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Home Loan : होम लोन लेकर खरीद रहे हैं घर तो पहले जान लें 5 जरूरी बातें, नहीं तो हो जाएगा बड़ा नुकसान

Home Loan : अपना घर खरीदने के लिए लोग सालों तक बचत करते हैं और फिर होम लोन लेते हैं। लेकिन अक्सर वे लोन लेते समय गलतियां कर बैठते हैं, जिसका नुकसान उन्हें उठाना पड़ता है। इसलिए, होम लोन लेते समय सावधानी बरतना ज़रूरी है... ऐसे मे चलिए आइए नीचे खबर में जान लेते है इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें-

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Home Loan : होम लोन लेकर खरीद रहे हैं घर तो पहले जान लें 5 जरूरी बातें, नहीं तो हो जाएगा बड़ा नुकसान

HR Breaking News, Digital Desk- अपना घर खरीदने के लिए लोग सालों तक बचत करते हैं और फिर होम लोन लेते हैं। लेकिन अक्सर वे लोन लेते समय गलतियां कर बैठते हैं, जिसका नुकसान उन्हें उठाना पड़ता है। गलत निर्णय से न केवल आपको मिलने वाले लोन की राशि कम हो सकती है, बल्कि यह भविष्य के लोन रीपेमेंट्स को भी प्रभावित करता है। इसलिए, होम लोन लेते समय सावधानी बरतना ज़रूरी है।

एक्सपर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि आवेदन करने में लोग अक्सर 5 तरह की गलतियां कर बैठते हैं, जिससे उन्हें नुकसान होता है और वे ज्यादार फायदे से वंचति हो जाते हैं। आज आपको 5 ऐसी गलतियों के बारे में बता रहे हैं जिससे सभी होम लोन आवेदकों को बचना चाहिए…

डाउनपेमेंट की राशि कम नहीं करें-
होम लोन लेते समय अक्सर लोग कम डाउनपेमेंट करते हैं, जिससे उन्हें बाद में अधिक ब्याज चुकाना पड़ता है। RBI के नियमों के अनुसार, बैंक प्रॉपर्टी की कीमत का 75-90% तक होम लोन दे सकते हैं, और बाकी राशि आवेदक को डाउनपेमेंट के रूप में देनी होती है।

आवेदकों को अपनी क्षमता के अनुसार अधिक डाउनपेमेंट (कम से कम 10-25% तक) करना चाहिए। इससे बैंकों के लिए क्रेडिट जोखिम कम होता है, लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है और ब्याज दरों में भी राहत मिलती है। अधिक डाउनपेमेंट से आप ब्याज के रूप में एक बड़ी राशि बचा सकते हैं।

 जरूर रिव्यू कराएं क्रेडिट स्कोर-
होम लोन एप्लीकेशन का आकलन करते समय बैंक आवेदकों के क्रेडिट स्कोर (credit score) चेक करते हैं। जिन आवेदकों का क्रेडिट स्कोर 750 से अधिक है, उनके होम लोन आवेदन के मंजूर होने की संभावना अधिक होती है। साथ ही उन्हें कम इंटरेस्ट रेट पर होम लोन मिल जाता है। इसलिए होम लोन के लिए आवेदन करने से पहले आपना क्रेडिट स्कोर जरूर रिन्यू कराएं। 

बैंकों के होम लोन की तुलना करें-

होम लोन लेने से पहले विभिन्न बैंकों और लेंडर्स द्वारा ऑफर किए जाने वाले इंटरेस्ट रेट्स की तुलना करें। होम लोन की ब्याज दर, प्रोसेसिंग चार्जे, रीपेमेंट टेन्योर, लोन अमाउंट (loan amount) और एलटीवी रेशियो हर लेंडर्स के आधार पर अलग हो सकती है। ऐसे में लोन के लिए आवेदन करने से पहले अधिक से अधिक लेंडर्स द्वारा ऑफर किए जाने वाले होम लोन ऑफर्स (Home loan offers) की तुलना कर लेनी चाहिए।



कितना EMI चुका सकते हैं, आकलन करें-

आपको बता दें कि होम लोन की एप्लीकेशन (application) स्वीकार करने के बाद बैंक या वित्तीय संस्थान यह चेक करते हैं कि लोन लेने वाला कितना EMI अफोर्ड कर सकता है। आमतौर पर यह आपकी सैलरी (salary) या कमाई 50% से 60% होता है। अगर EMI आपके महीने की आय (monthly income) से 60% से अधिक होता है तो लोन मिलने की संभावना कम हो जाती है। इसलिए होम लोन ईएमआई कैलकुलेटर्स के जरिए ऑप्टिमम ईएमआई को कैलकुलेट (EMI Calculate) करना जरूरी है।

इमरजेंसी फंड में होम लोन की EMI को रखें-
नौकरी छूटने या बीमारी जैसी विपरीत परिस्थितियों में आय रुक सकती है, जिससे होम लोन चुकाने की क्षमता प्रभावित होती है। EMI का भुगतान न करने पर बैंक भारी जुर्माना लगा सकता है और क्रेडिट स्कोर (credit score) खराब हो सकता है। ऐसे में, 6 महीने की EMI के बराबर एक आपातकालीन फंड (emergency fund) बनाना समझदारी है।

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