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RBI : अब एटीएम से धड़ाधड़ निकल रहे 100 और 200 रुपये के नोट, कहीं 500 रुपये का नोट तो नहीं हो रहा बंद, जानिए RBI का प्लान

RBI : आजकल एटीएम से 100 और 200 रुपये के नोट मिलना आम हो गया हैं, जबकि कुछ दिनों पहले तक ज्‍यादातर 500 रुपये के नोट ही निकलते थे. अचानक आए इस बदलाव के चलते लोगों के मन में सवाल है कि कहीं 500 रुपये के नोट बंद तो नहीं हो रहे है... आइए नीचे खबर में जानें आरबीआई का नया प्लान-

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RBI : अब एटीएम से धड़ाधड़ निकल रहे 100 और 200 रुपये के नोट, कहीं 500 रुपये का नोट तो नहीं हो रहा बंद, जानिए RBI का प्लान

HR Breaking News, Digital Desk- क्‍या आपने भी इस बात पर गौर किया है कि आजकल एटीएम से 100 और 200 रुपये के नोट मिलना आम हो गया हैं, जबकि कुछ दिनों पहले तक ज्‍यादातर 500 रुपये के नोट ही निकलते थे. आखिर अचानक यह बदलाव क्‍यों आया है. (Indian Currency)

पिछले दिनों खबर थी कि आरबीआई (RBI New Guidelines) अब 500 रुपये के नोटों को बंद कर सकता है और अब ATM में अचानक 100 व 200 रुपये जैसी छोटी करेंसी की संख्‍या बढ़ने लगी है तो आम आदमी के जेहन में कई सवाल उठने लगे हैं. आखिर इसकी सच्‍चाई क्‍या है और RBI ने किस तरह का प्‍लान बना रखा है. आइए जान लेते है नीचे इस खबर में-

आरबीआई ने अप्रैल में सभी बैंकों को 30 सितंबर तक अपने एटीएम में छोटी करेंसी, खासकर 100 और 200 रुपये के नोटों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया था. इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, अब तक 73 प्रतिशत एटीएम में कम से कम एक कैसेट छोटी करेंसी से भर दिया गया है. यह कदम छोटे नोटों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है.

60 प्रतिशत आज भी खर्च करते हैं कैश-
अनुष राघवन, जो CMS इन्फो सिस्टम के अध्यक्ष हैं, भारत की सबसे बड़ी कैश प्रबंधन कंपनी है, उनका कहना है कि 60% भारतीय अभी भी नकद खर्च करना पसंद करते हैं. इस वजह से, ATMs में 100 और 200 रुपये के नोट भरने से लोगों को, खासकर कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों में, खर्च करने में आसानी होगी. इसी को देखते हुए, RBI ने सभी बैंकों को अपने ATMs में छोटी करेंसी डालने का निर्देश दिया है. CMS इन्फो सिस्टम देश के 2.15 लाख ATMs में से 73 हजार का प्रबंधन करती है.

क्‍या है RBI के सर्कुलर में-
अप्रैल, 2025 में जारी आरबीआई के सर्कुलर में कहा गया कि सभी बैंक कम से कम 75 फीसदी एटीएम में 100 और 200 रुपये के नोट जरूर रखेंगे, भले ही एक ही कैसेट को क्‍यों न भरा जाए. आरबीआई (RBI Updates) ने इसके लिए 30 सितंबर, 2025 की डेडलाइन भी तय कर दी है. केंद्रीय बैंक (central bank) का मानना है कि छोटे नोटों की संख्‍या बढ़ाने से लोगों के रोजाना खर्च के लिए कैश उपलब्‍ध कराना आसान हो जाएगा. आरबीआई ने कहा है कि 31 मार्च, 2026 तक देश के 90 प्रतिशत एटीएम को छोटी करेंसी उपलब्‍ध कराना होगा.

ज्‍यादा कैश निकाला तो बढ़ेगा बोझ-
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक विरोधाभासी कदम उठाया है. जहां एक ओर वह छोटी करेंसी उपलब्ध कराकर कैश लेनदेन को बढ़ावा देना चाहता है, वहीं दूसरी ओर उसने एटीएम (ATM) से कैश निकालने पर लगने वाली फीस बढ़ा दी है. 1 मई से प्रभावी इस बदलाव के तहत, दूसरे बैंक के एटीएम से महीने में 3 मुफ्त निकासी के बाद, हर निकासी पर ₹19 (पहले ₹17) का शुल्क लगेगा. सिर्फ बैलेंस चेक करने पर भी ₹7 (पहले ₹6) प्रति ट्रांजेक्शन चार्ज किया जाएगा. 

500 के नोट बंद करने की सुगबुगाहट-
आरबीआई (Reserve Bank Of India) द्वारा एटीएम में छोटी करेंसी बढ़ाने के बाद, 500 रुपये के नोट बंद होने की चर्चा फिर तेज़ हो गई है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नायडू (Andhra Pradesh Chief Minister Naidu) समेत कई विशेषज्ञों और नेताओं ने नकली नोट और मनी लॉन्ड्रिंग रोकने (Prevention of counterfeit notes and money laundering) के लिए 500 रुपये के नोटों को बंद करने की सिफारिश की थी. आरबीआई का यह कदम इस बात को और बल देता है कि सरकार बड़ी करेंसी को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकती है.