Home Loan SIP : होम लोन लिया है तो इस तरीके से करें मैनेज, 20 लाख के लोन के चुकाने होंगे सिर्फ 6 लाख
SIP Vs Home Loan : होम लोन लेने के बाद जो ईएमआई बनी है, उसके अनुसार आपकी नियमित आय कभी रुकनी नहीं चाहिए, नहीं तो ईएमआई (home loan EMI)भरना आपके लिए दोहरी चुनौती बन जाएगा। अगर आपने होम लोन लिया है और ईएमआई चुकाना मुश्किल लग रहा है तो आप एक खास तरीके से होम लोन को मैनेज (how to manage home loan) करके आसानी से लोन व उसकी ईएमआई चुका सकते हैं। अगर आप इसे तरीके को सही से आजमाएंगे तो 20 लाख के लोन (bank loan news) के आपको केवल 6 लाख रुपये ही चुकाने पड़ेंगे। आइये जानते हैं इस खास ट्रिक के बारे में।

HR Breaking News - (Home Loan EMI)। होम लोन के बिना तो आजकल घर खरीदना नामुमकिन सा है। आमतौर पर होम लोन (Home Loan repayment rules) की अवधि 20 साल तक तो होती ही है, इसलिए लंबी अवधि के कारण ब्याज सहित लोन की कुल राशि काफी ज्यादा चुकानी पड़ती है।
ऐसे में जरूरी हो जाता है कि होम लोन (home loan EMI rules) को किसी ऐसे तरीके से मैनेज किया जाए ताकि इसे चुकाने में आसानी रहे। यहां आपको एक ऐसा ही तरीका बताने जा रहे हैं, जिसे आजमाकर आप 20 लाख का होम लोन (home loan process) 6 लाख रुपये अपने पास से भरकर ही चुकता कर सकते हैं। होम लोन लेने से पहले इस तरीके को समझना आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है।
ऐसे महंगा पड़ता है होम लोन लेना-
घर या प्रोपर्टी के लिए 50 लाख रुपये का होम लोन (Home Loan SIP) लेंगे तो 9 प्रतिशत की ब्याज दर (interest rate on home loan) तो लगभग होती ही हैं। ऐसे में लोन की पूरी अवधि में ब्याज के ही 58 लाख रुपये चुकाने पड़ जाते हैं। इस तरह से होम लोन दोगुने से भी ज्यादा महंगा पड़ता है। एसआईपी (SIP) एक ऐसा तरीका है, जिससे इस ब्याज (home loan interest rate) राशि की भरपाई आसानी से की जा सकती है।
SIP बनता जा रहा है बेस्ट विकल्प -
प्रोपर्टी के रेट अधिक होने के कारण घर खरीदना (home buying tips) कोई आसान काम नहीं रहा है। छोटे से मकान के लिए भी 50-60 लाख रुपये चुकाने पड़ते हैं। होम लोन लेते समय 20 प्रतिशत डाउन पेमेंट (down payment rules) भी कर देंगे तो भी बाकी राशि कई लाखों में होती है।
ऐसे में इस लोन राशि की ईएमआई भी भारी भरकम होती है। अगर आप होम लोन के ब्याज को रिकवर करना चाहते हैं तो म्यूचुअल फंड एसआईपी (SIP investment) में निवेश करके इसे आसानी से रिकवर कर सकते हैं। इसी कारण अब SIP निवेश (SIP Return) का बेस्ट विकल्प बनता जा रहा है।
होम लोन लेकर नहीं फंसेंगे कर्ज के जाल में-
अक्सर लोग होम लोन लेकर कर्ज के जाल में फंस जाते हैं। इसका एक कारण यह भी है कि लोन राशि ज्यादा होने के कारण इसकी ईएमआई (home loan EMI) भी अधिक होती है। आमतौर पर औसत ब्याज दरों के हिसाब से भी देखें तो 10 साल के लिए 20 लाख रुपये का लोन लेने पर ईएमआई (EMI repayment rules) 25 हजार रुपये से ज्यादा ही बनती है।
10 साल की लोन अवधि में आपको कुल 30 लाख रुपये चुकाने होंगे यानी 20 लाख लोन राशि और 10 लाख रुपये का ब्याज। लेकिन आप एसआईपी में निवेश (SIP me nivesh kaise kre) करके रिटर्न लेंगे तो होम लोन लेकर कर्ज के जाल में फंसने से बच सकते हैं।
एसआईपी (SIP) में कब करें निवेश -
लोन लेने का प्लान है तो यह भी महत्वपूर्ण है कि इसके ब्याज की भरपाई के लिए एसआईपी (systematic investment plan) में कब निवेश किया जाए। एसआईपी में आमतौर पर 10 से 15 साल के लिए निवेश किया जाता है। इसलिए आप जब 10 साल के लिए 20 लाख का होम लोन लें तो इससे 5 साल पहले एसआईपी में निवेश कर दें। इससे आपको होम लोन चुकता करने के समय एसआईपी (SIP) का पैसा भी मैच्योरिटी के साथ मिल जाएगा। यानी यह आपके सही समय पर काम आएगा।
ऐसे होगी होम लोन के ब्याज की भरपाई-
एसआईपी में निवेश करने से आपको 15 प्रतिशत की ब्याज दर (interest rate in SIP) से भी आपको रिटर्न मिल सकता है। यह होम लोन के ब्याज की अपेक्षा काफी अधिक होता है। इससे आपके होम लोन के ब्याज (home loan interest rate) की आसानी से भरपाई हो जाएगी।
इसमें 10 साल तक हर महीने 5 हजार रुपये निवेश करेंगे हैं तो अंत में आपको 14 लाख रुपये एसआईपी से मिल जाएंगे। इस पैसे से आप अपना 20 लाख का होम लोन (Home Loan repayment) केवल 6 लाख मिलाकर चुकता कर सकते हैं। इस हिसाब से आपको लोन के केवल 6 लाख रुपये ही चुकाने होंगे।