Home Loan : किराये के घर में रहें या खरीदें अपना मकान, जान लें कौन सा है फायदे का सौदा
Home Loan Tips : घर खरीदना किसी भी व्यक्ति की लाइफ का एक बड़ा मूमेंट होता है, इसलिए इससे जुड़ा हर फैंसला बड़ा सोच-समझकर लेना चाहिए। कई लोगों का मानना है कि किराए (Home Loan vs Rent) के घर में रहना फायदे का सौदा होता है और वहीं कई लोग मानते हैं कि खूद का घर लेना ज्यादा फायदेमंद है। अगर आप भी इस चीज को लेकर सोच में है तो आज हम आपको खबर के माध्यम से बताने वाले हैं कि दोनों में से क्या करना फायदे का सौदा हो सकता है।
HR Breaking News - (Home Loan)। हालांकि घर बनाने के लिए होम लोन का सहारा लिया जा सकता है, लेकिन ये तो आप जानते ही है कि होम लोन (home loan news updates) एक बेहद ही महंगा लोन होता है। इसिलए आपको कई चीजों के बारे में सोच-विचार करना चाहिए। इसलिए कई लोग खुद का घर लेने के बजाय किराए के घर में रहना पसंद करते हैं। आज हम आपको बताने वाले हैं कि आपको किराए के घर में रहना चाहिए या फिर खूद का घर लेना चाहिए।
खूद का घर लेने के फायदे-
एक्सपर्ट का मानना है कि खुद के घर (Home loan EMI) में रहना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि वो भी पहले किराए के घर में रहते थे,लेकिन कुछ ही महीने बाद उन्हें हर महीने 35,000 रुपये किराया देना खटकने लगा। किराए को देखते हुए उन्होंने घर खरीदकर मुंबई में बस जाने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि अपना घर खरीदने से दो फायदे हो सकते हैं। एक तो उनका किराए का पैसा बचेगा और दूसरा, कुछ सालों में घर की कीमत (property rates) काफी बढ़ जाएगी। उन्होंने बढ़ते किराए को देखते हुए घर खरीदने के लिए बैंक से 60 लाख का लोन ले लिया, और इस लोन की ईएमआई करीब 60,000 रुपये थी।
किराए के घर में रहने के फायदे-
वहीं, एक अन्य एक्सपर्ट का मानना है कि किराए (Own Home vs Rentes House) के घर में रहना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। उनके अनुसार हर महीने एक फिक्स्ड अमाउंट EMI चुकाने पर खर्च करने की जगह हर महीने 18,000 रुपये का किराया चुकाना आसान है। आप भी इन दोनो एक्सपर्ट की बातों से कन्फयूज हो रहे होंगे कि दोनों में से किसमें ज्यादा फायदा है तो आपको बता दें कि घर खरीदना (Home Loan EMI vs Rent)और किराए के घर में रहने का फैसला अलग-अलग स्थितियों पर निर्भर करता है। ऐसी स्थितियों के लिए व्यक्ति की उम्र, लॉन्ग टर्म प्लान और लोन लेने की क्षमता का बड़ा हाथ है।
कैसे करें होम लोन का केलकुलेशन-
अगर आप खूद का घर लेते हैं तो इसके लिए आपको लंबी अवधि (home loan EMI) तक EMI चुकानी पड़ेगी। जैसे हम एक उदाहरण के माध्यम से आपको बताते हैं कि जैसे कि मान लीजिए कि आज के समय यमें एक घर की कीमत (property prices hike) करीब 1 करोड़ रुपये है और उसका किराया 22,000 रुपये प्रति माह है। अगर दो महीने के किराया देखा जाए तो यह कुल 44,000 रुपये बैठता है।
कितनी चुकानी होगी ईएमआई-
वहीं, आप खूद का घर लेते हैं तो आपको कम से कम 25 प्रतिश पैसा डाउन पेमेंट (home loan rules) करना पड़ेगा। यह 25 लाख रुपये होगा और इसके साथ ही आपको 75 लाख रुपये(Home loan Interest Rates) का लोन लेना होगा। अगर आप बैंक से लोन लेते हैं तो 20 साल का लोन 8.5-10 प्रतिशत इंटरेस्ट पर दे सकता है। यानी केलकुलेशन के हिसाब से आपको कुल 65,000-70,000 रुपये EMI चुकानी होगी। इस तरह आप 20 साल में कुल 1.60 करोड़ रुपये बैंक को चुकाएंगे।
दोनों की कॉस्ट एक जैसी-
वहीं, किराए के घर (Home loan Benefits) में रहने पर आपको 20 साल में कुल 1.61 करोड़ रुपये का रेंट चुकाना होगा। रेंट भी समय के साथ-साथ बढ़ता जाएगा। ऐसे में रेंट में हर साल 8-10 प्रतिशत इजाफा का ध्यान रखा गया है। हालांकि शुरुआत में रेंट कम होता है, लेकिन धीर-धीरे यह बढ़ता जाता है। इस तरीके से लोन अवधि में घर खरीदने या किराए पर लेने पर आने वाली कॉस्ट दोनों ही बराबर होती है।
जानिए क्या है दोनों में फर्क-
बस दोनों में यह फर्क है कि रेंट में संपत्ति आपकी नहीं होती है और अगर आप खूद का घर लेते हैं तो बस आपको डाउन पेमेंट (home loan down payment) के लिए बड़ा फंड जुटाना पड़ता है, लेकिन इसका फायदा यह है कि इससे लंबी अवधि में प्रॉपर्टी आपकी हो जाती है। वहीं, किराए (Rend benef its) के घर में रहने का फायदा है कि किराए के घर लेने से आपके लिए फ्लेक्सिबिलिटी (Rent flexiblity) बनी रहती है। आप आसानी से दूसरा घर लेने पर उस घर को छोड़ सकते हैं। लेकिन, अगर आपने घर किराए पर ले लिया तो आप आपके न रहने पर भी आपको EMI चुकानी पड़ेगी।
