FD पर इस बैंक ने दिया झटका, ब्याज दरों में की कटौती
FD Investment : आज के समय में बढ़ रही रही महंगाई की वजह से हर कोई अपने भविषय को सुरक्षित रखने की प्लानिंग करता है। जब भी बात निवेश की होती है तो हर किसी के मन में सबसे पहला ख्याल एफडी (Investment in FD) में ही निवेश करने का आता है। हाल ही में एक बैंक ने ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है। बैंक ने ब्याज दरों में कटौती कर दी है। जिसकी वजह से ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
HR Breaking News (FD Intrest Rate)। जब भी बात निवेश की आती है तो लोगों के मन में सबसे पहले एफडी का ही ख्याल आता है। एफडी में निवेश करने पर लोगों के निवेश पर काफी लाभ होता है, लेकिन अब आरबीआई (RBI Latest Update) ने एफडी की ब्याज दरों को कम कर दिया है।
इसकी वजह से ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रेपो रेट में गिरावट आने की वजह से कुछ बैंक ने ब्याज दरों को भी कम कर दिया है। खबर में जानिये इस बारे में पूरी जानकारी।
इन ग्राहकों पर लागू होगी नई ब्याज दर
पब्लिक सेक्टर बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD Rates) और सेविंग अकाउंट की ब्याज दरों में एक बड़ा बदलाव किया है। केनरा बैंक की नई दरें 7 अगस्त 2025 से लागू कर दिया है। ये नई दरें आम ग्राहकों और सीनियर सिटीजन दोनों पर लागू होने वाली है।
FD की ये हैं नई ब्याज दरें
3 करोड़ रुपये से कम की कॉलेबल FD (Callable FD) पर आम ग्राहकों को अब 3.25 प्रतिशत से 6.50 प्रतिशत तक ब्याज के तौर पर दिये जाते हैं। सबसे ज्यादा 6.50 प्रतिशत ब्याज 444 दिन की FD पर दिया जाता है। कॉलेबल FD में समय से पहले पैसे निकालने की सुविधा दी जाती है।
हालांकि मार्च 2019 से लागू नियम (FD rules) के मुताबिक जल्दी तोड़ने या आंशिक पैसा निकालने पर 1 प्रतिशत पेनाल्टी को देना होगा। सीनियर सिटीजन के लिए ब्याज दरों की बात करें तो ये 3.25 प्रतिशत से 7 प्रतिशत के बीच होगी। 444 दिन की FD (444 Days FD Scheme) पर उन्हें सबसे ज्यादा 7 प्रतिशत ब्याज मिलेगा।
सेविंग अकाउंट पर मिलेगा इतना ब्याज
बैंक ने सेविंग अकाउंट पर ब्याज दरें (Saving account intrest rate) भी कम कर दिया है। अब बैलेंस के आधार पर 2.55 प्रतिशत से 4 प्रतिशत तक ब्याज मिलेगा, जबकि पहले यह 2.70 प्रतिशत से 4 प्रतिशत था।
जानिये क्यों ब्याज दरों में आया बदलाव
ये बदलाव RBI की अगस्त 6 2025 की पॉलिसी (FDS Policy) समीक्षा के एक दिन बाद आया है, इसमें रेपो रेट 5.55 प्रतिशत पर स्थिर रहा है। इस साल RBI कुल 100 बेसिस प्वाइंट रेपो रेट को कम कर चुका है, जिसके चलते कई बैंकों ने जमा दरों में कटौती की है।
कॉलेबल और नॉन कॉलेबल एफडी में अंतर
केनरा बैंक की एफडी दो तरह की होती हैं - कॉलेबल और नॉन कॉलेबल (callable and non callable FD)। कॉलेबल एफडी में आप जरूरत पड़ने पर समय से पहले पैसे निकाले जा सकते हैं। हालांकि नॉन कॉलेबल एफडी में मैच्योरिटी से पहले पैसे निकालने की इजाजत नहीं होती। अगर निकालते हैं, तो आपको पेनाल्टी (Panelty on FD) का भुगतान करना होगा। इस वजह से एफडी कराने से पहले यह समझना जरूरी है कि आपको कब और किस तरह से पैसों की जरूरत पड़ सकती है।
