SIP : सिर्फ हर महीने 6 हजार रुपये निवेश कर बना लेंगे 1,00,36,123 रुपये का फंड, समझें पूरी कैलकुलेशन

HR Breaking News - (SIP investment plan)। आज के समय में बढ़ती महंगाई की वजह से हर कोई निवेश करने अपने और अपने परिवार के भविष्य को सुरक्षित रख सकता है। ऐसे में अगर आप भी निवेश के तरीके की तलाश कर रहे हैं तो ये खबर आपके काफी काम की हो सकती है। आज हम आपको एसआईपी (SIP investment scheme) में निवेश करने के एक शानदार तरीके के बारे में बताने जा रहे हैं। इसके तहत आप काफी कम राशि निवेश करके भी उसपर बंपर रिटर्न पा सकते हैं। खबर में जानिये इस स्कीम की पूरी डिटेल।
एसआईपी के जरिये निवेश के लाभ-
यूं तो शेयर मार्केट में निवेश करना एक जोखिमभरा निवेश (SIP investment plan) का ऑप्शन है, जिसकी वजह से ज्यादातर लोग इसमें निवेश करने के डर जाते हैं। लेकिन अगर आप शेयर मार्केट (Shere market investment) में डायरेक्टली निवेश न करके इनडायरेक्टली निवेश करते हैं तो आप इसके जोखिम को कम कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड्स (Mutual funds investment) में निवेश करके आप जोखिम को कम कर सकते हैं। ये बिल्कुल भी जरूरी नहीं है कि आप म्यूचुअल फंड्स में एकमुश्त राशि को ही इन्वेस्ट करें। आप एसआईपी के जरिए हर महीने भी म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट कर सकते हैं।
जानिये 6 हजार से 1 करोड़ बनाने का पूरा प्रोसेस-
अगर आप म्यूचुअल फंड की एसआईपी (mutual fund sip) में निवेश करते हैं तो आप इसपर 50 प्रतिशत तक का सालाना रिटर्न भी पा सकते हैं। वहीं अगर शेयर मार्केट की स्थिति अच्छी रहती हैं तो निवेश पर मिलने वाला ब्याज बढ़ भी सकता है। एसआईपी (sip calculator) में लॉन्ग टर्म में लगभग आपको 12 फीसदी सालाना रिटर्न दिया जा सकता है।
इस स्कीम के तहत अगर रिटर्न के बारे में बात करें तो अगर आप एसआईपी में हर महीने 6हजार रुपये की राशि को डालते हैं तो ऐसे में 24 साल के अंदर ही आपके पास 1,00,36,123 रुपये का फंड (mutual fund calculator) जमा हो जाएगा। इस स्कीम में आपने टोटल 17,28,000 रुपए निवेश किये होंगे और इस राशि पर आपको 83,08,123 का ब्याज दिया जाता है।
इस बात का रखें ध्यान-
म्यूचुअल फंड एसआईपी में अगर आप निवेश (investment tips) करते हैं तो आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान देना चाहिए। सबसे पहले तो आपको इस बात को जान लेना चाहिए कि एसआईपी पर आपको कोई फिक्स रिटर्न नहीं दिया जाता है। एसआईपी में आपको 20 प्रतिशत तक का रिटर्न दिया जा सकता है।
इसके अलावा अगर नेगेटिव रिटर्न (negetive ruturn kya h) के बारे में बात करें तो आपको 10 प्रतिशत का नेगेटिव रिटर्न भी दिया जा सकता है। एसआईपी के जरिए मिलने वाले कुल रिटर्न पर आपको लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स भी चुकाना होता है। केंद्र सरकार ने इसी साल लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत तक दिया है।