर है। खाता खोलते समय जो ब्याज दर तय हो जाती है, आपको परिपक्वता तक उसी दर से रिटर्न मिलता है। इसका मतलब है कि अगर बाजार में ब्याज दरें बढ़ जाती हैं, तो भी आपको अपनी पुरानी, कम दर पर ही ब्याज मिलता रहेगा, जिससे संभावित अधिक कमाई का नुकसान हो सकता है।
कम रिटर्न-
एफडी योजनाओं में इनवेस्टमेंट का एक नुकसान यह भी है कि एफडी में क्योंकि एक फिक्स इंटरेस्ट रेट मिलता है जिस वजह से इसमें बहद कम रिटर्न मिल पाता है। आम तौर पर यह रिटर्न म्यूचुअल फंड (mutua fund) या दूसरे इनवेस्टमेंट विकल्पों से कम भी होता है।
लॉक इन पीरियड-
एक बार जब आप एफडी में इनवेस्ट करते हैं तो आपका पैसा डिपॉजिट (deposit) की अवधि के लिए लॉक हो जाता है। इसका मतलब यह है कि आप अपने पैसे को तब तक इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं जब तक कि वह पीरियड खत्म ना हो जाए। भले ही आपके साथ कोई इमरजेंसी (emergency) की स्थिति क्यों ना हो।
TDS-
एफडी पर आपको जो ब्याज दिया जाता है वह टैक्स के दायरे में आता है। इसका सीधा सा मतलब यह है कि आपको मिलने वाले ब्याज पर टैक्स देना होगा। एफडी पर प्याज इनकम फ्रॉम (Income form) अदर सोर्स में गिना जाता है।
महंगाई-
एफडी पर ज्यादातर बार महंगाई दर से कम ही होती है। ऐसे में अगर एफडी से महंगाई दर से ज्यादा इंटरेस्ट नहीं मिलता तो उसमें निवेश करने पर आपको कुछ खास फायदा नहीं मिलेगा। अगर महंगाई की दर आपके एफडी इंटरेस्ट रेट (fd interest rate) से ज्यादा है तो समय के साथ साथ आपके पैसों की वैल्यू कम होती जाएगी।
लिक्विडिटी-
अगर कभी जरूरत पड़ने पर आप अपनी एफडी को तोड़ते हैं तो इस पर आपको प्री मेच्योर पेनाल्टी (pre-mature penalty) देनी होती है। इसके अलावा आपको एफडी पर कोई कैपिटल गेन्स टैक्स (capital gains tax) नहीं देना होता है।
बैंक के दिवालिया होने का खतरा-
एफडी को एक सुरक्षित इनवेस्टमेंट (Investment) माना जाता है। हालांकि इसमें बैंक के दिवालिया होने का खतरा भी बना रहता है। अगर कभी आपका बैंक दीवालिया (bank bankrupt) हो जाता है तो आप अपने पूरा निवेश या पिर निवेश का कुछ हिस्सा खो सकते हैं।
वक्त से पहले पैसा निकालने पर जुर्माना-
अगर आप एफडी योजना (FD Scheme) से समय से पहले पैसा निकालते हैं तो आपको इसके लिए कुछ पैसा भी देना पड़ सकता है।