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Loan Pre-payment Rule : समय से पहले लोन भरने का फायदा कम नुकसान ज्यादा, लोन लेने वाले जान लें सच्चाई

Loan Pre-payment ke nuksan : लोन लेने के बाद कई लोग इसे फटाफट चुकता करने की भी सोचते हैं। पैसों का प्रबंध होते ही वे पूरा लोन समय से पहले ही भरकर समझते हैं कि उन्हें तमाम झंझटों से छुटकारा मिल गया। लेकिन बता दें कि समय से पहले लोन भरने में फायदे (Loan Pre-payment benefits) की जगह नुकसान भी हो सकता है। अगर आप भी समय से पहले लोन भरने का प्लान कर रहे हैं तो इन खास बातों को जरूर जान लें।

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Loan Pre-payment Rule : समय से पहले लोन भरने का फायदा कम नुकसान ज्यादा, लोन लेने वाले जान लें सच्चाई

HR Breaking News - (loan prepayment)। समय से पहले कोई भी लोन चुकाने जा रहे हैं तो एक बार आपके इस फैसले पर पुनर्विचार जरूर कर लें। लोन प्री-पेमेंट (Loan Pre-payment) का निर्णय जल्दबाजी में न करें, क्योंकि इसमें फायदे के बजाय आपको नुकसान हो सकता है।

आप पूरी कैलकुलेशन करके देखेंगे तो पाएंगे कि आपको कुछ खास फायदा नहीं हुआ है, बल्कि अधिकतर तो नुकसान के ही चांस होते हैं। अगर आपने लोन प्री-पेमेंट (Loan Pre-payment demerits) का फैसला कर ही लिया है तो यह जरूर जान लें कि यह कब फायदेमंद हो सकता है। 


बैंक की ओर से दिया जाता है यह ऑप्शन -


आसानी से मिलने वाले लोन में से एक लोन पर्सनल लोन (personal loan) भी है, लेकिन इस पर अन्य लोन की अपेक्षा ज्यादा ब्याज देना पड़ता है। अगर पर्सनल लोन पर ज्यादा ब्याज (personal loan interest rates) नहीं चुकाना चाहते हैं तो इसकी तय की गई अवधि से पहले पूरा लोन चुकाने का विकल्प भी बैंक देते हैं, इसी को लोन प्री-पेमेंट (Loan Pre-payment kab kre) कहा जाता है।


लोन प्री-पेमेंट से यह होगा आर्थिक नुकसान -


लोन प्री-पेमेंट करने बैंक फोरक्लोजर चार्ज (loan foreclosure charges) भी लेता है। इससे ग्राहक को आर्थिक नुकसान ही होता है। जब लोन प्री पेमेंट करें तो इस चार्ज को जोड़कर कैलकुलेशन कर लेनी चाहिए।

इसमें देख लेना चाहिए कि रेगुलर ईएमआई (loan EMI) चुकाने और फोरक्लोजर चार्ज देने में से कौन से विकल्प में बचत है। इसके बाद ही लोन प्रीपेमेंट का फायदा ( Loan Pre-payment ke fayde) हो सकता है, नहीं तो नुकसान ही होगा।


ईएमआई पर लगने वाले ब्याज का क्या होगा -


बैंक या एनबीएफसी (NBFC) की ओर से अक्सर बकाया लोन राशि का 1 से लेकर 5 प्रतिशत की दर से प्री-क्लोजर चार्ज (loan precloser charges) लिया जाता है। लोन प्री-पेमेंट (Loan Pre-payment charges) करने पर  चार्जेज तो लगते हैं पर बकाया ईएमआई पर लगने वाले ब्याज से राहत जरूर मिल जाती है। अगर आपकी बकाया लोन राशि अधिक है तो ही आपको लोन प्रीपेमेंट ( Loan Pre-payment rules) का ज्यादा फायदा मिल सकता है।


लोन प्री-पेमेंट से सिबिल पर क्या पड़ेगा असर-


लोन का पूर्व में ही भुगतान करते हैं तो क्रेडिट स्कोर आमतौर पर सुधरता ही है। वैसे बैंक के अनुसार ये नियम (bank rules for loan pre-payment) अलग भी हो सकते हैं। बैंक की ओर से लोन की तय की गई पूरी अवधि अनुसार हर माह किस्त भरने पर भी क्रेडिट स्कोर (credit score) सही से सुधरता है। लोन प्रीपेमेंट का एक फायदा यह भी है कि आपकी लोन चुकाने की क्षमता को देखकर भविष्य में आसानी से लोन मिल सकता है। 


लोन प्रीपेमेंट करने का समय होता है अहम -


जब आप लोन (loan prepayment) को समय से पहले ही चुका रहे होते हैं तो वह समय सबसे अहम होता है। इसी पर निर्भर करता है कि आपको फायदा होगा या नुकसान। अगर आप लगभग पूरा लोन (bank loan news) चुका चुके हैं और नजदीक आकर प्रीपेमेंट कर रहे हैं तो आपको खास फायदा नहीं होगा, बल्कि इसमें कुछ नुकसान की ही संभावना है। क्योंकि फालतू में ही फोरक्लोजर चार्ज लग जाएंगे। यानी आपको लोन प्रीपेमेंट (Loan Pre-payment kab kre) का अधिक फायदा तब मिल सकता है जब लोन चुकाने की आधी से अधिक ईएमआई बाकी हों।