Gold Rate 2025 : दिसंबर महीने के अंत तक इतने हो जाएंगे 10 ग्राम सोने का भाव

HR Breaking News (Gold Rate)। अक्सर देखा जाता है कि सोने में निवेश करना फायदे का सौदा होता है क्योंकि समय के साथ-साथ सोना बंपर रिटर्न भी ऑफर करता है। जहां एक ओर कुछ समय पहले सोने की कीमतों में गिरावट का दौर जारी था, वहीं अब सोने की कीमतों में एक बार फिर से सोने की कीमतों (Gold price hike) में तेजी देखी जा रही है।
ऐसे में लोगों के मन में सवाल है कि इस साल के अंत तक सोने की कीमत कितनी होने वाली है। हाल ही में एक रिपोर्ट के माध्यम से कुछ एक्सपर्ट्स ने सपष्ट कर दिया है कि इस साल के अंत तक सोने की कीमत क्या रहने वाली है। खबर में जानिये पूरी डिटेल।
सोने की कीमतों में बढ़ौतरी होने की वजह-
इस साल ही शुरुआत से ही सोने की कीमतों (Gold price hike) में बंपर बढ़ौतरी देखी जा रही है। जोकि अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक चली है। सोने के दाम बढ़ने का प्रमुख वजह अमेरिका की ओर से पैदा की गई ग्लोबल टेंशन को बताया जा रहा है।
अमेरिका की ओर से कई देशों पर रेसिप्रोकल टैक्स (Reciprocal Tax Kya hota h) की धमकिया आई तो बाजार में स्थिति अनिश्चित कर दी गई है। बाजार गिरने लगे तो लोगों ने वहां से पैसा निकालकर सोने में डालना शुरू कर दिया है। सोने की इससे मांग बढ़ गई और सोने की कीमतों (sone ki kemat) में भी उछाल देखा जा रहा है।
सोने की कीमतों में गिरावट की वजह-
सोने की कीमत एक बार बढ़ने के बाद दौबारा से गिरने (Gold price fall) भी लग गई है। 22 अप्रैल को सोना बढ़ते हुए एक लाख को क्रॉस कर गया था। एमसीएक्स पर भी सोने की कीमत एक लाख के करीब पहुंच गई थी। एमसीएक्स पर सोने की कीमत 99358 रुपये प्रति तोला के हिसाब से चल रही थी। यहां के बाद सोने की कीमत (Gold Rate) लगातार गिरती नजर आ रही है, क्योंकि लोगों ने सोने में मुनाफावसूली शुरू कर दी और साथ ही ट्रंप की ओर से भी टैरिफ पर रूख नरम पड़ गया है, जिसका प्रभाव बाजार पर देखा जा रहा है।
सोने की कीमतों में आया इतना उछाल-
इस साल सोने की कीमत (Gold Rate today) में काफी उतार चढ़ाव देखा जा रहा है। 2024 के अंत से सोना बढ़ना शुरू हो गया है। सोने की कीमत इस साल 25 से 30 प्रतिशत तक बढ़ गए है। कीमतों में इतनी बढ़ौतरी आने के बाद सोने की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। फिलहाल सोना (Gold Rate) 7 प्रतिशत तक गिरने के बाद फिर से बढ़ गया है।
16 साल में सबसे कम खरीदा गया सोना-
2025 में सोने (Gold Rate fall) के आभूषणों की खरीदी में गिरावट देखी जा रही है। 16 साल में पहली बार ज्वेलरी का हिस्सा पहली तिमाही में 25 प्रतिशत कम हो गया है। 16 साल में इतना कम सोना खरीदा गया है। सोने के लोगों ने हल्के गहने बनवाए हैं।
इसके अलावा दस साल बाद ऐसा ही हुआ है कि सोने के निवेशकों (Gold investment) की संख्या बढ़ गई है। सोने में निवेश करने वाले 7 प्रतिशत बढ़ गये हैं। यह भी दस साल का रिकॉर्ड को तोड़ रहा है। निवेशकों ने सोने को सुरक्षित मानते हुए इसमें निवेश कर दिया है। सोने की कीमत (Gold Rate) में ज्यादा निवेश की भी यही वजह है।
फिलहाल इस रेट मिल रहा है सोना-
देश में बुधवार को सोने की कीमत मिले जुले दिखाई दे रही है। एमसीएक्स पर सोने की कीमत नरम पड़ती नजर आ रही है। एमसीएक्स पर सोने की कीमत (Gold price) 96550 लो सक्रीट रहे व हाईएस्ट 97380 पर गए हैं। वहीं, बुधवार को सोने की कीमत 96,900 रुपये पर खुली थी। वहीं, इससे पहले सोने की कीमत 97,491 पर बंद हुआ था।
मंगलवार को ये रहे सोने के दाम-
कुल मिलाकर रात 9 बजकर 14 मिनट पर सोने की कीमत 97065 रुपये है। जोकि मंलवार से 426 रुपये प्रति तोला यानी -0.44 प्रतिशत प्रति दस ग्राम कम दर्ज किए गए है। हालांकि कुछ दिन पहले ही सोने के दाम (Sone ke rate) 92 हजार तक गिर गए थे, जहां से 5 हजार तक सोना बढ़ गया है। वहीं, रिकॉर्ड हाई 99358 के पास पहुंच गया है।
एक्सपर्ट्स ने जताई संभावना-
सोने की कीमत को लेकर अलग अलग एक्सपर्ट की अलग अलग राय दी जा रही है। 2025 के अंत तक सोने की कीमत (Sone ki kemat) पूरी तरह से सिचुएशन पर निर्भर करती हैं। जॉन मिल्स का मानना है कि साल के अंत तक टैरिफ व बाजार की स्थिति क्लीयर होने पर निवेशक बाजार में लौटने वाले हैं। इसके अलावा सोने की कीमत गिरेगी व सोने (Gold Rate) की आपूर्ति से कम मांग होगी।
इतने हो सकते हैं सोने के दाम-
इसकी वजह से सोने की कीमत 1800 डॉलर प्रति औंस (Gold price in ounce) तक गिर सकती है। यानी 56000 रुपये प्रति दस ग्राम तक भाव पर आ सकते हैं। वहीं, गोल्डमैन का पुर्वानुमान है कि ऐसे ही ट्रेड वॉर व अन्य स्थितियां चलती रही तो सोने की कीमत 1 लाख 38 हजार रुपये तोला तक पहुंच सकती है। 4500 डॉलर प्रति औंस तक सोना (Gold Rate) जाने की उम्मीद है।