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FD वालों को तगड़ा झटका, 2 सरकारी बैंकों ने घटा की ब्याज दरें, जानिए ग्राहकों का कितना होगा नुकसान

Bank FD - हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) द्वारा रेपो रेट घटाए जाने से लोन लेने वालों को लाभ मिला है, लेकिन कुछ लोगों को नुकसान भी होगा। दरअसल आपको बता दें कि दो सरकारी बैंकों ने एफडी की ब्याज दरें घटा दी है.. इसका सीधा असर उन निवेशकों पर पड़ेगा जो एफडी को एक सुरक्षित कमाई का जरिया मानते हैं.

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FD वालों को तगड़ा झटका, 2 सरकारी बैंकों ने घटा की ब्याज दरें, जानिए ग्राहकों का कितना होगा नुकसान

HR Breaking News, Digital Desk- (FD) भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) द्वारा रेपो रेट घटाए जाने से लोन लेने वालों को लाभ मिला है, लेकिन कुछ लोगों को नुकसान भी होगा. विशेषकर, जिनके पास बैंक में एफडी है, उनके लिए यह बुरी खबर है. क्योंकि बैंक लोन की ब्याज दरें घटाने के साथ एफडी का रिटर्न रेट (fd return rate) भी कम कर रहे हैं. इसका ताजा उदाहरण स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और बैंक ऑफ इंडिया (BOI) द्वारा देखा जा सकता है.

इन बैंकों ने 15 अप्रैल से कुछ चुनिंदा एफडी की ब्याज दरें कम कर दी हैं. इसका सीधा असर उन निवेशकों पर पड़ेगा जो एफडी को एक सुरक्षित कमाई का जरिया मानते हैं. सीनियर सिटिजन्स (Senior citizen) के लिए ये और भी चिंता की बात है क्योंकि उनकी मासिक आमदनी का बड़ा हिस्सा ब्याज पर टिका होता है.

हाल ही में RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की, जिससे यह 6 फीसदी पर पहुंच गया है. पिछले दो महीनों में कुल 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती हो चुकी है. इसके परिणामस्वरूप बैंक डिपॉज़िट (bank deposit) पर ब्याज दरों में गिरावट आना शुरू हो गई है. जबकि लोन लेने वालों को राहत मिलेगी, अर्थशास्त्रियों का कहना है कि निवेशकों की कमाई में कमी आएगी.

SBI ने 1 से 3 साल वाली एफडी पर घटाई दरें-
देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने 1 साल से कम और 3 साल से कम की मियाद वाली एफडी पर 10 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है. अब 1 साल से कम 2 साल की एफडी पर 6.7% और 2 से 3 साल वाली एफडी पर 6.9% ब्याज मिलेगा. पहले इन दोनों पर क्रमश 6.8% और 7% ब्याज मिल रहा था. सीनियर सिटिज़न्स के लिए भी ब्याज दरें 0.1% कम हो गई हैं. SBI ने अपनी अमृत कालश नाम की स्पेशल एफडी स्कीम (special fd scheme) को भी 31 मार्च को बंद कर दिया, जो 400 दिन के लिए 7.1% ब्याज देती थी.

नुकसान-
अगर कोई सीनियर सिटिजन State Bank of India (SBI) में ₹10 लाख की एफडी एक साल के लिए करता है, तो पहले उसे 7.3% की दर से ₹73,000 सालाना ब्याज मिलता था. लेकिन अब नई दर 7.2% होने के बाद उसे सिर्फ ₹72,000 मिलेंगे, यानी ₹1,000 का सालाना नुकसान. अगर वही एफडी दो साल की होती, तो पुरानी दर 7.5% के हिसाब से ब्याज ₹1,50,000 मिलता, जो अब घटकर 7.4% पर ₹1,48,000 हो जाएगा — यानी ₹2,000 का नुकसान.

बैंक ऑफ इंडिया ने भी घटाईं ब्याज दरें-
बैंक ऑफ इंडिया (Bank Of India) ने भी एफडी रेट्स में बदलाव किया है. 91 से 179 दिन की एफडी पर अब 4.25% (पहले 4.5%) और 180 दिन से कम एक साल वाली एफडी पर 5.75% (पहले 6%) ब्याज मिलेगा. हालांकि, 1 साल की एफडी की दर बढ़ाकर 7.05% कर दी गई है, जो पहले 6.8% थी. BOI ने भी अपनी 400 दिन वाली हाई ब्याज दर वाली एफडी योजना बंद कर दी है.

नुकसान-
इसी तरह Bank of India (BoI) ने 180 दिन से लेकर एक साल तक की एफडी दरें 6 प्रतिशत से घटाकर 5.75 प्रतिशत कर दी हैं. अगर कोई ग्राहक पांच लाख रुपये की एफडी (fd) 1 साल के लिए करता है, तो पहले उसे ₹30,000 मिलते थे, लेकिन अब सिर्फ ₹28,750 मिलेंगे — ₹1,250 का सीधा नुकसान. यानी ब्याज दरों में मामूली कटौती से भी ग्राहकों की कमाई पर साफ असर पड़ता है, खासकर जब एफडी अमाउंट (fd amount) बड़ा हो और अवधि लंबी हो.

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