SIP में 45 हजार निवेश करने पर बन जाएंगे 1 करोड़, जान लें पूरा कैलकुलेशन

HR Breaking News - (SIP Calculation)। पिछले कुछ समय में म्यूचुअल फंड के एसआईपी में निवेश का ट्रेंड खूब बढ़ रहा है। इन दिनों इन्वेस्टमेंट के तौर पर निवेशकों के बीच एसआईपी (best SIP plan) काफी पॉपुलर हो गया है। एसआईपी की ब्याज दरें शेयर बाजार पर निर्भर करता है। अगर कोई व्यक्ति एसआईपी में निवेश करता है तो निवेश के जरिए तकरीबन 12 से 15 प्रतिशत तक रिटर्न (SIP return) मिल जाता है। आइए जानते हैं कि एसआईपी में निवेश के तहत कैसे आप करोड़ों का फंड तैयार कर सकते हैं।
जानिए क्या है एसआईपी-
कई लोग एसआईपी में निवेश को थोड़ा रिस्की मानते हैं, और कई लोगों को इसके बारे में सही जानकारी नहीं है। दरअसल, आपको बता दें कि एसआईपी को सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) भी कहा जाता है। एसआईपी इन्वेस्टमेंट (best investment option) का अच्छा जरिया है। एसआईपी में आप आसानी से म्यूचुअल फंड में किस्तों में पैसा निवेश कर सकते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं एसआईपी के जरिए निवेश की रकम और तारीख दोनों ही तय कर सकते हैं।
करोड़ों का फंड बनाने के लिए कितना करें निवेश-
एसआईपी, म्यूचुअल फंड (mutual fund SIP) में निवेश करने का सबसे आसान तरीका है। इसके जरिए आप किस्तों मं पैसा निवेश कर सकते हैं। वहीं जब चाहे, इसमे निवेश को अपनी आय अनुसार रोक (pause option) भी सकते हैं। आप इमरजेंसी में इस ऑप्शन (SIP me kaise kre nivesh) को चुन सककते हैं, जब आपके पास बचत के लिए पैसे ना बचा पा रहें हो।
-12 प्रतिशत रिटर्न
अगर आपको एसआईपी (sip investment option) में निवेश के तहत 12 प्रतिशत का रिटर्न मिलता है तो उस हिसाब से गणना की जाए तो इसके लिए आपको हर महीने 45 हजार रुपये निवेश करने होंगे। इस रकम के निवेश के बाद ही 10 साल बाद आप 1 करोड़ रुपये का फंड तैयार कर सकते हैं। हालांकि इस दौरान आपको बाजार के उतार-चढ़ाव का ध्यान रखना होगा। साथ ही गौर करते रहे कि कुल फंड में से कुछ प्रतिशत टैक्स के रूप में भी काटा जाएगा।
-1-5 प्रतिशत रिटर्न
वहीं, अगर 15 प्रतिशत रिटर्न के हिसाब से केलकुलेट (SIP calculation) करें तो आपको हर महीने 39 हजार रुपये निवेश करने होंगे। उसके बाद म्यूचुअल फंड के एसआईपी (how to do SIP investment)से आप 10 साल में एक करोड़ रुपये का फंड तैयार कर सकते हैं। हालांकि आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसमें टैक्स और बाजार के उतार-चढ़ाव साथ ही कुछ चार्जिस भी लिए जाते हैं।
एसआईपी में निवेश करना कितना सही-
शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के कारण इनकी ब्याज दरों (SIP return) में बदलाव होता है। एक्सपर्ट का कहना है कि पोर्टफोलियो हमेशा डायवर्सिफाई होना चाहिए। यानी की हमेशा अपने फोलियो में सुरक्षित और असुरक्षित दोनों ही प्लेटफॉर्म का चुनाव करना चाहिए। इसका फायदा (SIP investment ke fayde) यह होता है कि इससे एक बैलेंस बना रहता है। सुरक्षित निवेशके ऑप्शन के लिए भी आपके पास कई ऑप्शन है। जैसे कि पोस्ट ऑफिस स्कीम, सरकारी स्कीम, एफडी आदि ऑप्शन चुन सकते हैं। वहीं अगर आप रिस्क और कम करना चाहते हैं, तो डेब्ट म्यूचुअल फंड या हाइब्रिड म्यूचुअल फंड के ऑप्शन (Mutual fund options)को चुन सकते हैं।