RBI गवर्नर को मिलती हैं ये खास सुविधाएं, होती है इतनी सैलरी

HR Breaking News : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) भारत का केन्द्रीय बैंक है। यह भारत के सभी बैंकों का संचालक है। यह राष्ट्रीय मुद्रा, भारतीय रुपये से संबंधित मौद्रिक नीति को नियंत्रित करता है। RBI का मुख्यालय मुंबई में है।
ऐसे में कई लोगो के मन में सवाल होता है की आरबीआई गवर्नर कैसे बनते हैं, क्या इस पद के लिए कोई प्रतियोगी परीक्षा देनी पड़ती है, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गर्वनर (RBI Governer) की तनख्वा कितनी होती है?
आज की इस कड़ी के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे है RBI गवर्नर को मिलने वाली सुविधाओं और सैलरी के बारे में जिनकी बेहद कम लोगो को होती है जानकारी।
हाई-प्रोफाइल नौकरी
यह एक हाई-प्रोफाइल नौकरी है, जिसके लिए प्रासंगिक अनुभव और प्रतिष्ठित वर्क हिस्ट्री होनी जरूरी है। पहले स्ट्रॉन्ग जॉब प्रोफाइल और पदोन्नति वाले IAS अधिकारियों को यह पद दिया जाता था, लेकिन अब अपेक्षित कार्य अनुभव और करियर उपलब्धियां रखने वाले ग्रेजुएट, मास्टर्स, चार्टर्ड अकाउंटेंट की डिग्री रखने वाला कोई भी व्यक्ति आरबीआई का गवर्नर बन सकता है। इकोनॉमिक्स में डिग्री इस पद के लिए एक अतिरिक्त लाभ है।
आरबीआई गर्वनर की इतनी होती है सैलरी
RBI के मौजूदा गवर्नर संजय मल्होत्रा हैं। जो आरबीआई के 26 वें गवर्नर हैं। सैलरी की बात करें तो पिछले गर्वनर श्री शक्तिकान्त दास की मासिक सैलरी 2.5 लाख रुपये थी। रिपोर्ट की मानें तो शक्तिकांत दास से पहले आरबीआई के गवर्नर रहे उर्जित पटेल की मासिक सैलरी भी इतनी ही थी। वहीं आरबीआई के एग्जीक्यूटिव डायरेक्ट्स की मासिक सैलरी 2.16 लाख रुपये है।
सैलरी के साथ मिलती है ये खास सुविधाएं
सरकार की तरफ से RBI गर्वनर को सैलरी के साथ-साथ कई अन्य सुविधाएं मिलती हैं। उन्हें घर, गाड़ी, ड्राइवर, मंहगाई भत्ता और ग्रेड अलाउंस भी दिया जाता है। इसके अलावा आरबीआई गवर्नर (RBI Governor Sallery) को मेडिकल और एजुकेशन के लिए भी सरकार पैसे देती है।