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Gold Rate : साल के आखिर तक इतने हो जाएंगे 10 ग्राम गोल्ड के रेट

Gold Rate :सोने के दाम इन दिनों उतार चढ़ाव के दौर से गुजर रहे हैं। साल के शुरूआती दिनों में जिस कदर बढ़ौतरी ही होती जा रही थी, वह अब नहीं रहा है। सोने के दाम रिकॉर्ड बनाने के बाद काफी गिर गए और अब फिर कभी कम हो रहे हैं तो कभी ज्यादा, ऐसे में सोने (Gold Rate) के दामों को लेकर भविष्य को लेकर लोग चिंतित हैं। आइए जानते हैं साल के अंत तक सोने के दाम कितने रहेंगे। 

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Gold Rate : साल के आखिर तक इतने हो जाएंगे 10 ग्राम गोल्ड के रेट

HR Breaking News (Gold Rate) सोना एक बेसकीमती धातु है। इसके दाम कम होना और ज्यादा होना लोगों को बहुत प्रभावित करते हैं। हाल के दिनों में सोने को सुरक्षित एसेट मानते हुए निवेश के तौर पर भी किया जा रहा है। निवेशकों ने सोने को अपना सुरक्षित स्थान माना है। 

 


क्यों बढ़े सोने के दाम
 

साल की शुरुआत में सोने के दामों में बढ़ौतरी आई, जोकि अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक चली। सोने के दाम बढ़ने का प्रमुख कारण अमेरिका की ओर से पैदा की गई ग्लोबल टेंशन रहा है।

 

अमेरिका की तरफ से कई देशों पर रेसिप्रोकल टैक्स की धमकिया आई तो बाजार में स्थिति अनिश्चित हो गई और बाजार गिरने लगे तो लोगों ने वहां से पैसा निकालकर सोने में डालना शुरू कर दिया। सोने की इससे मांग बढ़ गई और सोने के दाम भी बढ़ गए। 

 


फिर क्यों गिरे बीच में दाम
 

सोने के दाम एक बार बढ़ने के बाद गिरे भी हैं। 22 अप्रैल को सोना बढ़ते हुए एक लाख को क्रॉस कर गया था। एमसीएक्स पर भी सोने के दाम एक लाख के करीब थे। एमसीएक्स पर सोना 99358 रुपये प्रति तोला पर चला गया था।

 

यहां के बाद सोने के दाम (Gold Rate) लगातार गिरते आए, क्योंकि लोगों ने सोने में मुनाफावसूली शुरू कर दी और साथ ही ट्रंप की ओर से भी टैरिफ पर रूख नरम पड़ा, जिसका असर सोने के बाजार पर पड़ा। 

कितने प्रतिशत बढ़ा, कितना कम हुआ सोना
 

इस साल सोने के दामों (Gold Rate) में काफी उतार चढ़ाव दिख रहा है। 2024 के अंत से बढ़ना शुरू हुआ सोना फिर से बढ़ने लगा है। सोने के दाम इस साल 25 से 30 प्रतिशत तक बढ़े। इतनी बढ़ौतरी के बाद सोने के दामों में गिरावट का दौर चालू हुआ। फिलहाल सोना (Gold Rate)7 प्रतिशत तक गिरने के बाद फिर से बढ़ गया है।

 

खरीदारी में बदल गया ट्रेंड
 

2025 में सोने (Gold Rate) के आभूषणों की खरीद घटी है। 16 साल में पहली बार ज्वेलरी का हिस्सा पहली तिमाही में 25 प्रतिशत कम हुआ है। 16 साल में इतना कम सोना खरीदा गया है। सोने के लोगों ने हल्के गहने बनवाए हैं।

वहीं, दस साल बाद ऐसा हुआ है कि सोने के निवेशकों की संख्या बढ़ गई है। सोने में निवेश करने वाले 7 प्रतिशत बढ़े हैं। यह भी दस साल का रिकॉर्ड टूटा है। निवेशकों ने सोने को सुरक्षित मानते हुए इसमें निवेश किया है। सोने के दाम (Gold Rate)  भी ज्यादा निवेश के कारण ही बढ़ रहे थे। 

फिलहाल ये चल रहे हैं सोने के दाम
 

देश में बुधवार को सोने के दाम मिले जुले दिखाई दिए। एमसीएक्स पर सोना नरम पड़ा है। एमसीएक्स पर सोने के दाम (Gold Rate) 96550 लो सक्रीट रहे व हाईएस्ट 97380 पर गए हैं। वहीं, बुधवार को सोना 96,900 रुपये पर खुला था। वहीं, इससे पहले सोना 97,491 पर बंद हुआ था।

कुल मिलाकर रात 9 बजकर 14 मिनट पर सोने के दाम 97065 चल रहे थे, जोकि मंलवार से 426 रुपये प्रति तोला यानी -0.44% प्रतिशत दस ग्राम कम दर्ज किए गए। हालांकि कुछ दिन पहले ही सोने के दाम 92 हजार तक गिर गए थे, जहां से 5 हजार तक सोना बढ़ गया है। वहीं, रिकॉर्ड हाई 99358 के पास पहुंच रहा है। 


 

साल के अंत तक ये होंगे सोने के दाम
 

सोने के दामों को लेकर अलग अलग एक्सपर्ट की अलग अलग राय है। 2025 के अंत तक सोने के दाम पूरी तरह से सिचुएशन पर निर्भर करते हैं। जॉन मिल्स का मानना है कि साल के अंत तक टैरिफ व बाजार की स्थिति क्लीयर होने पर निवेशक बाजार में लौटेंगे और सोने के दाम गिरेंग व सोने (Gold Rate) की आपूर्ति से कम मांग होगी।

जिससे सोने के दाम 1800 डॉलर प्रति औंस तक गिर सकते हैं, यानी 56000 रुपये प्रति दस ग्राम तक भाव आ सकते हैं। वहीं, गोल्डमैन का अनुमान है कि ऐसे ही ट्रेड वॉर व अन्य स्थितियां चलती रही तो सोने के दाम 1 लाख 38 हजार रुपये तोला तक जा सकते है। 4500 डॉलर प्रति औंस तक सोना (Gold Rate) जाने की संभावना है। 

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