Income Tax Raid : इनकम टैक्स की सबसे बड़ी रेड, हिल गया देश, ट्रकों में भरकर ले जाएग गए नोट
Income Tax Raid : आयकर विभाग देश में समय-समय पर रेड करता रहता है। आयकर विभाग की कार्रवाई में कई बार तो ट्रक भर नोट मिलते हैं। देश के राजस्व बढ़ाने में आयकर विभाग बड़ी भूमिका निभाता है। इनकम टैक्स की बड़ी रेड हुई है, जिससे देश हिल गया है। नोट भी ट्रकों में भरकर ले जाने पड़े हैं।

HR Breaking News (Income Tax Raid) आयकर विभाग की ओर से देश का राजस्व छीपाने वालों, यानी देश में टैक्स चोरी करने वालों पर हमेशा पैनी नजर रहती है। इनपर आयकर विभाग ऐसी दबिश देता है कि टैक्स चोरी करने वालों के पसीने छूट जाते हैं। आयकर विभाग की ऐसी ही कार्रवाई सामने आई हैं, जिसमें तगड़ा कैश मिला है।
आयकर विभाग के छापे बनाते हैं रिकॉर्ड
देश में आयकर विभाग (Income Tax Raid) के कई ऐसे छापे हैं जिनकी कहानियां सालों तक लोगों के जेहन रहेंगी। देश में एक रेड ऐसी भी रही है जब शख्स के 90 ऑफिसर्स ने आयकर विभाग की ओर से दबिश दी थी। इन्हीं में कानपुर की वह रेड भी लोगों को याद आ रही है जिसमें 250 करोड़ से ज्यादा की नगदी बरामद हुई थी और ट्रक में पैसा गया था। चलिए आयकर विभाग की 5 बड़ी रेड के बारे में जानते हैं।
1981 की रेड आज भी लोगों को याद
1981 में 16 जुलाई को जाने-माने बिजनेसमैन, पंजाब के पूर्व विधानसभा सदस्य और राज्यसभा सांसद सरदार इंदर सिंह के कानपुर के ठिकानों पर 90 से अधिक इनकम टैक्स ऑफिसर्स ने रेड की थी। इनके साथ 200 पुलिस वालों का अमला थी था। तीन रात और दो दिन चली रेड में भारी मात्रा में छिपाई गई संपत्ति और नकदी सामने आई थी।
आयकर विभाग की ओर से कानपुर के तिलक नगर, लाजपत नगर और आर्यनगर में सरदार इंदर सिंह के करीबियों के ठिकानों और पनकी व फजलगंज में स्थित सिंह इंजीनियरिंग वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड की फैक्टरियों पर भी छापेमारी (Income Tax Raid) की गई यह सब सील की गई थी। उस टाइम पर 92 लाख रुपये नकदी मिली थी।
सोना, गहने और फिक्स्ड डिपॉजिट भी मिले थे। रेट कानपुर तक सीमित नहीं थी, इसकी आंच दिल्ली तक आई ओर यहां 72 हजार रुपये नकद, 1.1 लाख रुपये फिक्स्ड डिपॉजिट मिली। इसमें 1.3 करोड़ रुपये बरामद हुअए और दो दिन में 30 लाख रुपये कीमत की सोने की छड़ें बरामद हुई। 18 घंटे में इसकी गिनती हुई थी।
351 करोड़ रुपये बरामद
अब एक रेड साल 2023 में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Raid)की ओर से की गई। रेड धीरज साहू के झारखंड और ओडिशा में ठिकानों पर हुई थी। 6 दिसंबर 2023 को शुरू हुई इस रेड से 351 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी व तीन किलो सोने के आभूषण मिले थे। यह अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी रही है।
ट्रकों से लेजाए गए रुपये
वहीं, एक रेड कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के किदवईनगर स्थित आवास पर हुई थी। यह दिसंबर 2021 में हुई थी। लो प्रोफाइल पीयूष जैन का कारोबार वैसे तो कन्नौज में था पर वह कानपुर में रहता था।
कार्रवाई ने यहां लोगों को चौंका दिया। जैन के आवास से 250 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी मिली। पुराने स्कूटर से चलने वाले व्यक्ति के यहां इतना धन मिला। नकदी गिनने के लिए बड़ी संख्या में मशीनें व रुपये ट्रकों से ढोए गए। 120 घंटे से भी अधिक समय तक रेड चली।
यहां बरामद हुए 135 करोड़
इसी प्रकार की एक रेड दिल्ली और नोएडा में सहारा समूह के दफ्तरों पर हुई। इसमें 135 करोड़ रुपये नकद और एक करोड़ मूल्य के गहने रिकवर किए। यह रेड टैक्स चोरी के मामले में थी। इस रेड के साथ सहारा समूह की कानूनी लड़ाई शुरू हुई व समूह के मुखिया सुब्रत रॉय गिरफ्तार हुए।
इस रेड ने भी लोगों को चौंकाया
इसी प्रकार की एक रेड 2016 में हाई प्रोफाइल ऑपरेशन के दौरान आयकर विभाग (Income Tax Raid) की ओर से बेंगलुरु की गई। इसमें दो इंजीनियरों और दो ठेकेदारों के ठिकानों पर छापेमारी की। इसमें 5.7 करोड़ रुपये बरामद हुए। इसमें 4.8 करोड़ तो नए नोट थे जबकि बाकी 90 लाख पुराने नोट थे। रेड में सात किलो सोना और 9 किलो गहने भी मिले। यह पांच करोड़ के थी। बड़ी बड़ी गाड़ियां भी यहां से बरामद हुई।