Home Loan EMI : लंबे समय के लिए होम लोन लेने से पहले इन 5 बातों का जरूर रखें ध्यान
Home Loan Tips : अपना घर खरीदना हर किसी का सपना होता है। इसके लिए लोग लंबे समय तक बचत करते हैं अगर फिर भी बजट कम रहता है तो होम लोन का सहारा लेते हैं। होम लोन (Home Loan EMI) लंबी अवधि की बड़ी राशि होती है। कर्ज चाहे कैसा भी हो लेने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। अगर आप होम लोन लेने की सोच रहे हैं तो ये 5 बातें जरूर जान लें।
HR Breaking News - पिछले कुछ सालों में रियल एस्टेट (real estate) तेजी से ग्रोथ कर रहा है ऐसे में प्रॉपर्टी की कीमतों (property rate) में तगड़ा उछाल आया है। ऐसे में मिडिल क्लास के लिए घर खरीदना मुश्किल हो गया है। लेकिन आज कल लोग अपने इस सपने को पूरा करने के लिए होम लोन (Home Loan) का सहारा लेते है। बीते कुछ सालों में होम लोन का क्रेज तेजी से बढ़ा है। इसका सबसे बड़ा कारण यह भी है कि इसे लेना आसान होता है। ज्यादातर लोग बैंक से होम लोन लेकर घर तो खरीद लेते हैं लेकिन, लोन का रीपेमेंट काफी लंबे समय तक चलता है।
आमतौर पर बैंक द्वारा लोन ऑफर (Bank Loan News) करने की अवधि 30 साल तक होती है। लेकिन अब 40 साल तक का कर्ज भी मार्केट में मिल जाता है। इसमें आपको लंबी अवधि के लिए अपनी जरूरतों के हिसाब से होम लोन का टेन्योर तय करने का अवसर मिलता है। लॉन्ग टर्म के लिए होम लोन लेना (Long Term Home Loan) आसान जरूर लगता है, क्योंकि इसमें लोन की ईएमआई (EMI) काफी कम रहती है। हालांकि, ये इतना आसान होता नहीं है।
लंबी अवधि के होम लोन का होता है ये फायदा -
लंबी अवधि के लोन में सबसे पहला फायदा तो यह होता है कि लंबे समय तक की EMI की बंद जाती है जिसके चलते हर महीने कम EMI का भुगतान करना होता है। ऐसे में अचानक आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता। चूंकि, हाउसिंग लोन (Housing Loan) बड़ा कर्ज होता है, जहां कर्ज की राशि बड़ी होती है। इसलिए एक बार में कर्ज की राशि का भुगतान करना मुश्किल होता है। लोन रीपेमेंट (loan repayment) की लंबी अवधि होने के कारण लोगों पर अचानक कोई आर्थिक बोझ नहीं आता है। लेकिन लंबी रीपेमेंट अवधि का मतलब है कि जिस व्यक्ति ने Loan लिया है, उसे काफी उम्र तक उसे भुगतान करना होगा।
यहां उदाहरण में समझें - मान लीजिए, 30 से 37 साल का व्यक्ति 40 साल के लोन के लिए 70 से 75 साल की उम्र पर पहुंचने तक लोन (Loan News) राशि का भुगतान कर सकता है। ये बात कहने में ही अच्छी लगती है। लेकिन यहा सोचने वाली बात यह है कि वो रिटायर होने के बाद पैसे कैसे चुकाएगा, क्योंकि इस उम्र वह खुद काम नहीं कर सकता और ऐसे मामलों में अचानक पैसों की जरूरत पड़ने पर किस्त बाउंस भी हो सकती है तो लोन भरने में मुश्किलें आ सकती है।
इस प्रकार कम कर सकते हैं होम लोन की EMI -
हालांकि, लोन रीपेमेंट (loan repayment) की अवधि बढ़ाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि हर महीने लोन की EMI कम होती चली जाती है। इससे कर्ज चुकाना आसान हो जाता है, क्योंकि लोन लेने से पहले हर कोई ये देखता है कि उसकी आमदनी के आधार पर कितना लोन ले सकता है। ताकि हर महीने आसानी से किस्त चुकाई जा सके। कई बार बड़ी रकम की जरूरत होती है, तो ऐसे में अगर वो 20 से 25 साल की अवधि का होम लोन (Home Loan News) लेता है, तो उसे EMI की राशि काफी जयादा चुकानी होगी। इसलिए, ऐसे में बड़ी अवधि से EMI को कम करने में मदद करेगी और उसे किफायती बनाएगी, लेकिन इसका किफायती दिखना धोखा भी हो सकता है।
लॉन्ग पीरिएड के लोन रीपेमेंट पर देना होगा ज्यादा ब्याज
यदि आप लंबे समय के लिए बड़ा लोन लेते हैं, तो इसका एक नकारात्मक असर भी होगा। वो है इंटरेस्ट रेट (Home Loan Interest Rate)। दरअसल, लोन की अवधि लंबी होने और मोटी रकम होने के कारण अधिक ब्याज चुकाना होगा। बैंकों में होम लोन की ब्याज दरें अलग अलग होती हैं। आपको कर्ज लेने से पहले सभी बैंकों की इंटरेस्ट रेट की तुलना करनी चाहिए। इसके अलावा आप कर्ज के शुरुआती सालों में उपलब्ध फंड्स से लोन की कुछ राशि को चुका सकते हैं, इसका फायदा आपको ये होगा कि ब्याज अधिक नहीं चुकाना पड़ेगा।
होम लोन लेते समय इन बातों का रखें ध्यान -
होम लोन (Home Loan Tips) लेते समय व्यक्ति के पास ये तय करने का पूरा मौका होना चाहिए कि यदि कर्ज की किस्त के चलते वित्तीय स्थिति पर कोई दबाव पड़ता है तो लोन चुकाने में कोई दिक्कत ना हो। लंबी अवधि का लोन आपको किफायती दिख सकता है, लेकिन इसकी लागत ज्यादा होती है। लंबी अवधि का होम लोन लेने वालों को घर की कीमत की दोगुनी राशि चुकानी पड़ती है। ऐसे में जब भी होम लोन ले तो सोच समझकर ही फैसला करें।
