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Income Tax के छापे में मिलता इतना पैसा, नोट गिनते समय मशीनें भी हो गई गर्म, बना देश का सबसे बड़ा IT छापा

ओडिशा में शराब बनाने वाली कंपनी बौद्ध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड के ठिकानों पर छापेमारी जारी है। कंपनी से जुड़े प्रतिष्ठानों पर इनकम टैक्स अब तक 290 करोड़ रुपये ज्यादा बरामद कर चुका है। कई मशीनें लगातार नोट गिन रही हैं। यह अब तक की सबसे बड़ी इनकम टैक्स रेड हो सकती है।आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.

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Income Tax के छापे में मिलता इतना पैसा, नोट गिनते समय मशीनें भी हो गई गर्म, बना देश का सबसे बड़ा IT छापा

HR Breaking News (नई दिल्ली)। ओडिशा में शराब बनाने वाली कंपनी के एक समूह और उससे जुड़े प्रतिष्ठानों पर आयकर विभाग की छापेमारी जारी है। इस छापेमारी में इतना कैश मिला है कि इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी भी भौचक्का रह गए। इस बेहिसाब नगदी की गिनती 4 दिनों से लगातार जारी है। अब तक 290 करोड़ रुपये की बरामदगी हो चुकी है। काउंटिंग पूरी होने के बाद यह कैश और बढ़ सकता है। माना जा रहा है कि यह एजेंसी के किसी एक अभियान में अब तक बरामद हुआ यह अब तक की सबसे बड़ी रकम है। इतना भी नहीं, यह ऐसी छापेमरी है, जिसमें सबसे ज्यादा दिनों से कैश गिना जा रहा है। बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और अन्य के खिलाफ छापा 6 दिसंबर को शुरू हुआ था। आयकर विभाग ने नोटों की गिनती के लिए लगभग 40 बड़ी और छोटी मशीनें लगाई हैं। बैंक और आयकर विभाग के कर्मचारी लगातार मशीनों से कैश गिन रहे हैं। ट्रकों के इंतजाम किए गए हैं ताकि कैश को बैंक तक पहुंचाया जा सके। कैश की काउंटिंग 92 घंटे से जारी है।

इस कार्रवाई के तहत कांग्रेस नेता और झारखंड से राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू से जुड़े परिसर पर भी छापा मारा गया। अधिकारी अब कंपनी के विभिन्न अधिकारियों और इससे जुड़े अन्य व्यक्तियों के बयान दर्ज कर रहे हैं।


500 रुपये के नोट में नगदी


आईटी विभाग ने बताया कि अब तक 250 करोड़ रुपये से अधिक नकदी जब्त की जा चुकी है और ओडिशा में सरकारी बैंक शाखाओं में नकदी लगातार जमा की जा रही है। उन्होंने बताया कि अधिकतर नोट 500 रुपये के हैं। यह किसी एक समूह और उससे जुड़ी इकाइयों के खिलाफ किसी एजेंसी की ओर से की गई कार्रवाई के साथ जब्त की गई अब तक की सबसे अधिक नकद राशि है।

कानपुर छापे में मिले थे 257 करोड़


इनकम टैक्स की पिछली कुछ बड़ी छापेमारी को देखें तो 2019 में उत्तर प्रदेश में जीएसटी इंटेलिजेंस ने कानपुर स्थित एक व्यवसायी के खिलाफ छापेमारी की थी और 257 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की थी। पियूष जैन नाम के इस कारोबारी के लिंग समाजवादी पार्टी से बताए गए थे। तीसरे मामले में आयकर विभाग ने जुलाई 2018 में तमिलनाडु में एक सड़क निर्माण कंपनी के खिलाफ छापे मारे थे। इस छापेमारी में 163 करोड़ रुपये की नगदी मिली थी।

200 बैगों में भरा था कैश


बोलांगीर जिले में कंपनी के परिसरों में रखी लगभग 10 अलमारियों से 230 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए। जबकि बाकी रकम टिटलागढ़, संबलपुर और रांची के परिसरों से जब्त की गई। सूत्रों ने बताया कि नकदी रखने के लिए करीब 200 छोटे-बड़े बैग का इस्तेमाल किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के 'भाषणों' को सुनें... जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है।'

ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल ने एक बयान जारी कर इन छापों का स्वागत किया। उसने कहा, 'झारखंड में बीजेपी नेता कह रहे हैं कि जब्त किया गया धन कांग्रेस नेताओं का है। दूसरी ओर, कांग्रेस नेता कह रहे हैं कि यह बीजेपी नेताओं का है। दोनों एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। ऐसा लगता है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के नेताओं ने इस व्यवसायी के पास अपना पैसा छिपा रखा था।