Home Loan EMI : महीने की कितनी कमाई वालों को खरीदना चाहिए खुद का घर, फैसला करने से पहले जान लें जरूरी बात
Home Loan Decision : आजकल खुद का घर तो हर कोई खरीदना चाहता है, लेकिन मोटी रकम की लागत देख लोग कदम पीछे खींच लेते हैं। कई बार लोग यह भी कैलकुलेशन नहीं कर पाते की हर महीने की कितनी कमाई या सैलरी होने पर घर खरीदने का फैसला लेना चाहिए। अगर आप भी घर लेने का प्लान (home loan plan) कर रहे हैं तो इन जरूरी बातों को ध्यान में रखें, इसके बाद आपको परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा और अपना घर आसानी से ले सकेंगे।

HR Breaking News - (home loan tips)। अब अधिकतर लोग होम लोन के सहारे ही घर खरीदते हैं। होम लोन लेने से पहले कई बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है। होम लोन की पूरी प्रक्रिया जानते हुए इसकी सही से कैलकुलेशन (EMI calculation) कर लेंगे तो आपको घर खरीदने के लिए होम लोन लेने और इसे चुकाने में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
यह सब आपकी हर माह की कमाई व सैलरी पर निर्भर करता है। अधिकतर लोग होम लोन की पूरी कैलकुलेशन (home loan calculation) सही से कर ही नहीं पाते, ऐसे में वे बाद में समस्याओं से घिर जाते हैं। यहां पर आप जान सकते हैं कि महीने की कितनी कमाई वालों को खुद का घर खरीदना चाहिए और कितने तक का होम लोन लेना चाहिए ताकि घर का सपना आसानी से पूरा हो सके।
इतने लोन की पड़ेगी कम से कम जरूरत-
होम लोन की ईएमआई (EMI) को सैलरी से मैनेज करना बहुत जरूरी है। बता दें कि आजकल छोटे से साइज का घर भी लेंगे तो 50 लाख रुपये तो आम कीमत है। 50 लाख के होम लोन पर डाउन पेमेंट प्रोपर्टी वैल्यू (property tips) का 20 प्रतिशत तक होता है। यह 10 लाख रुपये बनती है। ऐसे में आपको कम से कम 40 लाख रुपये का लोन लेना होगा। अक्सर 20 साल तक तो होम लोन की ईएमआई (Home loan EMI) भरनी ही होती है।
लोन पर ब्याज की कैलकुलेशन-
20 साल के लिए 50 लाख का होम लोन लेते हैं तो सामान्य ब्याज दर 8 प्रतिशत (home loan interest rates) तक होती है। इसकी ईएमआई (EMI) लगभग 43,075 रुपये प्रति माह बनेगी। ऐसे में ईएमआई का 25 प्रतिशत हिस्से वाला नियम देखें तो इस लोन के लिए आपकी सैलरी (home loan salary) करीब 1 लाख 75 हजार रुपये होनी चाहिए, तभी 50 लाख का घर आप आसानी से खरीद सकते हैं।
सैलरी व ईएमआई का ऐसे बनाएं तालमेल-
ये आमदनी पर निर्भर करता है कि कितना होम लोन (home loan minimum salary) लिया जाए या न लिया जाए। सवाल ये भी है कि कितनी सैलरी वाले को कितने रुपये का घर खरीदना चाहिए और कितनी ईएमआई हो ताकि आसानी से लोन चुका सकें। सैलरी और ईएमआई (salary and EMI calculation) में तालमेल बनाकर घर खरीदना आपके लिए सही रहेगा।
इसके लिए एक फॉर्मूला है कि होम लोन की ईएमआई आपकी सैलरी के 25 प्रतिशत हिस्से से अधिक न हो। इस हिसाब से एक लाख सैलरी वालों के लिए 25000 की ईएमआई (EMI calculation) तय होगी। इससे अधिक ईएमआई आपके लिए दिक्कत दे सकती है।
1 लाख से कम है सैलरी तो क्या करें-
अधिकतर लोगों की सैलरी 50 से 70 हजार रुपये के बीच ही होती है। इतनी सैलरी में घर तभी ले सकती हैं जब ईएमआई (home loan EMI) 20 हजार रुपये से कम हो। इसमें भी छोटा सा घर यानी 25 लाख रुपये तक का ही घर ले सकते हैं। इससे अधिक कीमत का घर लेंगे तो आपकी लोन राशि और ईएमआई (home loan EMI ka niyam) बढ़ जाएगी और व आपकी सैलरी के 25 प्रतिशत हिस्से से ज्यादा हो जाएगी। जो आपके लिए चुकाना मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि आपको घर खर्च भी चलाना है।
डाउन पेमेंट बढ़ाने का विकल्प -
अगर आप 30-40 लाख का मकान खरीदना चाहते हैं तो सैलरी (home loan salary calculation) एक लाख रुपये होने का इंतजार करें। डाउन पेमेंट अधिक करने का विकल्प आपके लिए बेहतर हो सकता है। पैसों का प्रबंध होने पर आप डाउन पेमेंट (home loan down payment rules) ज्यादा कर सकते हैं। ऐसा करने से ईएमआई (EMI) कम हो जाएगी और आप आसानी से इसे चुका भी सकेंगे।
50 लाख के होम लोन के लिए सैलरी व ईएमआई-
अगर किसी की सैलरी डेढ़ लाख रुपये है तो 50 लाख रुपये तक का होम लोन (Home loan EMI Calculator) मिल आसानी से चुका सकते हैं और आपको अच्छा मकान भी मिल जाएगा। यहां पर भी इस बात का ध्यान रखें कि आपकी सैलरी का 25 प्रतिशत तक का हिस्सा ही ईएमआई (loan EMI rules) में जाना चाहिए। इसके लिए आप डाउन पेमेंट घटा बढ़ाकर सेट कर सकते हैं।
जॉब सिक्योरिटी पर करता है यह निर्भर -
जब भी घर खरीदने व होम लोन का प्लान (home loan news) करें तो अपनी नौकरी की निश्चितता जरूर देख लें। साथ ही यह भी चेक कर लें कि इसमें इंक्रीमेंट व ग्रोथ कितनी है। महंगाई के हिसाब से आपकी सैलरी बढ़ती रहे और जॉब प्रोफाइल बेहतर है तो उन बातों को ध्यान में रखते हुए होम लोन (home loan interest rate) लेने का फैसला हां या ना में लें। अगर आपका ट्रांसफर हो जाता है तो फिर आपको दिक्कत हो सकती है, ये भी जरूर ध्यान में रखें।
आय बढ़ाने पर दें जोर-
होम लोन लेकर घर खरीदने का पक्का मन बना ही लिया है तो ऐसी जगह घर (property loan) लें जहां जमीन की कीमत में ग्रोथ होती हो। इससे फायदा यह होगा कि आप जितने का लोन लेकर घर खरीदते हैं तो उससे अधिक तो लोन चुकाने तक उस घर का रेट (property rate) पहुंच जाएगा। ऐसे में कोई आर्थिक इमरजेंसी बनने पर भी आप दिक्कत में नहीं आएंगे। एक लोन लेने के बाद दूसरे लोन या किस्तों (loan EMI rules) पर सामान आदि न लें। इसके लिए इंतजार करें और अपनी आय बढ़ाने पर जोर दें।