RBI मिडिल क्लास को देगा बड़ी राहत, लोन लेने वाले जान लें कितना कम होगा ब्याज
RBI Latest Update : 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारण ने देश का आम बजट पेश किया है जिसमें सरकार ने मिडिल क्लास लोगों को तोहफा दिया है। बता दें कि अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) मिडिल क्लास को बड़ी राहत देने जा रहा है। 6 फरवरी को मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में आरबीआई रेपो रेट दरों में बदलाव कर सकता है। जिसका सीधा असर लोन पर दिखेगा। ऐसे में यदि आप लोन लेने की सोच रहे हैं तो जान लें कितना इंटरेस्ट देना होगा।

HR Breaking News - हाल ही में देश के आज बजट (Budget 2025) में सरकार ने हर वर्ग के लोगों को कई बड़ी सौगातें दी है। इसी बीच अब भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI मिडिल क्लास को बड़ी राहत दे सकता है। दरअसल, आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक 5 फरवरी यानी कल से शुरू हो रही है, और यह 7 फरवरी तक चलेगी। जिसमें आरबीआई कंजम्पशन और लिक्विडिटी (Consumption and liquidity hike) को बढ़ाने के लिए लोन ब्याज दर घटा सकता है। एक्सपर्टस का कहना है कि यह कटौती 25 से 50 बेसिस पॉइंट की हो सकती है। ऐसे में कर्जदारों के लिए यह अच्छी खबर हो सकती है।
वहीं रिटेल महंगाई (retail inflation) साल के अधिकतर समय रिजर्व बैंक की लिमिट 6 प्रतिशत के अंदर रही है। इस वजह से केंद्रीय बैंक कम खपत से प्रभावित विकास को बढ़ावा देने के लिए भी लोन ब्याज दर (Loan Interest Rate News) में कटौती कर सकता है। वहीं कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब केंद्रीय बैंक बजट में अभी कोई बदलाव नहीं करेगा। क्योंकि अभी तो महंगाई स्थिर होनी शुरू हुई है। ऐसे में यदि आरबीआई रेपो रेट (RBI repo rate update) को कम करता है तो महंगाई बढ़ सकती है।
5 से 7 फरवरी तक चलेगी बैठक -
भारतीय रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी (Monetary Policy) की बैठक 5 फरवरी से शुरू होगी और यह 7 फरवरी तक चलेगी। इसके बाद केंद्रीय बैंक गवर्नर रेपो रेट और अन्य फैसले के बारे में जानकारी देंगे। इस बैठक में रेपो रेट के अलावा, महंगाई, GDP के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। रिजर्व बैंक के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा (RBI Governor Sanjay Malhotra) अपनी पहली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
आखरी बार कब बढ़ाया गया था रेपो रेट?
बता दें कि पिछले दो सालों से आरबीआई ने रेपो रेट की दर में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई (RBI) ने फरवरी 2023 से रेपो दर (Repo Rate) को 6.5 प्रतिशत पर रखा है। आखिरी बार आरबीआई (RBI) ने कोविड के समय मई साल 2020 में रेपो रेट दर में कटौती की थी और उसके बाद इसे फिर से बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया गया था।
तबसे लेकर अब तक रेपो रेट (repo rate latest update) दर को घटाया नहीं गया है। जिसके चलते बैंक के कर्ज भी महंगे हो गए हैं। बढ़ती महंगाई के इस दौर में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि इस बार नवनियुक्त गवर्नर महंगाई को कंट्रोल करने के लिए कोई बड़ा फैसला लेंगे।
लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए आरबीआई ने लिया फैसला
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अभी हाल ही में लिक्विडिटी (liquidity Hike) बढ़ाने के लिए बड़ा फैसला लिया है। आरबीआई ने सिस्टम में लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए 60,000 करोड़ रुपये की सरकारी सिक्योरिटीज खरीदने का फैसला किया है। डॉलर (dollar)-रुपया स्वैप ऑक्शन के जरिए भी लिक्विडिटी बढ़ाने की तैयारी है। ऐसे में यह उम्मीद यह भी की जा रही है कि आरबीआई लोन ब्याज दरों (loan interest rate) में कटौती करके लिक्विडिटी बढ़ा सकता है।