Gold Rate : 1 लाख के पार कब तक पहुंच जाएगा सोना, एक्सपर्ट्स ने कर दिया खुलासा
Gold Price Hike : सोने की कीमतों में पिछले कुछ दिनों से उछाल देखने को मिल रहा है। ऐसे में ये उम्मीद लगाई जा रही है कि अब जल्द ही सोने के रेट सांतवें आसमान पर पहुंचने वाले हैं। कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि अब जल्द ही सोने के रेट (Sone Chandi ka Taja bhav) 1 लाख से भी ज्यादा हो जाएंगे। आइए विस्तार से जानते हैं इस बारे में पूरी डिटेल।
HR Breaking News - (Gold Prices Hike)। आए दिन सोने चांदी की कीमतों (Sone Chandi ka bhav) में उतार चढ़ाव देखने को मिल जाता है। ऐसे में पिछले कुछ दिनों से सोने के रेट सांतवें आसमान पर पहुंच गए है। आने वाले दिनों में सोने के रेट 1 लाख से भी ऊपर जा सकते हैं। जहां एक ओर बढ़ रहे सोने के रेटों ने आम लोगों के पसीने छूटा दिये हैं। वहीं दूसरी ओर बढ़ रहे सोने के रेटों (Sone Chandi ka Taja Rate) की वजह से निवेशकों को काफी लाभ रहा है। खबर में जानिये कि सोने के रेटों में ये शानदार उछाल कब तक देखने को मिलेगा।
फिलहाल चल रहे हैं ये भाव-
सोने की कीमतों में लगातार आ रहे उछाल की वजह से उम्मीद लगाई जा रही है कि अब जल्द ही 24 कैरेट वाले 10 ग्राम सोने की कीमत (Sona Chandi ki kimat) 1 लाख रुपये पर पहुंच जाएगी।
सोने के रेटों को यहां तक पहुंचने में अभी 14 तक की और छलांग लगानी पड़ेगी। अभी सोने की कीमत 1 लाख रुपये से 14,000 रुपये कम है। सोने की कीमत में अभी 16 प्रतिशत तक की वृद्धि होनी बाकी है। पिछले साल से सोने में रेटों (Aaj ka sona chandi ka bhav) में बंपर तेजी देखने को मिली थी। सोने की कीमतों में डेढ़ महीने से भी कम समय में 8600 रुपये प्रति 10 ग्राम या 11 प्रतिशत तक ज्यादा हो चुकी है।
जल्द 1 लाख के पार होगी कीमत-
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) की टैरिफ वार की धमकियों के बीच सोने की कीमतों में अचानक से काफी तेजी से उछाल देखने को मिल रहा है। सोने की कीमत (sone ki keemat) अगले कुछ महीनों में 1 लाख रुपये के भी पार तक पहुंच सकती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोने को 1 लाख रुपये के स्तर तक पहुंचने के लिए अभी भी 14,000 रुपये या 16 प्रतिशत की और बढ़ौतरी (Gold price hike) चाहिए। जिस तरह पिछले काफी दिनों से सोने की कीमतों में बढ़ौतरी देखने को मिल रही है जल्द ही सोना 1 लाख का आंकड़ा पार कर सकता है।
मंगलवार को सोने ने 86,360 रुपये का सर्वकालिक उच्च स्तर को छु लिया था और सत्र के अंत में सोने के रेट 85,532 रुपये पर बंद हो गए था। माना जा रहा है कि टैरिफ वार (Tariff War) बढ़ने की वजह से सोने की कीमतों में भी अलगे कुछ महीनों में उछाल देखने को मिल सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अभी तक सोने के 1 लाख रुपये के लक्ष्य को छूने की कोई संभावना नहीं जताई जा रही है।
एक्सपर्ट्स की ये हैं राय-
एक रिपोर्ट के मुताबिक आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के डायरेक्टर कमोडिटीज और करेंसी ने जानकारी देते हुए बताया कि सोने की कीमतों (Gold Latest Rate) में एक नई ऊंचाई देखने को मिल रही है। अगले कुछ महीनों में सोने की कीमत 1 लाख रुपये के पार पहुंचने की कोई भी उम्मीद नजर नहीं आ रही है।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 2024 में सोने की कीमतों में 27 प्रतिशत का उछाल देखा गया था और अब 2025 में सोने की कीमत (2025 me gold rate) में 11 प्रतिशत तक की बढ़ौतरी देखने को मिल रही है। सोने की कीमतों (latest Rates Of Gold) में उछाल आने का कारण भू-राजनीतिक तनाव, केंद्रीय बैंक की खरीदारी और आक्रामक दर कटौती है। इस साल की सोने में तेजी को ट्रम्प की टैरिफ ने बढ़ावा दिया है, इसकी वजह से सोने की कीमत 2,942.68 डॉलर प्रति औंस के सत्र पर पहुंच गई है। जबकि MCX गोल्ड फ्यूचर्स के लिए सोने की बात करें तो ये 86,360 रुपये प्रति 10 ग्राम के हिसाब से बिक रहा है।
वैश्विक विकास हो रहा है धीमा-
अगर टैरिफ इसी तरह लगातार बढ़ता चला जाता है तो इसकी वजह से वैश्विक विकास को धीमा किया जा सकता हैं और सोने (demand of gold) की मांग भी बढ़ सकती है। हालांकि, ट्रंप की महंगाई दर समर्थक नीतियां फेड के मौद्रिक रुख को आक्रामक को बनाए रखने में भी सक्षम हैं। इसकी वजह से ब्याज दरों (interest rate cut) में आक्रामक कटौती को रोका जा सकता है। इसके कारण सोने की कीमतों में तेजी पर भी रोक लगाई जा सकती है और बाजार में भी अस्थिरता बनी रह सकती है।
इन चीजों की कीमत में आई गिरावट-
इस हिसाब से दिवाली तक सोने की कीमत 87 हजार रुपये तक हो सकती है क्योंकि उन्होंने जादुई स्तर की संभावना से इनकार किया है। ऐतिहासिक रूप से सोने को युद्ध, आर्थिक मंदी (Economic slowdown) और महंगाई जैसी वैश्विक अनिश्चितताओं के खिलाफ बचाव के रूप में भी देखा जा सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा स्टील और एल्युमीनियम (Steel and aluminium) आयात पर टैरिफ को बिना किसी अपवाद या छूट के 25 प्रतिशत तक बढ़ाने के बाद मंगलवार को भारतीय बाजारों में इनके रेटों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। इसकी वजह से कई मोर्चों पर व्यापार युद्ध का खतरा बढ़ गया।
