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Gold Price Decline : इस वजह से सस्ता हो गया सोना, जान लें असली कारण

Gold Prices Falling Reasion : अप्रैल के महीने की शुरूआत में सोने के कीमतों में लगातार उछाल देखें गए है। निवेशको के लिए ये बेहद अच्छा चल रहा था लेकन अब इस महीनें के खत्म होते होते सोने के दाम फिर से फीके पड़ रहे है। यानि कि इन दिनों सोने के भाव (sone ka rate) में गिरावट आ रही है। सोना आपात स्थिति में यह निवेशकों के बहुत काम में आता है। ऐसे में क्या आप जानत है कि सोने के दाम कम होने के पीछे आखिर क्या वजह हो सकती है। 

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HR Breaking News, Digital Desk : Gold Prices Falling-सोने की कीमतों (sone ki kimat) में उतार चढाव चलता रहता है। ये आम लोगों जो कि कभी कबार खरीदारी करते है उनके लिए तो कोई खास बात नही है लेकिन जो लोग गलातार सोने में निवेश करते है उनके लिए ये चिंता का विषय बनता जा रहा है।  दिल्ली के सर्राफा मार्केट में सोना 71,990 रुपये प्रति 10 ग्राम का रिकॉर्ड बनाने में कामयाब हो गया था, जो इसका ऑलटाइम हाई है. लेकिन मंगलवार, 23 अप्रैल से सोने की कीमतों में गिरावट शुरू हो गई. 


मध्य पूर्व में तनाव बढ़ने की आशंका कम होने से निवेशकों (investors of gold) ने बीते हफ्ते प्रमुख अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों से पहले सोने में मुनाफावसूली की. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, सोना हाजिर 0.3 फीसदी गिरकर 2,318.90 डॉलर प्रति औंस पर आ गया, जो 5 अप्रैल के बाद सबसे निचले स्तर पर था. 12 अप्रैल को बुलियन (bullion market) की मार्च से अप्रैल की रैली ने ग्लोबल लेवल पर इसे लगभग 400 डॉलर बढ़ाकर 2,431.29 डॉलर के ऑलटाइम हाई पर पहुंचा दिया था.

जान लें सोने की कीमतों में क्यों शुरू हुई गिरावट?


पिछले कुछ हफ्तों में सबसे भारी गोलाबारी में गाजा में इजरायली हमले तेज हो गए, लेकिन पिछले हफ्ते ईरान के यह कहने के बाद कि व्यापक इजरायली ड्रोन हमले के बाद जवाबी कार्रवाई करने की उसकी कोई योजना नहीं है. जिसकी वजह से संघर्ष पर विराम लगने की बातें की जाने लगीं.

US से मिलने वाले संकेतों पर है करीब से नजर


सूत्रों के अनुसार इसका मतलब है कि सोना (Gold), जिसे परंपरागत रूप से जोखिम से बचने के साधन के रूप में देखा जाता है, अपनी जमीन खो चुका है. बाजार अमेरिका से मिलने वाले संकेतों पर भी करीब से नजर रख रहा है, जहां मुद्रास्फीति के आंकड़ों और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के बयानों से संकेत मिलता है कि जून में ब्याज दरों में कटौती नहीं की जा सकती है.


सितंबर महीने में हो सकती है ब्याज दरों में कटौती


यूएस (US) फेड अधिकारियों की हालिया टिप्पणियों से संकेत मिलता है कि दरों में कटौती की कोई जल्दबाजी नहीं है, जिससे ब्याज रहित भुगतान वाले सर्राफा की अपील कम हो गई है. व्यापारियों को अब उम्मीद है कि फेड की दर में पहली कटौती संभवत: सितंबर में होगी. 


अर्थव्यवस्था की सेहत और कटौती के समय के बारे में अधिक सुराग के लिए बाजार गुरुवार को आने वाले अमेरिकी जीडीपी डेटा और शुक्रवार को व्यक्तिगत उपभोग व्यय (पीसीई) प्रिंट पर नजर रखेगा.

येन के मुकाबले 34 साल के शिखर पर USD


जापानी येन के मुकाबले अमेरिकी डॉलर के 34 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद सोने और चांदी की कीमतों (chandi ka bhaav) में गिरावट आई, जबकि डॉलर सूचकांक पांच महीने के उच्चतम स्तर पर स्थिर रहा. खासकरके, फरवरी 2021 के बाद से सोने में सबसे बड़ी एक दिवसीय गिरावट (decline in gold price) दर्ज की गई, जो 2340 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस से नीचे फिसल गई, जबकि चांदी की कीमतें हालिया मजबूत रैली के बाद 27.30 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस से नीचे गिर गईं.