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NCR के इस शहर में सोना बन जाएगी जमीन, 40 प्रतिशत बढ़ गए जमीन के रेट

NCR - नोएडा के पास जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के प्रमुख होने से यहां का रियल एस्टेट बाजार तेजी से विकसित हो रहा है. पिछले पांच वर्षों में, जमीन की कीमतों में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. रिपोर्ट के अनुसार, बुनियादी ढांचे और वृहद परियोजनाओं के कारण (Due to infrastructure and mega projects) जेवर में जमीन की कीमतें 2030 तक और 50 प्रतिशत तक बढ़ सकती हैं-

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NCR के इस शहर में सोना बन जाएगी जमीन, 40 प्रतिशत बढ़ गए जमीन के रेट

HR Breaking News, Digital Desk- नोएडा के पास जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के प्रमुख होने से यहां का रियल एस्टेट बाजार तेजी से विकसित हो रहा है. पिछले पांच वर्षों में, जमीन की कीमतों में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो कि कोलियर्स द्वारा जारी एक रिपोर्ट में दर्शाया गया है. 

रिपोर्ट के अनुसार, बुनियादी ढांचे और वृहद परियोजनाओं के कारण (Due to infrastructure and mega projects) जेवर में जमीन की कीमतें 2030 तक और 50 प्रतिशत तक बढ़ सकती हैं. यह क्षेत्र शहरी विस्तार के महत्वपूर्ण कारकों में से एक बनता जा रहा है.

रिपोर्ट के मुताबिक, जेवर यमुना-एक्सप्रेसवे (jewar yamuna expressway) के पास स्थित एक छोटा कस्बा है, जो तेजी से एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में उभर रहा है. यहां रणनीतिक बुनियादी ढांचे, औद्योगिक विस्तार और सरकारी योजनाओं के संगठनों के कारण रियल एस्टेट (real estate) का बाजार विकसित हो रहा है. जेवर हवाई अड्डा (नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा), मेट्रो विस्तार और अन्य शहरी परियोजनाएं इसके विकास में सहायक साबित हो रही हैं. इससे जेवर में आर्थिक विकास की मजबूत संभावनाएं उत्पन्न हो रही हैं.

अगले साल चालू होगा हवाई अड्डा-
कुल 1,334 एकड़ में फैला जेवर हवाई अड्डा अभी निर्माणाधीन है और इसके 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है. कोलियर्स इंडिया ने कहा, ‘‘जेवर हवाई अड्डा उत्तर प्रदेश में शहरीकरण को गति दे रहा है। दिल्ली (delhi), नोएडा (noida) और आगरा के शहरी केंद्रों को जोड़ने वाले नवनिर्मित यमुना एक्सप्रेसवे (yamuna expressway) के साथ इसका रणनीतिक स्थान एक विशिष्ट लाभ के रूप में काम करता है.’’ रिपोर्ट के अनुसार, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Expressway Industrial Development Authority), अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी और मेट्रो लाइन (metro line) विस्तार जैसी सरकारी उपायों ने एक कस्बे के रूप में जेवर के विकास को गति दी है.

10,482 रुपये प्रति वर्ग फुट हो जाएगा जमीन का भाव-
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘इन उपायों ने पिछले पांच साल में जमीन की कीमत 5,000 रुपये से बढ़कर 7,000 रुपये प्रति वर्ग फुट (2020-2024) तक पहुंच गई है और 2030 तक इसके 10,482 रुपये प्रति वर्ग फुट होने का अनुमान है.’’

8 उभरते बाजारों में से एक-
जेवर भारत के उभरते रियल एस्टेट बाजारों में से एक है। यह उन आठ छोटे बाजारों में शामिल है, जो विकसित हो रहे हैं. अन्य सात बाजारों में सोनीपत (एनसीआर), खोपोली (Mumbai), गिफ्ट सिटी और साणंद (अहमदाबाद), डोड्डाबल्लापुर (banglore), ओरगादम (chennai) और मुचेरला (hyderabad) शामिल हैं. यह क्षेत्र तेजी से विकास कर रहे हैं, जो निवेशकों के लिए संभावनाएं प्रस्तुत करते हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में मदद करते हैं.