SBI ने दोबारा से शुरू की 444 दिन वाली FD स्कीम, अब इतना मिलेगा ब्याज
SBI Bank - एसबीआई ने अपनी स्पेशल फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) स्कीम को फिर से लॉन्च किया है, लेकिन इस बार ब्याज दरें पहले की तुलना में कम हैं। बता दें कि आरबीआई (Reserve Bank of India) द्वारा रेपो रेट में कमी के कारण बैंकों ने FD पर ब्याज दरों को घटाना शुरू कर दिया है... जिसके चलते अब इतना ब्याज मिलेगा-

HR Breaking News, Digital Desk- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपनी स्पेशल फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) स्कीम 'अमृत वृष्टि' को फिर से लॉन्च किया है, लेकिन इस बार ब्याज दरें पहले की तुलना में कम हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) द्वारा रेपो रेट में कमी के कारण बैंकों ने FD पर ब्याज दरों को घटाना शुरू कर दिया है। इस बदलाव के साथ SBI Amrit Vrishti अब नए रिवाइज्ड रेट्स के साथ ग्राहकों के लिए उपलब्ध है।
क्या है अमृत वृष्टि?
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई (SBI Bank) की अमृत वृष्टि एक स्पेशल FD स्कीम है, जिसका उद्देश्य जमाकर्ताओं को आकर्षक रिटर्न प्रदान करना है। यह स्कीम अब 444 दिनों की अवधि के साथ उपलब्ध है, लेकिन ब्याज दरों में संशोधन के चलते पहले के मुकाबले इससे होने वाली कमाई कुछ कम हो गई है।
कितनी हुई कटौती?
अपने लेटेस्ट वर्जन में, अमृत वृष्टि योजना के तहत ब्याज दरों में 20 आधार अंकों (BPs) की कमी की गई है। सामान्य नागरिकों के लिए ब्याज दर अब 7.05% प्रति वर्ष है, जबकि पहले यह 7.25% प्रति वर्ष थी। वरिष्ठ नागरिकों (senior citizen) के लिए ब्याज दर अब 7.55% हो गई है, जो पहले 7.75% थी। लिहाजा इस स्पेशल FD पर मिलने वाला रिटर्न अब घट गया है।
यहां भी हुआ बदलाव-
ब्याज दरों में संशोधन के बाद, एसबीआई 7 दिनों से लेकर 10 साल तक की नॉर्मल FD पर 3.50% से 6.9% तक ब्याज दे रहा है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज दरें बैंक 4% से 7.50% है। बता दें कि रिजर्व बैंक (reserve bank) द्वारा रेपो रेट में कटौती के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (state bank of india) ने लोन को सस्ता किया है। साथ ही FD पर मिलने वाले ब्याज पर भी कैंची चला दी है।
इस बात का रखें ध्यान-
5 लाख रुपये तक के रिटेल फिक्स्ड डिपॉजिट (retail fix deposit) के मामले में समय से पहले निकासी (सभी अवधियों में) पर 0.50% का जुर्माना (fine) लागू होगा। 5 लाख रुपये से अधिक लेकिन 3 करोड़ रुपये से कम की FD के मामले में समय से पहले निकासी पर 1 प्रतिशत जुर्माना भरना होगा। वहीं, 7 दिनों से कम समय की जमाराशियों पर बैंक कोई ब्याज नहीं देगा।