Property Documents : जमीन या प्लॉट खरीदने से पहले जरूर चेक कर लें पिछले इतने साल का रिकॉर्ड, नहीं तो हो जाएगा भारी नुकसान
Property Documents : अक्सर प्रोपर्टी से जुड़े नियमों और कानूनों को लेकर लोगों में जानकारी का अभाव होता है. इसी कड़ी में आज हम आपको अपनी इस खबर में ये बताने जा रहे है कि आखिर जमीन या प्लॉट खरीदने से पहले आपको इतने साल का रिकार्ड चेक कर लेना चाहिए... वरना आपको भारी नुकसान हो सकता है-

HR Breaking News, Digital Desk- (Property Documents) मकान और जमीन खरीदना हर व्यक्ति का सपना होता है. खुद की संपत्ति होना हर किसी की चाह होती है, जिसके लिए लोग मेहनत से पैसे जुटाते हैं. प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री हमेशा बड़ी रकम में होती है, इसलिए इस प्रक्रिया में सतर्क रहना आवश्यक है.
कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना जरूरी है, क्योंकि एक छोटी सी गलती आपकी जिंदगीभर की कमाई को बर्बाद कर सकती है. इसीलिए, प्रॉपर्टी खरीदते समय सभी औपचारिकताओं और उचित दस्तावेजों की जांच करें, ताकि भविष्य में किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े.
जमीन खरीदते समय कई महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है. ऐसे में आपको बता दें कि सबसे पहले जमीन के असली मालिकाना हक की जांच करें। सार्वजनिक रेकॉर्ड से सत्यापन करें कि जमीन विवादित न हो. इसके अलावा, यह सुनिश्चित करें कि जमीन पर कोई पुराना लोन न हो. खरीद से पहले सभी कानूनी दस्तावेजों की अच्छी तरह से समीक्षा करें, ताकि भविष्य में किसी विवाद का सामना न करना पड़े.
जमीन खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान-
- कोई भी जमीन खरीदने से पहले उसकी पूरी जानकारी कर लें.
- जमीन की प्रकृति के बारे में पता कर ले. तहसील से खतौनी निकलवा कर उसकी जांच कर लें.
- इसके साथ ही सब रजिस्टार ऑफिस से जमीन का 12 साल का रिकॉर्ड निकलवा लें.
- एक मामूली फीस जमा करके आप यह पता कर सकते हैं की जमीन कब और कहां बंधक रही है.
- इन बातों का ध्यान रखेंगे तो जमीन की खरीद में होने वाली धोखाधड़ी से बच जाएंगे.
क्यों जरूरी है दाखिल खारिज?
प्रॉपर्टी खरीदने पर कानून के अनुसार स्टांप ड्यूटी (stamp duty) का भुगतान करके रजिस्ट्री कराना अनिवार्य है. प्रॉपर्टी की खरीद करते समय, सुनिश्चित करें कि आप स्टांप ड्यूटी का भुगतान करके इसे जल्दी रजिस्ट्री करते हैं. इसके अलावा, रजिस्ट्री के बाद, उस प्रॉपर्टी (property) का दाखिल खारिज कराना भी आवश्यक है. यह सभी प्रक्रियाएं सुनिश्चित करती हैं कि आपकी प्रॉपर्टी की कानूनी स्थिति साफ़ है और कोई विवाद नहीं है.
दाखिल खारिज एक खास तरह का दस्तावेज होता है, जो आपकी प्रोपर्टी को किसी विवाद या पचड़े से बचाता है. दाखिल खारिज होने से यह बात स्पष्ट हो जाती है कि आपने जो जमीन या घर खरीदा है. उससे किसी को कोई आपत्ति नहीं है और प्रॉपर्टी का मालिकाना हक (Property ownership) आपके पास है.