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Income Tax Notice : कब आता है इनकम टैक्स का नोटिस, कैसे कर सकते हैं बचाव, टैक्सपेयर्स को पता होनी चाहिए ये जरूरी बात

ITR Filing : भारत में हर नौकरी करने वाले लोगों को टैक्स का भुगतान करना होता है। इन लोगों को टैक्सपेयर कहा जाता है। अगर  टैक्सपेयर (Taxpayers news) टैक्स पे करने या फिर ट्रांजेक्श करने में कोई भी गड़बड़ी की जाती है तो विभाग द्वारा उन्हें तुरंत ही नोटिस भेज दिया है। विभाग द्वारा आया ये नोटिस आपकी परेशानी को बढ़ सकता है। ऐसे में ये बेहद ही जरुरी है कि टैक्सपेयर को ये बात पता हो कि इस नोटिस से कैसे बचाव करना है। 
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Income Tax Notice : कब आता है इनकम टैक्स का नोटिस, कैसे कर सकते हैं बचाव, टैक्सपेयर्स को पता होनी चाहिए ये जरूरी बात

HR breaking News-(Update for taxpayer)। इनकम टैक्स विभाग द्वारा देशभर में हो रही हर ट्रांजेक्शन पर नजर रखी जाती है। ऐसे में अगर कोई भी टैक्सपेयर विभाग द्वारा बनाए गए नियमों का उलंघन्न करता हो विभाग उस टैक्सपेयर के खिलाफ नोटिस जारी कर देता है। अगर टैक्सपेयर इस नोटिस (income tax notice update) को हलके में लेता है तो इसकी वजह से उनकी परेशानी बढ़ सकती है। यहां तक की कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। ऐसे में ये काफी ज्यादा जरूरी है कि आप सही तरीके से और सही समय पर विभाग द्वारा जारी किये गए नोटिस का जवाब दें। आइए विस्तार से जानते हैं इनकम टैक्स नोटिस से जुड़ी कुछ जरूरी बातों के बारे में। 

 


जानिये कब आता है IT का नोटिस

 


अगर आप अपने सेविंग अकाउंट (savings account minimum balance) में एक साल के अंदर 10 लाख रुपये की या फिर उससे भी अधिक राशि की ट्रांजैक्शन करते हैं और इस ट्रांजेक्शन की जानकारी आपने आईटीआर के अंदर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को नहीं दी है तो इस परिस्थिति में विभाग (Income tax deparment) द्वारा आपके घर नोटिस भेजा जा सकता है। 


क्रेडिट कार्ड के बिल की भी है लिमिट-


सिर्फ इतना ही नहीं क्रेडिट कार्ड का बिल (Credit card bill)  की भी लिमिट तय की गई है। अगर आपका क्रेडिट कार्ड का बिल 1 लाख से ज्यादा आता है तो ऐसी परिस्थिति में विभाग द्वारा आपको नोटिस भेजा जा सकता है। अगर आप उसका रीपेमेंट कैश (Credit card bill repayment in cash) के माध्यम से करते हैं तो भी नोटिस भेजा जा सकता है। यहां तक की अगर आप घर खरीदते समय 30 लाख से ज्यादा का अमाउंट कैश में जमा करते हैं तब भी डिपार्टमेंट द्वारा आपसे उन पैसों का सोर्स पूछा जा सकता है।


नोटिस से ऐसे कर सकते हैं बचाव-


इनकम टैक्स विभाग द्वारा आमतौर पर दो तरीके से ही नोटिस (IT notice kyu ata h) भेजा जाता है। पहला ऑफलाइन तरीके से और दूसरा ऑनलाइन तरीके से। जब आपको एक बार नोटिस मिल जाता है तो इसके बाद आपको किसी सीए या खुद से इस नोटिस को वेरीफाई करना होता है कि क्या वह नोटिस (how to reply IT notice) सही है।

 

अगर उस नोटिस में कोई भी ऐसी जानकारी दी गई है जिसका कोई प्रुफ नहीं हो तो इसकी वजह से आपके ऊपर पेनाल्टी लगाई गई है तो ऐसे में आपको एक बार फिर से आईटीआर फाइल करना होता है और उसमें आपको पूरी डिटेल डिपार्टमेंट (Income tax deparment) को बतानी होती है। इससे आपके ऊपर लगाई गई पेनाल्टी डिपार्टमेंट वापस ले लेता है।


सेविंग अकाउंट में रख सकते हैं इतने पैसे-


अगर आपका एक सामान्य सेविंग अकाउंट है तो इसमें पैसों को जमा करने की कोई भी लिमिट (money transfer limit) नहीं है। आप जितना चाहे उतना पैसा अपने खाते में जमा करा सकते हैं और जितना चाहे उतना पैसा निकलवा भी सबते हैं।

हालांकि, बैंक ब्रांच में जाकर नकद पैसा जमा करने और नकद पैसा (money widrawal limit per day) निकालवाने के लिए एक सीमा को निर्धारित किया गया है, लेकिन चेक के माध्यम से या फिर ऑनलाइन तरीके से आप 1 रुपए से लेकर हजार, लाख, करोड़, अरब या कितने भी रुपए सेविंग अकाउंट (savings account rule) में जमा कर सकते हैं और बैलेंस के रूप में इस राशि को बरकरार भी रख सकते हैं।

 


सेविंग अकाउंट डिपोजिट लिमिट-
बैंक कंपनियों को हर साल इनकम टैक्स विभाग को बैंक से ग्राहकों द्वारा 10 लाख या उससे अधिक अमाउंट (one time transaction limit) के निकालने पर जवाब देना होता है। टैक्स नियमों के तहत बैंक को करंट फाइनेंशियल ईयर के दौरान उन अकाउंट्स की जानकारी देनी पड़ती है। पैसों की ये लिमिट टैक्सपेयर्स के एक या एक से अधिक खातों (current accounts cash deposite rule) में फाइनेंशियल ईयर में दस लाख रुपये या उससे अधिक कैश जमा के लिए समग्र रूप से देखी जाती है। इससे ज्यादा कैश जमा कराने पर आपको स्त्रोत की जानकारी देनी होती है।

 
नकद जमा कराने की ये हैं सीमा-


आम तौर पर बचत खाते में कैश (cash deposite limit) को जमा कराने की कोई लिमिट नहीं है। आप जितना चाह उनका कैश अकाउंट मे डिपोजिट करा सकते हैं। कई बार बैंक अकाउंट के हिसाब से लिमिट कम अधिक कर देते हैं। जब भी आपके बचत खाते में नकद 50,000 रुपये (daily cash limit) से या उससे ज्यादा हो जाता है तो ऐसे में आपको डिपोजिट रिपट के साथ में अपने पैन कार्ड (Permanent Account Number) की फोटो कॉपी को भी अटैच करना होता है।

जानकारी के लिए बता दें कि यह नियम आपके बचत खाते से जुड़े शेयरों, म्यूचुअल फंड, डिबेंचर, एफडी, क्रेडिट कार्ड खर्च, अचल संपत्ति में लेनदेन, विदेशी मुद्रा की खरीद आदि में निवेश के प्रयोजनों के लिए नकद जमा (cash deposite limit in india) और निकासी से संबंधित लेनदेन करने पर भी लागू किया गया है।


एक दिन में UPI से कर सकते हैं इतनी ट्रांजेक्शन

 

 

आज के समय में अधिकतर लोग गूगल पे, Paytm और PhonePe जैसे ऑनलाइन पेमेंट्स ऐप का यूज करते हैं। इनके लिए इस लिमिट को तय किया जाता है। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (National Payments Corporation of India) द्वारा जारी की गई जानकारी के मुताबिक एक व्यक्ति 24 घंटे में ​1 लाख रुपए से ज्यादा की UPI से पेमेंट नहीं कर सकता है। अगर आप इससे ज्यादा पैसा अपने सेविंग अकाउंट से ट्रांसफर (transaction limit) करने के बारे में सोच रहे हें तो आपको बैंक के ऐप में मौजूद NEFT, RTGS जैसी सर्विस का यूज करना होता है। 


 सर्विस का यूज करने पर देना होता है इतना चार्ज-


अगर आप पैसों को ट्रांसफर करने के लिए NEFT, RTGS (Charge for RTGS) जैसी सर्विस का यूज करते हैं तो इसके लिए बैंक इसके लिए अपने हिसाब से चार्ज भी करते हैं। बता दें कि NEFT सर्विस की मदद से आप 1 रुपए से जितना चाहें पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। इस तरीको से पैसे ट्रांसफर (Daily Transaction Limit upi) करने की अधिकतम राशि की कोई लिमिट नहीं है।

इसके लिए बैंक 24 घंटे तक का समय लेते हैं। कई बार यह जल्दी भी हो जाता है। RTGS (RTGS payment transfer process) की बात करें तो आप इस सर्विस के जरिए कम से कम 2 लाख रुपए और अधिकतम जितना आप चाहें पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं।