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UP के इस शहर में लखनऊ से भी महंगी हुई जमीन, इतने बढ़ गए प्रोपर्टी के दाम

UP News : यूपी में प्रॉपर्टी की कीमत लगातार आसमान छूती नजर आ रही है। अब यूपी के एक शहर में जमीन लखनऊ से भी महंगी हो गई है। ऐसे में यहां पर प्रॉपर्टी की खरीदी (Property Buying Tips) कर पाना लोगों के लिए मुश्किल हो रहा है। प्रॉपर्टी की कीमत में उछाल आने की वजह से जिन लोगों की यहां पर पहले से ही जमीन है, उनको इसकी वजह से काफी लाभ हो रहा है। आइए जानते हैं यहां पर प्रॉपर्टी की कीमतों में कितना उछाल आया है।

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UP के इस शहर में लखनऊ से भी महंगी हुई जमीन, इतने बढ़ गए प्रोपर्टी के दाम

HR Breaking News (Circle rate in UP)। देशभर में लगातार बढ़ रही महंगाई के साथ साथ प्रॉपर्टी की कीमतों में भी उछाल दर्ज किया जा रहा है। बाकि राज्यों की ही तरह यूपी में भी प्रॉपर्टी की कीमतों में तेजी दर्ज की जा रही है। यूपी के इस शहर में लखनऊ (Lucknow Circle rate) से भी ज्यादा प्रॉपर्टी की कीमत हो गई है। एक्सपर्ट का मानना है कि आने वाले दिनों में प्रॉपर्टी की कीमतों में उछान का ये दौर बरकरार रहने वाला है। खबर में जानिये प्रॉपर्टी की कीमतों के बारे में पूरी जानकारी।

 

 

सर्किल रेट हुए जारी

यूपी के कानपुर के सर्किल रेट में शुक्रवार को 29.52 प्रतिशत की वृ़द्धि की गई है। इसकी वजह से जमीनों की कीमतों में उछाल दर्ज किया गया है। रजिस्ट्री विभाग ने इस बार बाजार मूल्य और वास्तविक मूल्य (Property value) के अंतर को काफी कम कर दिया है। नौ साल बाद पिछले वर्ष 20 फीसदी की बढ़ौतरी दर्ज की गई थी। इसी के साथ कानपुर के स्वरूप नगर की जमीन लखनऊ के हजरतगंज से भी महंगी हो गई है।

शनिवार से लागू होगी नई दरें

जिले में सबसे ज्यादा आवासीय सर्किल रेट जाजमऊ एमरॉल्ड गुलिस्तां में 73.91 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कॉमर्शियल में स्वरूप नगर में सर्वाधिक 57.89% सर्किल रेट बढ़ाया गया है। शहर में सबसे महंगा (Property Price Hike) आवासीय इलाका स्वरूप नगर और कॉमर्शियल में बिरहाना रोड है। नई दरें शनिवार से लागू होने वाली है। शहरवासी इसे एनआईसी की वेबसाइट पर भी देख सकते हैं। प्रस्तावित रेट पर आईं 75 आपत्तियों को निस्तारित कर दिया गया है।

दो महीने तक हुआ विचार विर्मश

जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक लगभग दो महीने से सर्किल रेट को लेकर मंथन चल रहा था। कुछ जगहों पर लंबे समय से रेट (Property Rate) में बढ़ौतरी नहीं आई थी। वहां पर वृद्धि की गई है। दरों को लेकर असमानता दूर की गई है। सदर प्रथम में 26.75 प्रतिशत, सदर द्वितीय में 34.27 प्रतिशत, सदर तृतीय में 34.99 प्रतिशत, सदर चतुर्थ में 28.83 प्रतिशत, नर्वल (Circle rate in narwhal) में 31.66 प्रतिशत, बिल्हौर में 22.90 प्रतिशत और घाटमपुर में 27.20 प्रतिशत तक की बढ़ौतरी की गई है। सबसे ज्यादा वृद्धि नर्वल और सबसे कम बिल्हौर में दर्ज की गई है। फ्लैट में रहने वालों को नए सर्किल रेट में काफी सुविधाएं दी गई हैं।

हजरतगंज से महंगा हुआ ये इलाका

लगातार दूसरे साल बढ़े सर्किल रेट के बाद कानपुर में जमीनों की कीमत लगातार आसमान छूती नजर आ रही है। लखनऊ के वीआईपी इलाके गोमती नगर और हजरतगंज से ज्यादा महंगी जमीन (Property Price Hike) स्वरूप नगर, कलक्टरगंज, बिरहाना रोड और सिविल लाइंस में मिल रही है। इसके अलावा सबसे ज्यादा आवासीय में 73.91 प्रतिशत की एमरॉल्ड गुलिस्तां और कॉमर्शियल में स्वरूप नगर में 57.89 प्रतिशत तक की बढ़ौतरी दर्ज की गई है। सबसे महंगा घरेलू में स्वरूप नगर और कॉमर्शियल (commercial Property Price) में बिरहाना रोड रहा है।

धड़ाधड़ हो रही है घरों की बिक्री

गोमती नगर में आवासीय दरें 77 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर और हजरतगंज में 76 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर रही है। बढ़ाई गई दरों में स्वरूप नगर 80 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर, कलक्टरगंज, बिरहाना रोड और सिविल लाइंस (civil lines) में 77 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर का सर्किल रेट रहा है। जमीन की सबसे ज्यादा खरीद-फरोख्त पर नजर रखते हुए एमरॉल्ड गुलिस्तां में 73.91 प्रतिशत तक का सर्किल रेट बढ़ाया गया है। यहां पर रजिस्ट्रियां धड़ाधड़ हो रही हैं। एआईजी स्टांप ने बताया कि जमीनों के बाजार मूल्य और वास्तविक मूल्य (real value Of Property) के अंतर को कम करने का काफी प्रयास किया गया है।

प्रीमियम फ्लैट की सुविधा

फ्लैट में रहने वालों को नए सर्किल रेट में काफी सुविधाएं प्रदान की जा रही है। नोएडा और गुरुग्राम की तर्ज पर प्रस्तावित प्रीमियम फ्लैट शुल्क को खत्म कर दिया है। अब लखनऊ की तर्ज पर स्वीमिंग पूल, क्लब, जिम व सेगमेंट रोड (Facilities on segment road) चार सुविधाओं में कोई भी दो सुविधा जिस फ्लैट में होने वाली है। उसमे निर्माण शुल्क का 50 प्रतिशत अतिरिक्त देना होगा। बहुमंजिला फ्लैटों में निर्माण का 18 प्रतिशत तक लगने वाला कॉमन सुविधा शुल्क खत्म कर दी गई है।

जमीन खरीदने पर मिलेगी इतनी छूट

होटल, लॉन्ज, रेस्टोरेंट, नर्सिंग होम, अस्पताल, व्यायामशाला, क्लीनिक, पेट्रोल पंप, सिनेमा हॉल, क्लब, कोचिंग सेंटर और मोटर वर्कशॉप की जमीन खरीदने (Land Buying Tips) में 15 फीसदी की छूट मिलने वाली है। वहीं गोदाम, वेयर हाउस, कम्युनिटी सेंटर, एम्यूसमेंट पार्क और ढाबे की जमीन खरीदने में 20 फीसदी की छूट मिलने वाली है। अगर किसी भी व्यक्ति ने स्टांप खरीद लिए हैं तो वह चार महीने तक पुराने सर्किल रेट पर ही रजिस्ट्री कराई जा सकती है। पुरानी दरों पर पांच जनवरी तक रजिस्ट्री (Property Registry) कराई जाने वाली है।

ग्रामीण इलाकों में भी बढ़े दाम

नए सर्किल रेट में शहर से जुड़े ग्रामीण इलाकों के दामों में भी बढ़ौतरी (Circle rate hike) दर्ज की जा रही है। सबसे ज्यादा तिलसहरी बुजुर्ग, तिवारीपुर सलेमपुर और महोली के दाम बढ़ाए गए है। पुरवा नानकारी, और पनकी भौसिंह की कृषि भूमि के दाम 3.50 करोड़ रुपये हेक्टेयर पर पहुंच गए है।

यहां पर दुकान खरीदने पर मिलेगी छूट

बहुमंजिला इमारत में दुकान खरीदते (Property Buying Tips) हैं तो छूट मिल जाती है। ग्राउंड व प्रथम तल पर नहीं मिलेगी। बेसमेंट की दुकान के लिए 10 फीसदी तक की छूट मिलने वाली है। दूसरे व तीसरे तल पर दुकान खरीदने में 10 फीसदी, चौथे व पांचवें तल पर दुकान खरीदने पर 15 फीसदी और छठवें व उसे अधिक की दुकान पर 20 फीसदी की छूट (Property Price) मिलने वाली है। 0.102 हेक्टेयर खेती की जमीन खरीदने पर आवासीय दर समाप्त करके खेती की दर का तीन गुना और 0.102 हेक्टेयर से 0.205 हेक्टयर तक खेती की जमीन की खरीद पर वर्गमीटर प्रणाली के स्थान पर खेती के दाम का दोगुना लगने वाले हैं।

आवासीय भूखंड में मिलेगी राहत

बड़े क्षेत्रफल में आवासीय भूखंड खरीदने पर भी छूट मिल जाती है। एक हजार से दो हजार वर्गमीटर तक की खरीदी करने पर 20, दो हजार से तीन हजार वर्गमीटर तक के लिए 25, तीन हजार वर्गमीटर से अधिक क्षेत्रफल की जमीन खरीदने (residential property Rate in UP) पर 30 फीसदी तक की छूट दी जाती है। हालांकि अब 20 साल पुराने पर 30 फीसदी, 30 साल पुराने पर 40 फीसदी, 40 साल पुराने पर 50, 50 साल पुराने पर 50 और 60 साल पुराने पर 60 फीसदी मूल्य ह्मास लगने वाला है।

आवासीय गतिविधि पर लगेगा झटका

कृषि भूमि के 200 मीटर परिधि में आवासीय गतिविधि होने पर अभी तक 40 प्रतिशत तक की वद्धि दर्ज की गई थी। पुनरीक्षित करके इसे 60 फीसदी तक कर दिया गया है। आवासीय संपत्ति से वाणिज्यिक (residential property to commercial) संलग्न के अतिरिक्त 50 मीटर परिधि में पांच या पांच से अधिक स्थायी दुकान होने पर 10 फीसदी वृद्धि थी जिसे 20 फीसदी तक है। भवन के अनफिनिश्ड निर्माण में समक्ष अधिकारी से प्रमाण-पत्र की अनिर्वायता की गई।