Retirement Pension Calculator : रिटायरमेंट के बाद हर महीने लेनी है 1 लाख रुपये पेंशन, ऐसे करें निवेश
HR Breaking News (नई दिल्ली)। investment : बच्चों की शादी और शिक्षा के बाद सबसे बड़ी जिम्मेदारी रिटायरमेंट प्लानिंग को लेकर होती है. यह भी हर व्यक्ति के लिए जीवन का एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है ताकि बुढ़ापा सुख से कट सके. इसलिए जरूरी है कि आज से ही पेंशन के लिए निवेश शुरू कर दें. मान लीजिये आप की उम्र 40 साल है और आप 60 वर्ष की आयु में हर महीने 1 लाख रुपये पेंशन पाना चाहते हैं तो आपको इसके लिए सिस्टेमेटिक तरीके से इन्वेस्टमेंट करना होगा.
रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए सबसे पहले 3 बातों का पालन करना चाहिए. इनमें सेवानिवृत्ति के समय जरूरी पैसा का कैलकुलेशन करें जो आपको जीवित रहने तक हर महीने पेंशन के तौर पर मिलेगा. इसके बाद देखें कि इस आवश्यक धनराशि की व्यवस्था करने के लिए आपको कितनी बचत और निवेश करने की जरूरत होगी. फिर यह निर्णय लें कि यह निर्धारित रिटर्न पाने के लिए कहां करना होगा.
मनी टुडे की रिपोर्ट में निवेश सलाहकार के अनुसार, आज हर महीने 50,000 रुपये की कमाई, प्रतिवर्ष 6 फीसदी की महंगाई दर से 20 साल बाद 1.6 लाख रुपये प्रतिमाह होगी. ऐसे में उस समय आपको अगले 20 वर्षों तक हर माह 1 लाख रुपये पेंशन पाने के लिए 3.98 करोड़ रुपये के फंड की जरूरत होगी, जो 20 साल में आपको रिटायरमेंट प्लानिंग के जरिए जुटाना है.
अगले 20 वर्षों में 3.98 करोड़ रुपये अर्जित करने के लिए आपको 38,000 रुपये के मासिक निवेश की जरूरत होगी. इस रकम को हासिल करने के लिए आपको 40 फीसदी निवेश डेट फंड में और 60 प्रतिशत इन्वेस्टेमेंट इक्विटी में करना चाहिए. आपको धीरे-धीरे हर साल एसआईपी की राशि 5% बढ़ाकर इक्विटी में निवेश बढ़ाना होगा. आपको प्रति माह 15,000 रुपये डेट में और 23,000 रुपये इक्विटी में निवेश करने होंगे और यह इन्वेस्टमेंट हर साल 5% बढ़ना चाहिए.
इस तरह से डेट फंड से 8% और इक्विटी से 12% रिटर्न की उम्मीद रखकर, 20 वर्ष बाद आप डेट इन्वेस्टमेंट से लगभग 88 लाख रुपये और इक्विटी निवेश से 3.15 करोड़ रुपये हासिल कर सकते हैं. इस तरीके से आपके पास 60 साल की उम्र में करीब 3.98 करोड़ रुपये इकट्ठे हो जाएंगे और अगले 20 साल तक हर महीने आप 1 लाख से ज्यादा की पेंशन हासिल कर सकते हैं. हालांकि, यह पूरी तरह से संभावित रिटर्न है, क्योंकि इक्विटी में निवेश बाजार जोखिम के अधीन होता है इसलिए रिटायरमेंट प्लान और इन्वेस्टमेंट को लेकर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर लें.