Property Documents : जमीन खरीदने से पहले जरूर चेक कर लें ये 9 डॉक्यूमेंट, एक भी छूटा तो होगा बड़ा घाटा
Property Purchasing Tips : जमीन खरीदना जिंदगी के सबसे बड़े सौदों में शामिल होता है। इस पर मोटी रकम खर्च होती है। इसलिए कोई भी प्रोपर्टी लेने से पहले इससे जुड़े खास 9 तरह के डॉक्यूमेंट्स (property papers) जरूर चेक कर लेने चाहिए, नहीं तो मोटा नुकसान हो सकता है। चलिये जानते हैं कौन कौन से होते हैं ये खास डॉक्यूमेंट्स।

HR Breaking News - (Property Buying Tips)। आप यह तो जानते ही होंगे कि प्रोपर्टी पर मालिकाना हक जताने के लिए आपके पास जरूरी दस्तावेज होने चाहिए। वैसे भी कहीं प्रोपर्टी (property Tips) खरीदने जा रहे हैं तो इन कागजातों से ही प्रोपर्टी को लेकर सभी तरह की बातों का पता चलता है। कई बार प्रोपर्टी (property disputes) के मामलों में धोखाधड़ी भी हो जाती है, इसलिए इस धोखाधड़ी और वित्तीय नुकसान से बचने के लिए कोई भी प्रोपर्टी लेने से पहले ये 9 डॉक्यूमेंट्स जरूर जांच लें।
1. सेल डीड कर लें चेक-
जमीन खरीदते समय सेल डीड (sale deed) को जरूर चेक कर लेना चाहिए। इससे किसी प्रोपर्टी (property knowledge) के मालिक व उसके मालिकाना हक का पता चलता है। सेल डीड डॉक्यूमेंट से ही जमीन के मालिक से उसका हक खरीददार को ट्रांसफर होता है।
2. पुरानी रजिस्ट्री जरूर जांच लें-
आजकल जमीन के मामलों में खूब धोखापट्टी होती है। इसलिए किसी भी जमीन को लेने से पहले इसकी पुरानी रजिस्ट्री (property registry) जरूर देख लें। कई बार लोग दूसरे की जमीन या सरकारी जमीन को अपनी बताकर बेच देते हैं। इससे आप ठगी का शिकार हो सकते हैं। पुरानी रजिस्ट्री से पता चल जाएगा कि यह प्रोपर्टी (property purchasing tips) पहले किसके नाम थी।
3. पॉवर ऑफ अटॉर्नी का दस्तावेज-
कई बार जमीन बेचने वाले के नाम पर जमीन नहीं होती और वह जमीन को बेचने का प्रस्ताव रखता है। ऐसे में आप देख लें कि उसके पास पॉवर ऑफ अटॉर्नी (power of attorney) है या नहीं। यह डॉक्यूमेंट किसी व्यक्ति को उसकी जमीन न होने पर भी उस जमीन को बेचने का अधिकार देता है।
4. एन्कम्ब्रेन्स सर्टिफिकेट भी देखना जरूरी -
एन्कम्ब्रेन्स सर्टिफिकेट (Encumbrance Certificate) से पता चलता है कि किसी जमीन पर कोई लोन आदि बकाया या विवाद, केस तो नहीं है। इस प्रमाणपत्र को प्रोपर्टी लेने से पहले जरूर चेक कर लें। यह डॉक्यूमेंट किसी संपत्ति के स्वामित्व (property ownership) और कानूनी स्थिति को बताता है।
5. जमीन की एनओसी-
कई बार कुछ जमीन या प्रोपर्टी ऐसी होती हैं, जिनकी खरीद फरोख्त पर या तो स्टे होता है या सरकार महकमों की आपत्ति लगी होती है। इसलिए जमीन का अनापत्ति प्रमाण पत्र (property NOC) भी देख लें ताकि पता चल सके कि किसी प्रोपर्टी की खरीद बेच पर किसी को आपत्ति है या नहीं।
6. जमीन मालिक या विक्रेता का पहचान पत्र-
जिस व्यक्ति से आप जमीन ले रहे हैं, उसका पहचान पत्र जरूर देख लें। जमीन के मालिक (property owner's rights) को न जानने की स्थिति में यह और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है। जमीन खरीदने से पहले ही भूमि मालिक का पूरा पता व उसे जुड़ी सभी जानकारी अपने पास रखें।
7. पजेशन लेटर -
किसी जमीन पर किसका वैध कब्जा है, यह पजेशन लेटर (possession letter) से पता चलता है। इसमें जमीन पर कब्जे की तारीख भी होती है, इसलिए इस डॉक्यूमेंट को जरूर चेक कर लें।
8. प्रॉपर्टी टैक्स से जुड़े कागजात-
प्रोपर्टी पर भी टैक्स (property tax) लगता है, संबंधित विभाग में इसे चुकाया जाता है और रसीद हासिल की जाती है। आप इसकी रसीद भी मकान मालिक से ले लें। इसके अलावा बिजली पानी के बिल भी चेक कर लें। यह भी देख लें कि कोई बिल बकाया तो नहीं है।
9. प्रोपर्टी म्यूटेशन का दस्तावेज -
प्रोपर्टी म्यूटेशन (property mutation) दस्तावेज संपत्ति के स्वामित्व का प्रमाण है जो सरकारी रिकॉर्ड में अपडेट होना जरूरी है। इसे आप स्थानीय प्रोपर्टी सब रजिस्ट्रार कार्यालय में जाकर भी चेक कर सकते हैं।