Indian currency : पुराने नोट और सिक्के बेचकर बनना चाहते है लखपति, पहले जान लें RBI की चेतावनी
HR Breaking News, Digital Desk - लोगों को चूना लगाने के लिए ठग हर रोज नए तरीके ईजाद करते हैं। वे लोगों की लापरवाही, शौक या फिर लालच का फायदा उठाकर लोगों की जेब काट लेते हैं। अब लोगों को ठग पुराने नोट और सिक्कों की नीलामी (Online Auction Of Old Coins) कर लाखों रुपये कमाने का लालच दे रहे हैं। इंटरनेट पर बहुत सी साइट्स पुराने नोटों और सिक्कों के खरीद-फरोख्त का काम कर रही है। खास बात यह है कि ये फर्जी साइट्स आरबीआई (RBI) के नाम या लोगो का इस्तेमाल कर लोगों फांस रही हैं। आरबीआई (RBI latest updates) ने अब लोगों को ऐसे ऑफर्स के झांसे में न आने की सलाह दी है।
भारतीय रिजर्व बैंक का कहना है कि पुराने नोटों या सिक्कों की नीलामी से उसका कोई संबंध नहीं है। आरबीआई यह काम नहीं करता है। अगर कोई आरबीआई के नाम पर ऐसा काम कर रहा है, तो उसकी शिकायत करनी करनी चाहिए। अगर किसी को पुराने नोटों या सिक्कों को बेचना चाहते हैं तो उसे आरबीआई की गाइडलाइंस (RBI guidelines) को जरूर पढ़ना चाहिए।
लाखों रुपये कमाने का दे रहे लालच
ऑनलाइन और ऑफलाइन आजकल ऐसे विज्ञापन खूब प्रसारित हो रहे हैं, जिनमें पुराने नोट या सिक्कों की नीलामी (auction of old notes or coins) करके लाखों रुपये कमाने का लालच दिया जा रहा है। बहुत सी साइट्स तो बाकायदा आरबीआई का नाम का इस्तेमाल इस काम के लिए कर रही हैं। वे ऐसा दर्शाती हैं, जैसे वे यह काम करने को आरबीआई द्वारा अधिकृत (authorized by rbi) हैं। जब कोई इनसे पुराने नोट या सिक्कों की नीलामी के लिए संपर्क करता है, तो ठग चार्जेस, कमीशन या टैक्स के रूप में पैसे की मांग करते हैं। बहुत से लोग इनके झांसे में आकर अपने पैसे गवां चुके हैं।
रिजर्व बैंक ने कहा, बचकर रहें
आरबीआई ने इन ठगी वाले ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (Fraudulent online platforms) पर लोगों से रिजर्व बैंक के नाम पर न खाने की अपील की है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने स्पष्ट किया है कि किसी भी संस्था, कंपनी या फिर व्यक्ति को नोटों या सिक्कों की नीलामी करके ट्रांजैक्शन शुल्क लेने का अधिकार (Right to charge transaction fees) नहीं दिया है। लोगों को इस तरह की धोखाधड़ी से बचना चाहिए। अगर कोई नोटों की नीलामी के बदले आरबीआई के नाम पर कमीशन की मांग (Demand for commission in the name of RBI) करे तो आम आदमी भी इसकी जानकारी साइबर सेल को दे सकते हैं।