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RBI का बड़ा ऐलान, अब बैंकों में डालेगा 1.9 लाख करोड़ रुपये

RBI : आजकल ऑनलाइन ट्रांजेक्शन (Online Transaction) का दौर चल रहा है तो ऐसे में नकदी को लेकर संकट चल रहा है। शादि विवाह के दौरान नए नोट के लिए लोगों को धक्के खाने पड़ रहे हैं तो बैंकों में भी नकदी (cash) को लेकर संकट चल रहा है। इसी बीच आरबीआई ने बड़ा फैसला लिया है। आरबीआई बैंकों में 1.9 लाख करोड़ रुपये डालेगा। 

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RBI का बड़ा ऐलान, अब बैंकों में डालेगा 1.9 लाख करोड़ रुपये

HR Breaking News (Reserve Bank of India) भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से बैंकों में 1.9 लाख करोड़ रुपये डालने का फैसला लिया है। बैंकों के पास नकदी का संकट चल रहा है और बैंकों के पास यह नकदी संकट 4 मार्च तक 20 हजार 420 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। आरबीआई के फैसले से पहले कुछ द‍िनों में इस आंकड़े में ग‍िरावट आई है। 15 दिसंबर के बाद यह आंकड़ा फ‍िलहाल सबसे कम है। 

 


बैंकों में हुई कैश की कमी


रिजर्व बैंक ऑफ इंड‍िया (RBI) बैंकों में 1.9 लाख करोड़ रुपये डालेगा। इसका कारण है कि बैंकों के पास ल‍िक्‍व‍िड‍िटी की कमी हो गई है। आरबीआई (RBI) से विदेशी मुद्रा बाजार में लेन-देन और टैक्स के निकलने के कारण बैंकों में पैसे की कमी हुई है। देश में इकोनॉम‍िक ग्रोथ बढ़ाने के लिए आरबीआई ने यह फैसला लिया है। आरबीआई छोटी वित्त कंपनियों और माइक्रोफाइनेंस कंपनियों को आसान लोन देने के नियम भी बना चुका है। 

 


ऐसे चलेगी प्रक्रिया


आरबीआई (RBI) बैंकों में चल रही नकदी की कमी को दूर करने के लिए कदम उठा रहा है। बैंक आरबीआई से एक लाख करोड़ रुपये के सरकारी बांड खरीदेगा। आरबीआई की ओर से 12 मार्च और 18 मार्च को 50-50 हजार करोड़ रुपये की दो अलग-अलग नीलामियां की जाएंगी।

वहीं, र‍िजर्व बैंक की ओर से 24 मार्च को 10 अरब डॉलर की खरीद/बिक्री स्वैप की जाएगी। इसकी अवधि 36 महीने रहेगी। आरबीआई (RBI) की ओर से डॉलर खरीदे जाएंगे और तीन साल बाद पहले से तय कीमत पर वापस बेचे जाएंगे। इसके माध्यम से बैंकों में 87,000 करोड़ रुपये डाल दिए जाएंगे। 


एडवांस टैक्स ने बनाया संकट


जल्द लोगों को एडवांस टैक्स (RBI) भरना है। ऐसा करने से बाजार से बड़ी मात्रा में पैसा निकलेगा। एक बॉन्ड डीलर के अनुसार मार्च के म‍िड (15 मार्च के आसपास) एडवांस टैक्स के कारण मुद्रा बाजार में पैसों की बड़ी कमी रहती है। आरबीआई (RBI) की ओर से बैंकों में पैसा डालने से बैंकों पर पड़ने वाले दबाव को कम क‍िया जा सकेगा।  

रेपो रेट में की गई कटौती


वहीं आरबीआई (RBI) की तरफ से 6 फरवरी को रैपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की गई है। यह पांच साल में पहली बार जब आरबीआई ने ब्याज दर कम की है। आरबीआई (RBI) ने 28 फरवरी को सिस्टम में लंबे समय के लिए पैसा डालने के लिए 10 अरब डॉलर स्वैप भी किया।