Gurugram Property Rates : गुरुग्राम में सातवें आसमान में पहुंचे प्रोपर्टी के रेट, इस कारण हो रही बढ़ोतरी
Gurugram Property Rates : गुरुग्राम में फ्लैट की कीमतें आसमान छू रही हैं. खासतौर पर प्रीमियम सेगमेंट के घर तो इतने महंगे हो गए हैं कि बुर्ज ख़लीफा के फ्लैट के रेट भी इसके सामने कम हैं. आपको बता दें कि पिछले कुछ सालों में गुरुग्राम का रियल एस्टेट मार्केट तेजी से आगे बढ़ा है और बड़ी-बड़ी कंपनियों ने यहां अपने महंगे प्रोजेक्ट्स लाए, जो तुरंत बिक भी गए हैं-
HR Breaking News, Digital Desk- गुरुग्राम में फ्लैट की कीमतें आसमान छू रही हैं. खासतौर पर प्रीमियम सेगमेंट के घर तो इतने महंगे हो गए हैं कि बुर्ज ख़लीफा के फ्लैट के रेट भी इसके सामने कम हैं. पिछले कुछ सालों में मिलेनियम सिटी गुरुग्राम का रियल एस्टेट मार्केट तेजी से आगे बढ़ा है और बड़ी-बड़ी कंपनियों ने यहां अपने महंगे प्रोजेक्ट्स लाए, जो तुरंत बिक भी गए. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या गुरुग्राम में फ्लैट लेना बुर्ज खलीफा से भी महंगा हो गया है.
गुरुग्राम के लक्जरी रियल एस्टेट में उछाल आया है, जहां प्रीमियम प्रोजेक्ट्स जैसे DLF Camellias और The Dahlias में फ्लैट की कीमतें ₹75 करोड़ से ₹190 करोड़ तक पहुंच गई हैं। हाल ही में, DLF Camellias में एक 16,290 वर्ग फुट का पेंटहाउस ₹190 करोड़ में बिका, जो प्रति वर्ग फुट ₹1.8 लाख का रिकॉर्ड मूल्य दर्शाता है. यह बढ़ती कीमतें प्रीमियम प्रॉपर्टी की मजबूत मांग को दर्शाती हैं.
दूसरी ओर, बुर्ज खलीफा में 1 BHK फ्लैट की कीमत लगभग 3.73 करोड़ रुपये (AED 1,600,000) से शुरू होती है, जबकि 2 BHK की कीमत 5.83 करोड़ रुपये (AED 2,500,000) और 3 BHK की कीमत 14 करोड़ रुपये (AED 6,000,000) है. बुर्ज खलीफा में प्रति वर्ग फुट की अधिकतम कीमत 92,500 रुपये तक जाती है, जो गुरुग्राम के लक्जरी प्रोजेक्ट्स से कम है.
गुरुग्राम के कुछ सुपर-लक्जरी प्रोजेक्ट्स में कीमतें बुर्ज खलीफा को भी पीछे छोड़ रही हैं. The Dahlias जैसे प्रोजेक्ट में एक अपार्टमेंट की औसत कीमत ₹100 करोड़ तक पहुंच गई है, जो बुर्ज खलीफा के सबसे महंगे पेंटहाउस से भी अधिक है. यह दिखाता है कि गुरुग्राम का रियल एस्टेट मार्केट अब दुनिया के सबसे महंगे मार्केट्स में से एक बन रहा है. यह उन लोगों को आकर्षित कर रहा है जो प्रीमियम और एक्सक्लूसिव जीवनशैली की तलाश में हैं.
गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की कीमतों में बढ़ोतरी की क्या वजह?
1- कोविड-19 महामारी के बाद, लोग बड़े, खुले और एक्सक्लूसिव स्पेस की तलाश में हैं. गुरुग्राम के सुपर-लक्जरी प्रोजेक्ट्स, जैसे DLF Camellias और The Magnolias, इस मांग को पूरा करते हैं. NRI और करोड़पति निवेशकों का रुझान इन प्रीमियम प्रोजेक्ट्स की ओर बढ़ रहा है, जिससे कीमतें आसमान छू रही हैं.
2- द्वारका एक्सप्रेसवे और गोल्फ कोर्स रोड (Golf Course Road) जैसे क्षेत्रों में बेहतर सड़कें, मेट्रो कनेक्टिविटी और सुव्यवस्थित इंफ्रास्ट्रक्चर ने गुरुग्राम को लक्जरी लिविंग का हब बना दिया है. उदाहरण के लिए, द्वारका एक्सप्रेसवे के आसपास प्रॉपर्टी की कीमतें पिछले चार वर्षों में दोगुनी हो गई हैं, जो 2020 में 9,434 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2024 में 18,668 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई हैं.
3- गुरुग्राम में ग्लोबल और भारतीय कॉरपोरेट्स की बढ़ती उपस्थिति (Growing presence of Indian corporates) ने ऑफिस स्पेस की मांग को बढ़ाया है, जिसका सीधा असर आवासीय प्रॉपर्टी की मांग पर पड़ा है. प्रॉपइक्विटी की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में गुरुग्राम में घरों की बिक्री 1,06,739 यूनिट्स तक पहुंच गई, जो 2023 की तुलना में 66% अधिक है.
गुरुग्राम आज देश की प्रीमियम हाउसिंग डेस्टिनेशन (Premium Housing Destination) के रूप में उभर रहा है. लोग अब सिर्फ घर नहीं, बल्कि एक उच्च जीवनशैली की तलाश में हैं, जिसमें आधुनिक सुविधाएं, खुला माहौल और प्रीमियम लोकेशन शामिल हैं.
भविष्य में क्या संभावनाएं-
गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की कीमतों (gurugram property rates hike) में पिछले साल 40% की शानदार वृद्धि हुई है, जो चेन्नई (21%) और बेंगलुरु (14%) जैसे शहरों से काफी ज़्यादा है. हालांकि कुछ एक्सपर्ट्स निवेशकों को सावधानी बरतने की सलाह देते हैं, लेकिन लगातार इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और मांग-सप्लाई के अंतर से कीमतें स्थिर या थोड़ी बढ़ सकती हैं. यह निवेशकों के लिए एक अच्छा संकेत है.
इंफ्रास्ट्रक्चर, कॉरपोरेट उपस्थिति, सीमित आपूर्ति और लक्जरी लाइफस्टाइल (luxuary lifestyle) की बढ़ती मांग ने गुरुग्राम को भारत का सबसे महंगा रियल एस्टेट हब (real estate hub) बना दिया है. हालांकि, यह तेजी औसत खरीदारों के लिए चिंता का विषय बन रही है, क्योंकि कीमतें तेजी से उनकी पहुंच से बाहर हो रही हैं. भविष्य में, गुरुग्राम का रियल एस्टेट बाजार (real estate market) और अधिक ऊंचाइयों को छू सकता है, बशर्ते मांग और इंफ्रास्ट्रक्चर का यह तालमेल बना रहे.
