Saving Account : आपका बैंक अकाउंट कब हो सकता है फ्रीज, जानिये क्या कहते हैं नियम
बैंक अकाउंट फ्रीज होने का मतलब है कि आप अपने अकाउंट से ट्रांजैक्शन नहीं कर सकते. हालांकि फ्रीज अकाउंट में डिपॉजिट प्राप्त कर सकते हैं.आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.
HR Breaking News (नई दिल्ली)। अकाउंट फ्रीज (Account Freeze) होने के कई कारण हो सकते हैं. जैसे अकाउंट में संदिग्ध गतिविधि, मनी लॉन्ड्रिंग या टेरर फंडिंग के लिए अकाउंट का इस्तेमाल, केवाईसी अपडेट न होना, लंबे समय तक ट्रांजैक्शन न होना वगैरह.. वगैरह. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बिना बताए आपका बैंक अकाउंट फ्रीज हो सकता है?
क्या बैंक बिना बताए अकाउंट फ्रीज कर सकते हैं?
सामान्य तौर पर, किसी बैंक के नियम और शर्तें उसे किसी अकाउंट को फ्रीज करने की अनुमति देती हैं. अगर बैंकों को लगता है कि खाते में लेनदेन संदिग्ध है तो वे अकाउंट फ्रीज कर सकते हैं.
कई मामलों में वे अकाउंट फ्रीज करने से पहले खाताधारक को नोटिस भेजते हैं और कई मामलों में बिना बताए भी अकाउंट फ्रीज किया जा सकता है.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसे लेकर कोई स्पेसिफिक इंस्ट्रक्शन्स जारी नहीं किए हैं, लेकिन नो योर कस्टमर (KYC) के 2020 में अमेंड किए गए मास्टर डायरेक्शन में इसका जिक्र है. टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे मामलों में भी अकाउंट फ्रीज किए जाने का अधिकार है.
बैंक कब अकाउंट फ्रीज कर सकते हैं?
- कोर्ट के आदेश (Court order) का पालन करने के लिए.
- जब आपको दिवालिया (bankrupt) घोषित कर दिया गया हो.
- जब आपके खाते में पर्याप्त पैसा नहीं है.
- अकाउंट को किसी धोखाधड़ी से प्रोटेक्ट करने के लिए.
- RBI की गाइडलाइन के अनुसार KYC न होने पर.
- मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग से जुड़े होने पर.
- आयकर विभाग के निर्देश पर भी अकाउंट फ्रीज हो सकता है.
- इसी तरह से सेबी के आदेश पर भी अकाउंट फ्रीज होता है.
अकाउंट फ्रीज होने पर क्या करें?
अगर आपको लगता है कि आपका अकाउंट बिना किसी कारण के फ्रीज कर दिया गया है तो सबसे पहले बैंक की ब्रांच से संपर्क करें और उनसे अकाउंट फ्रीज होने की वजह पूछें.
अगर अकाउंट संदिग्ध लेनदेन या KYC पूरा नहीं होने के कारण फ्रीज हुआ है तो तुरंत चालू हो जाएगा. लेकिन अगर अकाउंट आयकर विभाग, सेबी या फिर कोर्ट के आदेश पर फ्रीज हुआ है तो फिर वहां से आदेश आने से पहले बैंक मैनेजमेंट कुछ नहीं कर सकता.