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Home Loan EMI : होम लोन वालों के लिए जरूरी खबर, लंबे समय के लिए लोन लेने से पहले जान लें ये जरूरी बात

Home Loan Rules : खुद का घर बनाने के लिए व्यक्ति को बड़ी मात्रा में पूंजी की आवश्यकता होती है। ऐसे में इस बढ़ती महंगाई में सेविंग से काम नहीं चलता है। ज्यादातर लोग घर बनाने के लिए बैंक से लोन का ही सहारा लेते हैं। अगर आप भी हाल फिलहाल में लॉन्ग टर्म के लिए होम लोन (Rules of home loan)लेने का प्लान कर रहे हैं तो ये खबर आपके काम की साबित हो सकती है। इस खबर में हम आपको होम लोन से जुड़ी कुछ जरूरी बातों के बारे में बताने वाले हैं।

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Home Loan EMI : होम लोन वालों के लिए जरूरी खबर, लंबे समय के लिए लोन लेने से पहले जान लें ये जरूरी बात

HR Breaking News - (Home Loan) होम लोन लेते समय ज्यादातर लोग ईएमआई को कम करने के लिए लॉन्ग टर्म लोन का ही चुनाव करते हैं, लेकिन आपको बता दें कि लंबे समय के लिए होम लोन लेने से नुकसान और फायदे दोनों हो सकते हैं। होम लोन लेते समय आपको ब्याज दरों, ईएमआई (home loan emi), फायदे-नुकसान सभी चीजों की जानकारी लेनी चाहिए। आज हम आपको इस खबर में होम लोन फायदे-नुकसान के बारे में बताने वाले हैं, नहीं तो बाद में आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

 

 

 

होम लोन के लिए ब्याज दरें -


अगर आप होम लोन लेते हैं तो छोटी अवधि का आप्शन चुन सकते हैं, लेकिन  लंबी अवधि के होम लोन के अपने अलग फायदे हैं। अगर आप 15 सालों के लिए 9 प्रतिशत ब्याज दरों (Home loan interest rate) पर 50 लाख रुपए का होम लोन लेते हैं, तो केलकुलेशन के हिसाब से आप ब्याज के रूप में 41.28 लाख रुपए का पेमेंट करते हैं, लेकिन अगर आप वहीं होम लोन अगर आप लंबे समय यानी की 25 साल में चुकाने का फैसला लेते हैं, तो केलकुलेशन के हिसाब से आपको 75.87 लाख रुपए का ब्याज (home Loan ki byaj dare) चुकाना पड़ता है। भले ही लॉन्ग टर्म लोन (Long Term home Loan) में ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ता है। किंतु इसके कई फायदे हैं। इसी वजह से लंबी अवधि के होम लोन का चुनाव किया जा सकता है।

 

मंथली इनकम के लिए इतनी होनी चाहिए ईएमआई -


कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि मंथली इनकम की 40 प्रतिशत तक की ईएमआई (home loan EMI deferment) सही मानी जाती है, लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि ग्राहक लोन को जल्दी चुकाना चाहते हैं और इसी चक्कर में वो एक ज्यादा ईएमआई का ऑप्शन (Home loan EMI option) चुनते हैं। अगर कोई व्यक्ति होम लोन को जल्दी चुकता करने के लिए इनकम के एक बड़ा हिस्सा लगाता है, तो इससे कैश फ्लो (Cash Flow) की समस्या पैदा हो सकती है। ऐसे में लोन लेने के बाद व्यक्ति अपनी नौकरी खो देता है या छुट्टी लेने का फैसला करता है किसी महीने कोई खर्चा बढ़ जाता है तो ऐसी स्थिती में घर की ईएमआई मैनेज करना मुश्किल हो जाता है।

लंबी अवधि के लिए लोन लेने के फायदे -


वहीं अगर लंबी टर्म के लिए होम लोन (Long term home loan) लेते हैं तो ऐसे में ईमआई अपेक्षाकृत कम होती है और इस अवधि के लोन पर ईएमआई राशि कम होती है। ऐसे में अगर कैश फ्लो (Cash Flow) से जुड़ी कोई समस्या होती हैं तो इससे परिवार के लिए कुछ सांस लेने की जगह मिलती है। आप लोन लेते समय 25 साल के होम लोन को 15 साल में प्रीपेड कर सकते हैं, लेकिन अपने होम लोन की अवधि को बढ़ाने के लिए लेंडर से संपर्क करना होगा। आपको लोन (Home loan ke fayde) को चुकता करने के लिए 15 से बढ़ाकर 25 साल करने के लिए अपने लेंडर (Lender kon hote hai) से संपर्क करने की कोशिश करनी चाहिए और ऐसा करने के लिए एक बार फिर आपको  जांच प्रोसेस से गुजरना होगा।

इमरजेंसी फंड को लेकर एक्सपर्ट्स  की राय -


समय पर लोन न चुकाने से काफी परेशानी खड़ी हो सकती है। अगर आप समय पर ईएमआई का भुगतान नहीं करते हैं तो इसका प्रभाव क्रेडिट स्कोर (Credit Score) पर पड़ सकता है। होम लोन लेते समय ग्राहक को पहले चुकाने की योजना बना लेनी चाहिए। अगर व्यक्ति की नौकरी छूट जाती है तो ऐसी स्थिति में उधार देने वाला बैंक ईएमआई भुगतान पर कोई रियायत नहीं देता है। इसलिए कुछ एक्सपर्ट्स ने अपनी राय दी है कि व्यक्ति को 6 से 12 महीने के घरेलू खर्च के बराबर एक इमरजेंसी फंड (Emergency Fund) बनाए रखना चाहिए। अगर आप लंबी अवधि का होम लोन लेते हैं तो उसकी तुलना में शॉर्ट-टर्म होम लोन पर ज्यादा ईएमआई के लिए ज्यादा इमरजेंसी कॉर्पस (Emergency Corpus) की जरूरत पड़ती है। इसलिए ऐसी स्थिती के लिए इमरजेंसी फंड तैयार कर लेना चाहिए।

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