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Tea Price : अब चाय की चुस्कियों पर भी महंगाई की नजर, इतने बढ़ गए दाम

Tea Price hike : चाय के शौकीन लोगों के लिए एक बेहद जरूरी खबर सामने आ रही है। अगर आप भी चाय की चुस्किया लेना पसंद करते है तो ये भी जान लें कि अब आपको चाय पीना महंगा पड़ने वाला है। हाल ही में इनकी कीमतों के बढ़ने की खबर सामने आ रही है। इसकी कीमतों में वृद्धि (tea price) के दो कारण बताए जा रहे है। आइए नीचे खबर में आप भी जान लें इनकी बढ़ती कीमतों का राज...

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HR Breaking News, Digital Desk-  Tea Price Soaring : मॉनसून ने इस बार खाना पीना महंगा कर दिया है। जहां एक ओर सब्जियों के दाम बढ़ते जा रहे है वहीं दूसरी तरफ अब चाय ने भी तेजी पकड़ ली है।  बारिश में चाय की चुस्की एक अजीब सुकून देती है। दोनों का साथ ही जो इतना गहरा है। लेकिन अब चाय की चुस्की लेना महंगा पड़ रहा है। इसका कारण है इसकी कीमत का बढ़ना। (reason of tea price hike) दरअसल, पिछले कुछ समय से चाय के प्रोडक्शन में कमी आ रही है जिसके कारण चाय की कीमत बढ़ रही है। टी बोर्ड (tee board) के अनुसार चाय की कीमत में साल दर साल 20 फीसदी की बढ़ोतरी हो रही है।

चाय के प्रोडक्शन में आई कमी


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हाल फिलहाल पिछले कुछ समय से चाय के प्रोडक्शन में कमी आ रही है। इससे इस इंडस्ट्री से जुड़े लोग परेशान हैं। चूंकि प्रोडक्शन में कमी है तो जाहिर है कीमत बढ़ेगी ही। कारण है मांग का लगातार बने रहना। इंडस्ट्री से जुड़े एक एक्सपर्ट के मुताबिक मई में तापमान में काफी बढ़ोतरी हुई जिस कारण मौसम काफी गर्म रहा। इस गर्मी की वजह से चाय की फसल को नुकसान पहुंचा है। इसके बाद आई बाढ़ ने और परेशानी बढ़ा दी है। इन दो मुख्य वजहों के कारण असम में चाय का प्रोडक्शन काफी कम (Tea production is very less in 2024) हो रहा है।

 

 

30 फीसदी कम हुआ चाय का प्रोडक्शन


बता दें कि इस बार मई में पिछले साल की तुलना में प्रोडक्शन में 30 फीसदी की कमी आई है। पिछले साल मई में चाय का प्रोडक्शन करीब 910 लाख किलो (tea production in last year) था। इस बार का जो प्रोडक्शन है, वह पिछले एक दशक में सबसे कम है। वहीं दूसरी ओर सरकार की तरफ से 20 कीटनाशकों पर बैन लगाया गया है। इस वजह से भी चाय के प्रोडक्शन में कमी आई है।

इस मॉनसून बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है असम राज्य


वैसे तो जून में गर्मी के बाद हुई बारिश से चाय की पैदावार (tea production) में कुछ वृद्धि हुई थी, लेकिन बाढ़ से सब बिगाड़ दिया। असम इस समय बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है। असम के उत्तर-पूर्वी इलाके में देश के कुल चाय प्रोडक्शन का 50 फीसदी से ज्यादा हिस्सा पैदा होता है। इस समय यहां आई बाढ़ से इस इलाके के 20 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।

इतनी ज्यादा बढ़ गई कीमत


चाय के प्रोडक्शन में कमी (Decrease in tea production) आने के कारण चाय की कीमत में तेजी देखी गई है। जून में चाय की कीमत में औसतन करीब 218 रुपये प्रति किलो की वृद्धि हुई है। यह पिछले साल की तुलना में करीब 20 फीसदी ज्यादा है। माना जाता है कि जुलाई में चाय का प्रोडक्शन सबसे ज्यादा होता है, लेकिन बारिश ने काफी फसल खराब कर दी है। इस साल 150 से 200 किलो चाय का प्रोडक्शन कम होने का अनुमान है। माना जा रहा है कि इस साल चाय की कीमत 16 से 20 फीसदी बढ़ सकती है।