Income Tax Rule 2025 : घर में कितना रख सकते हैं कैश, जान लें इनकम टैक्स के नियम
Income Tax Rule 2025 : कई बार ऐसी खबरें सुनने को मिलती है कि इनकम टैक्स विभाग ने किसी व्यक्ति के घर या दफ्तर पर छापा मारा और वहां बड़ी मात्रा में कैश और कीमती सामान बरामद हुआ। जिसके चलते लोगों के मन में यह सवाल है कि आखिर क्या घर में ज्यादा कैश रखना कानूनन अपराध है-

HR Breaking News, Digital Desk- (Cash Limit At Home) कई बार ऐसी खबरें सुनने को मिलती है कि इनकम टैक्स विभाग ने किसी व्यक्ति के घर या दफ्तर पर छापा मारा और वहां बड़ी मात्रा में कैश और कीमती सामान बरामद हुआ। ऐसे मामलों में कभी कैश जब्त कर लिया जाता है तो कभी व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया जाता है। जिसके चलते लोगों के मन में यह सवाल है कि आखिर क्या घर में ज्यादा कैश रखना कानूनन अपराध है (Keeping cash is a legal offense)? और आखिर कितना कैश घर में रखा जा सकता है?
टैक्स और कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, आयकर विभाग ने घर में कैश रखने की कोई सीमा निर्धारित नहीं की है। आप कितनी भी राशि रख सकते हैं, लेकिन यह ज़रूरी है कि वह वैध स्रोत से हो और आपके आयकर रिटर्न (ITR) में घोषित हो।
कैश का सोर्स बताना जरूरी-
इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 68 से 69B तक बिना स्रोत वाली आय के प्रावधान हैं। यदि आप किसी नकदी का स्रोत नहीं बता पाते हैं, तो उसे बिना स्रोत वाली आय माना जाएगा। ऐसी आय पर आयकर विभाग (Income tax) भारी टैक्स और जुर्माना लगा सकता है। इसलिए, अपनी सभी आय के स्रोतों का स्पष्ट विवरण रखना महत्वपूर्ण है। यह प्रावधान काले धन (black money) पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से बनाए गए हैं।
टैक्स रिटर्न और रिकॉर्ड में हो जानकारी-
कानून कैश रखने की अधिकतम लिमिट के बार में कुछ सीधे तौर पर नहीं कहा गया है। लेकिन अगर किसी के पास जरूरत से ज्यादा कैश हो और उसका सोर्स साफ न हो तो शक होना तय है। किसी भी जांच की स्थिति में आपको हर एक रुपये के सोर्स को साबित करना होगा कि वह वैलिड है और आपने उसे अपने टैक्स रिटर्न (tax return) और अकाउंट्स में दर्ज किया है।
78% तक टैक्स और जुर्माना-
अगर आप ऐसा करने में असफल रहते हैं, यानी कैश (cash) का सही सोर्स नहीं बता पाते, तो उस रकम को अनडिस्कलोज्ड इनकम (undisclosed income) माना जाएगा और उस पर करीब 78 प्रतिशत टैक्स (tax) और जुर्माना (fine) लगाया जा सकता है।
टैक्सपेयर्स और आम लोगों को सलाह-
यदि आप एक व्यापारी हैं, तो आपकी कैशबुक (cashbook) को आपके खातों से अवश्य मेल खाना चाहिए। यह सुनिश्चित करता है कि आपके सभी लेनदेन का सटीक रिकॉर्ड रखा गया है। यदि आप व्यापारी नहीं हैं, तो भी आपके पास मौजूद नकदी के स्रोत की व्याख्या करने में सक्षम होना महत्वपूर्ण है। जब तक पैसा ईमानदारी से कमाया गया है और उसका पूरा हिसाब-किताब मौजूद है, तब तक नकदी रखने में डरने की कोई बात नहीं है। यह वित्तीय पारदर्शिता और जवाबदेही बनाए रखने में मदद करता है।