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Home Loan की EMI का झंझट होगा खत्म, आजमाएं ये 5 तरीकें

Home Loan Tips: आज के समय में हर आम आदमी का सबसे बडा सपना यही होता हैं कि उसके पास अपना घर हो, इस सपने को पूरा करने के लिए होम लोन आपकी मदद करता हैं। लेकिन होम लोन लेने के बाद हर महीने चुकाने वाली EMI का बोझ भी आम (Home Loan Prepayment) आदमी के लिए किसी परेशानी से कम नहीं हैं। इसी कडी में  क्या आप भी सोचते हैं कि आपकी होम लोन EMI कम हो जाए? अगर हां, तो हम आपको बताने जा रहे हैं कि इसके 5 आसान तरीके हैं जिन्हें अपनाकर आप आसानी से अपनी ईएमआई कम कर सकते हैं ...

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Home Loan की EMI का झंझट होगा खत्म, आजमाएं ये 5 तरीकें 

HR Breaking News - (Home Loan Tips) आरबीआई ने हाल ही में अपनी अप्रैल मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक में रेपो रेट में कटौती की घोषणा की है। यह एक राहत भरी खबर है, क्योंकि इससे होम लोन लेना सस्ता हो जाएगा और आपकी मासिक किस्त (EMI) कम हो जाएगी। वर्तमान में होम लोन की ब्याज दर 8% से 12% के बीच है। 


लेकिन कईं लोगों का सवाल यह होता हैं कि क्या वो अपनी होम लोन की ईएमआई को कम कर सकते हैं‌? बता दें कि यह संभव हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार अगर आप होम लोन लेने के (Home Loan EMI) दौरान और लेने के बाद कुछ खास बातों का ध्यान रखें तो आप आसानी से अपनी ईएमआई कम कर सकते हैं इसके लिए हम आपको इस आर्टिकल में कुछ आसान स्टेप्स बताने जा रहे हैं...


छोटी अवधि वाला होम लोन लें -


आपकी EMI लोन की रकम, ब्याज दर और लोन की अवधि पर निर्भर करती है। लोन की अवधि का EMI पर सीधा प्रभाव पड़ता है। कम अवधि का लोन आपको कम समय में लोन चुकाने की सुविधा देता है, जिससे आपका कुल ब्याज कम होता है। हालांकि कम (How to Reduse Home Loan EMI) अवधि के लोन की EMI थोड़ी अधिक होती है। दूसरी तरफ, लंबी अवधि का लोन आपको कम EMI चुकाने की सुविधा देता है, लेकिन इसके साथ ही आपको कुल ब्याज की राशि अधिक चुकानी पड़ती है।


प्रीपेमेंट का समझदारी से इस्तेमाल -


होम लोन के शुरुआती वर्षों में आपकी EMI का बड़ा हिस्सा ब्याज चुकाने में चला जाता है, जबकि मूलधन पर भुगतान कम होता है। इस स्थिति में, अगर आपके पास अतिरिक्त पैसा हैं तो उससे प्रीपेमेंट करना फायदेमंद होता है। प्रीपेमेंट करने पर आपका मूलधन कम हो जाता है, जिससे आगे चलकर आपको कम ब्याज चुकाना पड़ता है और लोन की अवधि भी कम हो जाती है। प्रीपेमेंट करके आप अपने लोन का बोझ कम कर सकते हैं और जल्दी घर का मालिक बन सकते हैं।


ब्याज दर की ऑनलाइन तुलना करें -


घर का लोन लेने का फैसला जीवन का एक महत्वपूर्ण फैसला होता है। इस महत्वपूर्ण निर्णय को लेने से पहले, आपको बाजार में उपलब्ध विभिन्न बैंकों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों की ब्याज दरों का अच्छी तरह से जांच करना चाहिए। अलग-अलग संस्थानों (Home Loan Interest Rate) द्वारा दी जाने वाली ब्याज दरों में काफी अंतर हो सकता है। इसलिए विभिन्न विकल्पों की तुलना करना बेहद जरूरी है। इसके अलावा, विभिन्न संस्थानों से बातचीत करके आप ब्याज दरों में कुछ कमी भी ला सकते हैं। 


होम लोन रीफाइनेंस करने का विकल्प - 


जब आप किसी बैंक से होम लोन लेते हैं तो अक्सर ग्राहकों को ज्यादा ब्याज दर पर लोन मिलता हैं। इसी के चलते अगर आपके बैंक की ब्याज दर ज्यादा हैं तो आप दुसरे बैंक से कम ब्याज पर लोन ट्रांसफर करने के बारे में सोच सकते हैं। फ्लोटिंग रेट लोन में लोन ट्रांसफर करने पर कोई पेनाल्टी नहीं लगती है लेकिन प्रोसेसिंग फीस, लीगल चार्ज और दूसरे खर्चों का हिसाब लगाना जरूरी है। अगर ये खर्चे लोन ट्रांसफर से मिलने वाले फायदे से कम हैं, तो लोन ट्रांसफर करने का फैसला समझदारी भरा होगा।

डाउन पेमेंट ज्यादा करने में फायदा -


जब आप घर के लिए लोन लेते हैं, तो आपको लोन की कुल राशि का 10% से 20% तक डाउन पेमेंट करना होता है। यह राशि आपके द्वारा चुनी गई संपत्ति की कुल कीमत का एक हिस्सा होती है जिसे आप खुद से चुकाते हैं, और बाकी राशि के लिए आप बैंक से लोन लेते हैं। इस कडी में होम लोन की ईएमआई कम करने का सबसे अच्छा तरीका यह हैं कि आप अगर आप ज्यादा डाउन पेमेंट कर सकते हैं, जिसका अच्छा असर आपकी ईएमआई पर पडेगा।