Gold Rate : लो जी, अब सोने में आने वाली है बड़ी गिरावट, 60 दिन में इतने हो जाएंगे भाव
Gold Rate Today : सोने की कीमतों ने पसीने छुड़ा दिए हैं। इस साल के शुरूआत से ही सोने के भाव में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। लेकिन अब सोने की तेजी के दिन खत्म होने वाले हैं। हाल ही में रिपोर्ट सामने आई है कि अब सोने में बड़ी गिरावट आने वाली है।
HR Breaking News - (Gold Rate)। इस साल सोने में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली है। साल की शुरूआत से लेकर अब तक सोना लगभग 35 प्रतिशत रिटर्न दे चुका है। हाल ही में रिपोर्ट सामने आई है कि आने वाले दो महीनों में सोना क्रैश कर सकता है। सोने की कीमत में अचानक 12 से 15 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है।
क्वांट म्यूचुअल फंड का अनुमान है कि बीते कुछ दिनों में सोने के दाम (sone Ka Bhav) में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है। 5 जून को गोल्ड की कीमतों में स्थिरता दिखी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड 3,372 डॉलर प्रति औंस पर था, जबकि यूएस गोल्ड फ्यूचर्स 0.1 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 3,395 डॉलर प्रति औंस पर चल रहा था।
एक्सपर्ट ने किया खुलासा -
मॉर्निंगस्टार के एनालिस्ट मिल्स का अनुमान सही साबित होता है तो भारत में सोना सस्ता (Gold rate down) होकर 56,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक आ सकता है। मिल्स ने अपने अनुमान के पीछे कुछ अहम कारण बताए हैं। इसमें सबसे बड़ी वजह गोल्ड की जरूरत से ज्यादा सप्लाई है। जब भी किसी भी चीज की सप्लाई में तेजी से बढ़ौतरी होती है तो उसकी कीमतों में गिरावट आती है। अगर गोल्ड की कीमतें (gold rate) क्रैश करती हैं तो यह भारत में लोगों के लिए गुड न्यूज होगी, क्योंकि भारत में शादी-विवाह में गिफ्ट में गोल्ड देने की परंपरा चली आ रही है।
सोने ने दिया 35 प्रतिशत का रिटर्न -
साल 2025 में सोने ने जबरदस्त रिटर्न दिया है। सोने ने इस साल निवेशकों को लगभग 34 फीसदी से अधिक रिटर्न दिया है। 22 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय बाजार में अप्रैल में गोल्ड का भाव (gold rate) 3500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया था। उसके बाद मुनाफावसूली की वजह से इसमें थोड़ी गिरावट देखने को मिली थी। लेकिन, पिछले कुछ सत्रों से फिर से सोने में तगड़ी बढ़ौतरी देखी गई है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक में उथल-पुथल के चलते सोने की कीमतों (gold rate) में तेजी आई है। वहीं, डॉलर के कमजोर होने से भी सोने की कीमतों पर असर पड़ा है।
जान लें सोना खरीदें या फिर नहीं?
एक्सपर्ट्स ने जानकारी देते हुए बताया है कि गोल्ड में गिरावट (gold rate down) आने के बाद भी निवेशकों को कुछ पैसा सोने में जरूर लगाना चाहिए। इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में गोल्ड की हिस्सेदारी 10 से 15 फीसदी तक होनी चाहिए। यह पोर्टफोलियो के डायवर्सिफिकेशन के लिए बेहद जरूरी है। इससे शेयरों में गिरावट आने के बाद पोर्टफोलियो को ज्यादा नुकसान नहीं होता है।
अगर अनुमान के अनुसार आने वाले दिनों में सोने (gold price) में बड़ी गिरावट आती है तो सस्ती दर पर सोना खरीद सकते हैं। क्योंकि अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रैड वॉर पर ब्रेक लगा है यह पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। बाई चांस अगर यह फिर से शुरू हो जाता है तो सोने की कीमतें चमक सकती हैं। ऐसे में निवेशकों को सोने पर नजर रखनी चाहिए। यदि सोना 12 से 15 फीसदी तक गिरता है तो इस मौके का फायदा उठाने से निवेशकों को नहीं चुकना चाहिए।
