Gold Rate : सोने की हुई हालत खराब, 10 ग्राम गोल्ड पर 8,468 रुपये गिरे दाम, भविष्यवाणियां फेल
Gold Rate : सोने के दामों में तगड़ी गिरावट आई है। सोने के दाम एक दम से धड़ाम हो गए हैं। सोने की कीमत में गिरावट ने भविष्यवाणियों को भी फेल कर दिया है। सोने का रिवर्स गियर लग चुका है। सोने के दाम गिरने से आम ग्राहम खुश नजर आ रहे हैं और निवेशकों के माथे पर चिंता की लकीरें हैं।

HR Breaking News (Gold Rate) गुरुवार को सोने की हालत पतली हो चुकी है। 24 कैरेट गोल्ड के रेट धड़ाम से गिरे हैं। इतनी बड़ी गिरावट की तो किसी ने सोची भी नहीं होगी। सोने के दामों की गिरावट ने भविष्यवाणियों पर भी संदेह ला दिया है। कुछ विशेषज्ञों का मानना था कि सोना आगे रॉकेट की रफ्तार से चलेगा, लेकिन ये रॉकेट तो बैक फायर करता दिख रहा है।
जमीन पर आ गिरे सोने के दाम
सोना भयंकर गिरावट के साथ जमीन पर आ गिरा है। 7वें आसमाना में झूल रहे सोने के दाम (Gold Rate) अचानक उल्टी गिनती गिनते नजर आ रहे हैं। इस प्रकार की गिरावट ने निवेशकों को परेशान कर दिया है। वहीं, आम उपभोक्ता सोने के दाम गिरने से खुश नजर आ रहे हैं।
इस वजह से हो रही सोने की हालत पतली
सोने के दाम गिरने का कारण भी सामने आया है। सीधे शब्दों में कहे तो निवेशकों की मांग ने सोने के दाम बढ़ाए थे, अब निवेशक सोना बेच रहे हैं और नई मांग नहीं है, इस कारण सोने के दाम (Gold Rate) गिर रहे हैं। सोने के दाम गिरने का कारण प्रमुख रूप से यहीं है।
निवेशकों ने क्यों खरीदा था सोना
अब सवाल आता है कि आखिर निवेशक सोने को क्यों खरीद रहे थे। इसका कारण यह था कि यूएसए की ओर से राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप ने दुनिया के अनेक देशों पर रेसिप्रोकल टैक्स की नीति बनाई थी।
इसी नीति के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अनिश्चित्तता का माहौल बना और निवेशकों ने सोने के पॉजिटिव रिटर्न को देखते हुए इसे सुरक्षित मानकर सोने (Gold Rate) में निवेश किया। वैसे भी सोने को सेफ हेवन के नाम से जाना जाता है। पिछले 11 साल में सोने ने 8 बार पॉजिटिव रिटर्न दिया है और गिरावट बहुत बड़ी नहीं आई है।
फिर क्यों निवेशक हो रहे सोने से दूर
निवेशकों ने अब सोने से मुनाफावसूलना शुरू कर रखा है। दूसरी ओर अमेरिका का ट्रेड वॉर के प्रति रूख नरम पड़ा है। इस कारण बाजारों में फिर से हरियाली आई है और निवेशक अच्छे रिटर्न के लिए बाजारों की ओर लौट रहे हैं। इसी कारण वो सोने से दूर हो रहे हैं।
22 अप्रैल को ऐतिहासिक ऊंचाई पर था सोना
सोने की बात करें तो 22 अप्रैल को सोने (Gold Rate) ने देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐतिहासिक ऊंचाई को छूआ। सोना 22 अप्रैल को भारतीय सर्राफा बाजार में जीएसटी सहित एक लाख को पार कर गया।
इस दिन एमसीएक्स पर भी सोना 1 लाख के बेहद करीब था। यहां सोने के दाम 99,358 रुपये प्रति 10 ग्राम थे। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोना 3400 डॉलर प्रति औंस के आसपास जा पहुंचा था।
यहां से शुरू हो गई सोने की उल्टी गिनती
सोने के दाम (Gold Rate) इतने बढ़ने के बाद काफी तेजी से गिरे। सोने की यहां से उल्टी गिनती शुरू हो गई। 22 अप्रैल के बाद से सोने की हालत पतली है। सोना लगभग 7 से 8 प्रतिशत तक गिर चुका है। 30 प्रतिशत रिटर्न देने के बाद सोने में यह बड़ी गिरावट है।
8,468 रुपये सस्ता हो गया 10 ग्राम गोल्ड
सोने के दाम एमसीएक्स पर अपने ऑल टाइम हाई से 8,468 रुपये सस्ते हैं। सोना 22 अप्रैल को 99,358 रुपये प्रति 10 ग्राम के अपने हाई पर था। वहीं, 15 मई को सोने का लॉ प्वाइंट 90890 रुपये दर्ज किया गया है।
15 मई को ही सोना 91692 रुपये के हाई पर भी गया। 13:24 बजे सोना 1,035 रुपये यानी 1.12% प्रतिशत गिरकर 91230 रुपये पर ट्रेड कर रहा है। 15 मई को सोने का ओपनिंग प्राइज 91,593 रुपये था। वहीं, सोना बुधवार को 92,265 रुपये पर बंद हुआ था।