Retirement Planning: रिटायरमेंट से पहले भी उठा सकते है NPS के 3 बड़े फायदे, 90 प्रतिशत लोग नहीं जानते हैं ये बात
NPS Scheme benefits: जब भी रिटायरमेंट प्लानिंग की बात आती है एनपीएस स्कीम का जीकर जरूर होता है। आपको बता दें, एनपीएस एक जबरदस्त स्कीम है जिसमे निवेश करने पर अच्छा खासा रिटर्न मिलता है। दरअसल, एनपीएस में पैसे लगाकर बुढ़ापे के लिए पेंशन (Pension guarantee scheme) की गांरटी हो जाती है। लेकिन कई लोग नहीं जानते की एनपीएस (NPS) सिर्फ बुढ़ापे के लिए ही नहीं है बल्कि जवानी के दिनों में भी एनपीएस से आप कई लाभ उठा सकते है। आइए नीचे खबर में विस्तार से जानते हैं एनपीएस के ये शानदार बेनिफिट्स-
HR BREAKING NEWS (ब्यूरो)। अगर बात करें एनपीएस स्कीम की, तो इसमें निवेश किए पैसों पर टैक्स छूट भी मिलती है। यह टैक्स छूट भी मामूली नहीं होती। NPS में निवेश पर इनकम टैक्स की धारा 80CCD के तहत टैक्स छूट (NPS Scheme) मिलती है। इसमें भी दो सब-सेक्शन होते हैं- 80CCD(1) और 80CCD(2)। इसके अलावा 80CCD(1) का एक और सब सेक्शन होता है 80CCD(1B)। 80CCD(1) के तहत 1.5 लाख रुपए और 80CCD(1B) के तहत 50 हजार रुपए की टैक्स छूट हासिल कर सकते हैं। वहीं, 80CCD(2) से इस 2 लाख की (NPS Tax benefits) मिली छूट के अलावा भी इनकम टैक्स में और छूट ले सकते हैं।
एंप्लॉयर की तरफ से फायदा
एंप्लॉयर की तरफ से आपके NPS में निवेश पर टैक्स छूट मिलती है। इसके तहत आप अपनी बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते (Dearness allowance) का 10 फीसदी तक NPS में निवेश करवा सकते हैं और उस पर आपको टैक्स छूट मिलेगी। वहीं, अगर आप सरकारी कर्मचारी हैं तो यह आंकड़ा आपके लिए 14 फीसदी तक हो सकता है। ज्यादातर कंपनियां NPS की सुविधा (NPS facilities) देती हैं। कंपनी के HR के जरिए आप NPS में निवेश कर सकते हैं। अच्छी बात ये है कि आप अतिरिक्त टैक्स छूट पा सकेंगे। जवानी में आपको टैक्स छूट मिलेगी, मतलब आपके (benefits of NPS Scheme) पैसे बचेंगे, जो आपके ही काम आएंगे।
पैसा नहीं होगा फिजूल में खर्च
जब किसी शख्स की नौकरी लगती है तो शुरुआती दिनों में हर कोई पैसे इधर-उधर खर्च करता है। वहीं कुछ साल बाद सभी को यह समझ आने लगता है (Retirement tips) कि बुढ़ापे में एक बेहतर जिंदगी जीने के लिए जवानी में ही निवेश करना जरूरी है। वैसे तो निवेश के लिए कई स्कीम और टूल हैं, लेकिन एनपीएस का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसमें जमा पैसा आप रिटायरमेंट के बाद ही निकाल सकते हैं। मतलब बाकी स्कीम की तरह इसका लॉक-इन पीरियड 5 साल या 15 साल नहीं है, बल्कि 60 साल की उम्र तक है। इस तरह युवाओं को निवेश (investment tips) बुढ़ापे के लिए सुरक्षित रहता है। अगर कम लॉकइन होगा, तो कई बार लोग उन पैसों का इस्तेमाल गाड़ी-घर खरीदने या फिर किसी मेडिकल इमरजेंसी में कर लेते हैं, जिससे बुढ़ापे की सुरक्षा कमजोर हो जाती है।
रिस्क के हिसाब से रिटर्न
तमाम इन्वेस्टमेंट स्कीम में आपको फिक्स रिटर्न मिलता है या फिर ऐसा रिटर्न मिलता है, जिस पर आपका कंट्रोल नहीं रहता। अगर आप एनपीएस में पैसे लगाते हैं तो आप खुद से तय कर सकते हैं कि आपको कितने पैसे शेयर बाजार (NPS Scheme rules) में लगाने हैं और कितने पैसे फिक्स रिटर्न वाली टूल्स में। जवानी में अधिक रिस्क लेने की क्षमता होती है। ऐसे में आप अधिक रिस्क लेकर अधिक रिटर्न पा सकते हैं, जिससे आपको आने वाले दिनों में बड़ा कॉर्पस जमा करने में मदद मिलेगी। उम्र बढ़ने के साथ-साथ जब आपको लगे कि कम रिस्क लेना है तो एनपीएस में उसी हिसाब से इन्वेस्टमेंट (investment in NPS scheme) में बदलाव कर लें, जिससे आपको फायदा होगा।