home page

Income Tax Rule : पत्नी को कैश दिया तो भी मिल जाएगा इनकम टैक्स का नोटिस, जानिये नियम

Income Tax Rule :हमारे देश में सरकार की ओर से लोगों पर कई तरह के टैक्स  लगाए जाते हैं। देश के हर नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि वह समय से सरकार को टैक्स दें। इससे हमारे देश के विकास में भी योगदान होता है। सरकार की ओर से इनकम टैक्स और बाकी कई तरह के टैक्स लोगों से लिए जा रहे हैं। लगभग सभी लोग समय पर अपना टैक्स भरते हैं और एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाते हैं। वहीं, कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो समय पर टैक्स नहीं भरते हैं या फिर टैक्स की चोरी करते हैं।

 | 
Income Tax Rule : पत्नी को कैश दिया तो भी मिल जाएगा इनकम टैक्स का नोटिस, जानिये नियम

HR Breaking News (Income tax notice rules)  कई मामलों में सामने आया है कि लोग टैक्स न भरने से बचने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाते है। ऐसे में आयकर विभाग भी पूरी तरह से इनसे निपटने के लिए तैयार रहते हैं। सरकार और विभाग की ओर से इनकम टैक्स को लेकर अनेक नियम बनाए हुए हैं।

 

 

अगर आप कभी भी इनकम टैक्स से जुड़े विवादों में नहीं फंसना चाहते हैं तो इन नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। अगर आप पति-पत्नी हैं तो इनकम टैक्स से जुड़े इन नियमों को जानना आपके लिए बेहद जरूरी है, जिनका पालन करके आप विभाग की रडार से बच सकते हैं। चलिए इन सभी जानकारियों के लिए पढ़े हमारी खबर।

पति-पत्नी के बीच लेने देन सीधे तौर पर नहीं लगता टैक्स
 

भारत में अगर आप कैश का लेन-देनकरते हैं तो आयकर कानून के तहत काफी नियम लगते हैं। देश के आयकर कानून के तहत पति-पत्नी के बीच अगर कैश का लेन-देन होता है तो उनपर सीधे तरीके से कोई टैक्स नहीं लगता है।

ऐसे में कुछ ओर नियम भी हैं, जिन्हें अगर आप जान लेते हैं तो आपको किसी भी प्रकार की वित्तीय बाधाओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। 

हमारे देश में के पति-पत्नी बीच कैश का लेन-देन (Cash transaction) होना बहुत ही सामान्य बात है। वहीं,  बिन सोचे समझे अगर यह लेन देन होता है तो आपको कुछ चीजें समझने की जरूरत है, ताकि आयकर विभाग का कोई नोटिस (Income tax Notice) आपके पास न आए। 

आयकर कानून के अनुसार पति-पत्नी के बीच अगर कैश का लेन-देन होता है तो सीधे तौर पर कोई टैक्स नहीं है और न ही किसी प्रकार की कोई पाबंदी है। वहीं, कुछ नियम ऐसे भी हैं जिन्हें जानना जरूरी है।

कुछ विशेष मौकों पर लागू होंगे यह नियम 
 

टैक्स विशेषज्ञों के अनुसार घर खर्च या गिफ्ट के लिए अगर पति अपनी पत्नी को रुपये देता है तो यह पैसे पति की आय के रूप में ही माने जाएगें। वहीं, पत्नी पर इसे लेकर टैक्स की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।

भारतीय आयकर अधिनियम (Income Tax Act) के मुताबिक पति- पत्नी के बीच कैश के लेन-देन होने पर कुछ स्पेशल नियम-कानून लागू होते हैं। अगर पति अपनी पत्नी को कैश या किसी भी अन्य तरीके से पैसे देता है तो इस पर आयकर के नियम और धारा 269SS और 269T के नियमों की पालना करना बेहद जरूरी है। 

क्या है पति पत्नी के कैश पर टैक्स के नियम
 

कर विशेषज्ञों के अनुसार अगर पति की ओर से पत्नी को घर खर्च या गिफ्ट के लिए रकम दी जाती है तो यह रकम पति की आय (Income) मानी जाती है। इसका टैक्स पत्नी को नहीं भरना होता।
 

आयकर अधिनियम (Income Tax Act) के अनुसार पति और पत्नी के बीच किए गए लेन-देन पर खास नियम लागू होते हैं। आयकर नियमों के अनुसार इसपर धारा 269SS और 269T के प्रावधान लागू होते हैं। पति अपनी पत्नी को कैश या अन्य रूप में पैसे दे सकती है। 

ऐसे नहीं आएगा आयकर का नियम
 

पति की ओर से पत्नी को कैश दिया जाता है, या फिर घर खर्च के लिए हो या गिफ्ट के रूप में। इसपर इनकम टैक्स (Income Tax Notice) नोटिस नहीं आता। इसको पति की आय माना जाएगा। अगर पति की आय टैक्सेबल है तो पति को नोटिस आएगा। ऐसा नहीं है कि वह घर खर्च के रुप में ज्यादा रुपया दिखाकर टैक्स वसूल लेगा। 

निवेश के लिए कैश देने पर यह है नियम
 

अगर पति पत्नी को रुपये देता है और पत्नी इसे निवेश करती है तो इसकी आमदनी (Income) को आईटीआर में दिखाना होता है। अगर यह राशि टैक्सेबल होगी तो पत्नी को टैक्स देना पड़ेगा। 

यह है पत्नी को कैश देने के नियम
 

धारा 269एसएस और 269टी के प्रावधानों के अनुसार पति और पत्नी के बीच कैश लेन-देन पर कुछ सीमा निर्धारित है। धारा 269SS के अनुसार 20,000 रुपये से ज्यादा का कैश एकमुश्त नहीं दिया जा सकता।

अगर 20,000 रुपये से अधिक लेन-देन किया जाता है तो यह बैंकिंग के माध्यम से होना चाहिए। वहीं, धारा 269T के अनुसार 20,000 से अधिक कैश वापस करना होगा। यह बैंकिंग के माध्य मे होगा।  

नहीं लगती है कोई पेनल्टी
 

पति-पत्नी के बीच नजदीकी संबंध है। इस कारण इन धाराओं के अनुसार पेनल्टी नहीं लगती तो इन नियमों का पालन पारदर्शिता बनाए रखने के लिए जरूरी है।

कितनी है पत्नी को कैश देने की सीमा
 

अगर घर खर्च के लिए पत्नी को कैश दे रहे हैं तो इसके लिए कोई सीमा नहीं है। पत्नी को घर खर्च के लिए कितनी भी राशि दे सकते हैं। इसपर पत्नी पर कोई टैक्स नहीं लगता है।