Gold Rate : अगले 6 से 7 महीने में इतने हो जाएंगे 10 ग्राम गोल्ड के रेट
Gold Rate :सोने के दामों में इन दिनों भयंकर गिरावट चल रही है। गिरावट ने निवेशकों को झटका दिया है। इस प्रकार की गिरावट ने सोने के सेफ हेवन की छवि को भी ठेस पहुंचाई है। परंतु, सोने के दाम इस साल इतने बढ़े थे कि यह गिरावट भी आम ग्राहकों की रेंज में सोने को नहीं ला पा रही है। वहीं, सोने के आने वाले समय में क्या हालात रहने वाले हैं, इसको लेकर भी एक्सपर्ट्स की राय सामने आई है।

HR Breaking News (Gold Rate) सोने के दामों में इस साल की शुरुआत में ऐतिहासिक बढ़ौतरी देखने को मिली। यह बढ़ौतरी 22 अप्रैल को तो नए कीर्तिमान एक लाख को पार कर गई। वहीं, एमसीएक्स पर भी सोना एक लाख के करीब पहुंच गया। इंटरनेशनल मार्केट में सोने के दाम 3500 डॉलर प्रति औंस तक जा पहुंचे।
इसके बाद सोने ने वो डूबकी लगाई है, जिससे निवेशक छटपटाने लगे हैं। खासकर वो निवेशक जिन्होंने हाई पर सोने को खरीदा था। ऐसे में अब लोगों में सोने के दामों (Gold Rate) को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई। भविष्य में सोने के दाम क्या रहेंगे, इसको लेकर एक्सपर्ट्स की परिडिक्शन सामने आई है। इससे पहले साल की शुरुआत से सोने की चाल को समझते हैं।
साल की शुरूआत में बढ़ना शुरू हुआ सोना
सोने के दाम इस साल की शुरुआत में काफी ज्यादा बढ़े हैं। 2025 की शुरुआत में सोना 76 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास था। इसके बाद सोना बढ़ना शुरु हो गया। इसके बाद सोने के दाम 22 अप्रैल तक एक लाख के आंकड़े पर पहुंच गए। सोने के दाम (Gold Rate) बढ़ने का प्रमुख कारण निवेशकों की मांग रहा है।
क्यों खरीदा निवेशकों ने सोना
निवेशकों ने सोने में निवेश किया है। इसका कारण ट्रंप का टैरिफ वॉर है। अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से रेसिप्रोकल टैक्स की घोषणा की गई। इसके बाद बाजार में अनिश्चित्ता का माहौल पैदा हुआ, इस कारण निवेशकों ने सोने को सुरक्षित मानते हुए सोने में निवेश किया। इसी वजह से सोने (Gold Rate) के दाम काफी बढ़ गए।
23 अप्रैल से सोने की उल्टी गिनती हुई शुरू
सोने के दाम 22 अप्रैल तक जिस तेजी से बढ़े थे, वो 23 अप्रैल को उसी तेजी से गिरने शुरू हो गए। हालांकि बीच में तेजी भी आई, परंतु मई में तो सोने ने निवेशकों को माई याद दिला दी। सोने के दाम 8 से 10 प्रतिशत तक गिर गए।
क्यों गिरे सोने के दाम
सोने के दाम गिरने का कारण भी टैरिफ और ट्रेड वॉर ही है। सोने के दाम (Gold Rate) ट्रेड वॉर में नरमी के बाद से गिरने शुरू हुए है। यूएसए और चीन के बीच टेंशन कम हुई और सोने के दाम गिरने लगे।
बाजार की ओर निवेशक लौट गए। निवेशकों ने मुनाफावसूली के लिए भी सोना बेचा, जिस कारण सोने की डिमांड में कमी आई और सोना लूढ़क गया।
अब इस दाम पर आ गया सोना
सोना अपने ऑल टाइम हाई (Gold Rate) 99,358 रुपये से 6,878 रुपये गिर गया है। एमसीएक्स पर सोना 92480 रुपये पर बंद हुआ है। सोने की कीमत यह शुक्रवार 16 मई की है।
इससे पहले सोना 90 हजार की रेंज में भी आ गया था। शुक्रवार को सोना वीरवार के मुकाबले 689 रुपये कम पर बंद हुआ है। यानी 0.74% की गिरावट एक ही दिन में दर्ज की गई है।
इस सप्ताह सोने में इस साल की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। शुक्रवार को सोने का लॉ लेवल 91615 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा है। वहीं, हाई लेवल, 93550 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा है। शुक्रवार को सोना 92,859 रुपये पर खुला था। वहीं, इससे पहले सोना 93,169 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था।
अगले 6 से 7 महीने में इतने हो जाएंगे 10 ग्राम गोल्ड के रेट
सोने के दामों में अगले 6 से 7 महीनों में फिर से तेजी का अनुमान लगाया जा रहा है। नवंबर दिसंबर में त्योहारी सीजन होगा। एक्सपर्ट रोहित वर्मा का मानना है कि सोने के दाम इस साल के अंत तक 1 लाख का आंकड़ा पार कर चुके होंगे। फिलहाल शॉर्ट टर्म के लिए सोने में गिरावट (Gold Rate) देखी जा रही है।
वहीं, आने वाले तीन महीने में टैरिफ का मुद्दा फिर से आएगा, जिसमें फिर से सोने के दाम उछलने का अनुमान है। वहीं, 6-7 महीने बाद दीवाली के आसपास भी सोने के दामों में उछाल दिख सकता है, क्योंकि त्योहारी सीजन में मांग बढ़ती है। साल के अंत में शादियों का सीजन भी चलता है।